यूरोजोन के मजबूत आंकड़ों से यूरोपीय शेयरों में तेजी

Rupee Opening: रुपये में कमजोरी का सिलसिला जारी, शुरुआती ट्रेड में 12 पैसे टूटकर 79.06 पर आया

Rupee Opening: रुपये की गिरावट का सिलसिला जारी है और ये आज फिर डॉलर के मुकाबले कमजोरी दिखा रहा है. आज डॉलर के मुकाबले 79.06 रुपये प्रति डॉलर पर ट्रेड मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? शुरू हुआ है.

By: ABP Live | Updated at : 07 Jul 2022 11:18 AM (IST)

रुपया, डॉलर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Rupee Opening: अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के इस महीने ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी के संकेतों के बीच रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 79.06 पर आ गया. रुपया मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 78.94 पर बंद हुआ था.

जानें रुपये में शुरुआती ट्रेड कैसा रहा
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.05 पर खुला, और फिर गिरावट के साथ 79.06 पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट दिखा रहा है.

कल रिजर्व बैंक ने लिया है ये फैसला
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जो कदम उठाए उससे रुपये में गिरावट सीमित रही. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? को थामने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को विदेशी मुद्रा प्रवाह से संबंधित मानकों को उदार बनाने के साथ ईसीबी (विदेशों से वाणिज्यिक उधारी) मार्ग के तहत बाह्य उधारी सीमा दोगुनी कर दी.

डॉलर इंडेक्स-क्रूड, FII का हाल
इस बीच छह प्रमुख करेंसी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दिखाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.21 फीसदी की बढ़त के साथ 106.87 पर था. इंटरनेशनल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.78 फीसदी बढ़कर 101.48 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? को शुद्ध रूप से 330.13 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

News Reels

क्या कहते हैं जानकार
शेयरखान बाय बीएनपी परिबाा के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा, "घरेलू शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख और कच्चे तेल की कीमत में आई गिरावट से रुपये को मजबूती मिली. इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिवाल रहने से भी रुपये को समर्थन मिला है. चौधरी के मुताबिक, डॉलर के मजबूत बने रहने और वैश्विक निवेश जोखिम को लेकर धारणा कमजोर होने से निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूती मिली है. उन्होंने कहा, "कच्चे तेल की कीमत एक दिन पहले 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थी. अगर कच्चा तेल 100 डॉलर के स्तर से नीचे ही बना रहता है तो इससे रुपये को निचले स्तर पर तगड़ा समर्थन मिलेगा."

ये भी पढ़ें

Published at : 07 Jul 2022 11:18 AM (IST) Tags: Rupee currency euro dollar Dollar Exchange हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

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विदेशी मुद्रा ई-बुक

जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, एक विदेशी मुद्रा ई-पुस्तक केवल एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक पुस्तक है जो विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित है। विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें नए व्यापारियों के बीच लोकप्रिय हैं जो विदेशी मुद्रा बाजार में उपयोग की जाने वाली उच्च-स्तरीय अवधारणाओं और व्यापारिक तकनीकों के लिए एक परिचय की मांग कर रहे हैं ।

चाबी छीन लेना

  • विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित विषयों को कवर करने वाली इलेक्ट्रॉनिक पुस्तकें हैं।
  • सभी ई-पुस्तकों की तरह, वे गुणवत्ता और विश्वसनीयता में शामिल हैं, पाठकों के लिए अपने शोध को करने के लिए ई-बुक का चयन करने से पहले करना महत्वपूर्ण है।
  • विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें नए विदेशी मुद्रा व्यापारियों के बीच लोकप्रिय हैं, जो विदेशी मुद्रा बाजारों का अवलोकन कर रहे हैं, लेकिन वे अधिक अनुभवी व्यापारियों के लिए भी उपयोगी हो सकते हैं, जो एक विशिष्ट सबटॉपिक या तकनीक का पता लगाना चाहते हैं।

विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें समझना

हालाँकि ऑनलाइन उपलब्ध ई-पुस्तकों की कोई कमी नहीं है, फिर भी पाठकों को आगे बढ़ने से पहले ई-पुस्तक की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर ध्यान देना चाहिए। आखिरकार, व्यापारी और ट्रेडिंग फर्म अक्सर अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म, मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? ट्रेडिंग सिस्टम या अन्य उत्पादों और सेवाओं के लिए नए ग्राहकों को खोजने के प्रयास में, एक प्रकार के विपणन दस्तावेज़ के रूप में विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकों का उत्पादन करते हैं। चूँकि फॉरेक्स ई-बुक्स की रेंज गुणवत्ता में होती है, इसलिए केवल एक विश्वसनीय और सिद्ध स्रोत से ई-बुक के लिए भुगतान करना बुद्धिमानी है।

विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें नौसिखियों के व्यापारियों के लिए सहायक हो सकती हैं क्योंकि वे अवधारणाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के संपर्क में रहने के लिए कम लागत वाला तरीका प्रदान करते हैं। मुद्रित पुस्तकों की तुलना में सस्ता, कुछ विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें मुफ्त में उपलब्ध हैं। और क्योंकि उनके लेखक उन्हें नई जानकारी ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं, इसलिए वे पारंपरिक मुद्रित प्रतियों की तुलना में अधिक सामयिक और प्रासंगिक हो सकते हैं।

इसके विपरीत, विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित पुरानी किताबें आधुनिक पाठकों के लिए कम उपयोगी हो सकती हैं क्योंकि विदेशी मुद्रा व्यापार में उपयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकियां हाल के वर्षों में काफी बदल गई हैं ।

2000 की शुरुआत में ई-पुस्तकों ने लोकप्रियता में एक नाटकीय वृद्धि देखी।  वे एक इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में दिखाई देते हैं जिसे पाठक कंप्यूटर स्क्रीन, टैबलेट या ई-रीडर जैसे किंडल पर खोल सकते हैं।2011 तक, ई-बुक ने बिक्री में मुद्रित पुस्तकों को निकाल दिया था।  विदेशी मुद्रा बाजार की अंतर्निहित जटिलता को देखते हुए, ई-पुस्तकें उन लोगों के लिए सीखने के सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक बन गई हैं, जो अभी ट्रेडिंग फॉरेक्स में शुरू हो रहे हैं।

विदेशी मुद्रा ई-बुक का वास्तविक-विश्व उदाहरण

नए विदेशी मुद्रा व्यापारियों के पास चुनने के लिए विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकों की एक विस्तृत श्रृंखला है।कुछ पुस्तकें फ़ॉरेक्स बाजारों का एक सामान्य अवलोकन और अधिकांश व्यापारियों द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रमुख तकनीकों को प्रदान करने पर केंद्रित हैं।इस श्रेणी में विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकों के उदाहरणों मेंजे लखानी द्वाराद वे टू ट्रेड फॉरेक्स, यारिचर्ड टेलर द्वाराविदेशी मुद्रा व्यापार शामिल हैं ।३

अन्य विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकें अधिक विशिष्ट उप-तकनीकों से निपटती हैं, जैसे कि विशेष ट्रेडिंग तकनीक या डेटा विज़ुअलाइज़ेशन।इन अधिक विशिष्ट विदेशी मुद्रा ई-पुस्तकों के उदाहरणों मेंमार्टिन जे। प्रिंग द्वारारिवर्स डायवर्जेंस एंड मोमेंटम, औरएरिक गेबर्ड द्वाराजापानी कैंडलस्टिक चार्टिंग का परिचय शामिल है ।५

Rupee Opening: रुपये में कमजोरी का सिलसिला जारी, शुरुआती ट्रेड में 12 पैसे टूटकर 79.06 पर आया

Rupee Opening: रुपये की गिरावट का सिलसिला जारी है और ये आज फिर डॉलर के मुकाबले कमजोरी दिखा रहा है. आज डॉलर मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? के मुकाबले 79.06 रुपये प्रति डॉलर पर ट्रेड शुरू हुआ है.

By: ABP Live | Updated at : 07 Jul 2022 11:18 AM (IST)

रुपया, डॉलर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Rupee Opening: अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के इस महीने ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी के संकेतों के बीच रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 79.06 पर आ गया. रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 78.94 पर बंद हुआ था.

जानें रुपये में शुरुआती ट्रेड कैसा रहा
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.05 पर खुला, और फिर गिरावट के साथ 79.06 पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट दिखा रहा है.

कल रिजर्व बैंक ने लिया है ये फैसला
विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जो कदम उठाए उससे रुपये में गिरावट सीमित रही. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में गिरावट को थामने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को विदेशी मुद्रा प्रवाह से संबंधित मानकों को उदार बनाने के साथ ईसीबी (विदेशों से वाणिज्यिक उधारी) मार्ग के तहत बाह्य उधारी सीमा दोगुनी कर दी.

डॉलर इंडेक्स-क्रूड, FII का हाल
इस बीच छह प्रमुख करेंसी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दिखाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.21 फीसदी की बढ़त के साथ 106.87 पर था. इंटरनेशनल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.78 फीसदी बढ़कर 101.48 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 330.13 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं?

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क्या कहते हैं जानकार
शेयरखान बाय बीएनपी परिबाा के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी ने कहा, "घरेलू शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख और कच्चे तेल की कीमत में आई गिरावट से रुपये को मजबूती मिली. इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिवाल रहने से भी रुपये को समर्थन मिला है. चौधरी के मुताबिक, डॉलर के मजबूत बने रहने और वैश्विक निवेश जोखिम को लेकर धारणा कमजोर होने से निवेशकों के सेंटीमेंट को मजबूती मिली है. उन्होंने कहा, "कच्चे तेल की कीमत एक दिन पहले 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थी. अगर कच्चा तेल 100 डॉलर के स्तर से नीचे ही बना रहता है तो इससे रुपये को निचले स्तर पर तगड़ा समर्थन मिलेगा."

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Published at : 07 Jul 2022 11:18 AM (IST) Tags: Rupee currency euro dollar Dollar Exchange हिंदी समाचार, मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? ब्रेकिंग मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Thread: इंस्टाफॉरेक्स कंपनी की तरफ से फॉरेक्स न्यूज़ (विदेशी मुद्रा की खबर)

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यूरोजोन के मजबूत आंकड़ों से यूरोपीय शेयरों में तेजी

बुधवार के परिणामों के बाद, व्यापक लाभ और यूरोजोन पर ताजा डेटा के प्रकाशन के परिणामस्वरूप पैन-यूरोपीय सूचकांक में वृद्धि हुई।

पैन-यूरोपियन स्टोक्स 600 इंडेक्स इसलिए लिखने के समय 0.36% बढ़कर 438.85 अंक हो गया।

ब्रिटिश FTSE 100 में 0.81%, जर्मन DAX में 0.29% और फ्रेंच CAC 40 में 1.04% की वृद्धि हुई।

यहां नवंबर के परिणामों के अनुसार प्रमुख यूरोपीय सूचकांक हैं, जिनमें 6.74-8.63% की वृद्धि हुई है। परिणामस्वरूप, FTSE 100 में मुक्त विदेशी मुद्रा संकेत विश्वसनीय हैं? 6.74% की वृद्धि हुई, CAC 40 में 7.53% की वृद्धि हुई, और DAX में 8.63% की वृद्धि हुई।

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