SBI कंजप्शन अपॉर्च्युनिटी फंड
एसबीआई म्यूचुअल फंड के 10 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने के मामले में एसबीआई कंजम्पशन ऑपर्च्युनिटी फंड भी टॉप 5 में शामिल है। इसने 10 साल में 17.87 फीसदी का सीएजीआर रिटर्न दिया है। यहां 1 लाख प्रति एकड़ का निवेश 10 साल में 5.18 लाख हो गया है। वहीं, जिन लोगों ने इस दौरान 5000 रुपये की मासिक एसआईपी की, उन्होंने 14 लाख रुपये का फंड जुटाया। इस योजना के तहत एक एकड़ में न्यूनतम 5000 रुपये और कम से कम 500 रुपये की एसआईपी की जा सकती है। 31 जनवरी, 2022 तक, फंड की कुल संपत्ति 892 करोड़ रुपये थी, जबकि 31 दिसंबर, 2021 को व्यय अनुपात 2.44 प्रतिशत था।
Business News : क्रिप्टोकरेंसी निवेश नहीं बल्कि पूरी तरह से सट्टेबाजी! RBI ने Crypto के गंभीर संकट को लेकर निवेशकों को चेताया
Business News : RBI यानि भारत रिजर्व बैंक पहले भी क्रिप्टोकरेंसी के संभावित खतरों के बारे में निवेशकों को आगाह करता आया है। इससे पहले भी आरबीआई गवर्नर ने पिछले एक साल के घटनाक्रम इस तरह के साधनों से पैदा होने वाले खतरों के बारे में बात की है।
December 22, 2022
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना आजकल जैसे फैशन बनता जा रहा है।कई आर्थिक मामलों की जानकारी रखने वाले लोग मानते हैं कि यह निवेश नहीं बल्कि पूरी तरह से सट्टेबाजी है। अगर इसको बढ़ने की इजाजत दी गई, तो ये अगले वित्तीय संकट की वजह बन सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को यह चेतावनी दी। उन्होंने साथ ही बिटकॉइन जैसे साधनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की। दास ऐसे साधनों के प्रबल विरोधी रहे हैं और आरबीआई इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय तक गया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में आर्थिक और वित्तीय स्थिरता से जुड़े बड़े जोखिम शामिल हैं और हम इस बारे में हमेशा जानकारी देते रहे हैं।
Sovereign Gold Bond Scheme: कल से फिर से शुरू हो रही है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम, जानिए इसके बारे में सबकुछ
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम
शताक्षी सिंह
- नई दिल्ली,
- 18 दिसंबर 2022,
- (Updated 18 दिसंबर 2022, 9:निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं? 36 PM IST)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश की सरकारी स्कीम है
कहते हैं सोने की चमक कभी फीकी नहीं पड़ती. कीमत में उतार-चढ़ाव चलता रहता है. इसके बावजूद सोने में निवेश सबसे अच्छा माना जाता है. इसलिए, लोगों में सोना खरीदने के प्रति सबसे ज्यादा दिलचस्पी देखी जाती है. तो निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं? सोने में पैसा लगाने वालों के लिए अच्छी खबर ये है कि एक बार फिर सस्ते में सोना खरीदने का गोल्डेन मौका आ गया है. सरकार एक बार फिर Sovereign Gold Bond Scheme लेकर आई है जिसमें अच्छे मुनाफे की उम्मीद है और जोखिम बेहद कम है. तो चलिए जान लीजिए कि आखिर ये स्कीम है क्या
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश की सरकारी स्कीम है. RBI की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी किया जाता है. इसमें भौतिक रूप से सोने की खरीद के बजाय डिजिटल गोल्ड में निवेश की सुविधा होती है. सरकार ने 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना शुरू की थी. इसके तहत वित्त वर्ष में 4 बार सब्सक्रिप्शन का मौका मिलता है. इस बार सब्सक्रिप्शन के लिए तीसरी सीरीज 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक खुली रहेंगी. फिर, इस वित्त वर्ष की चौथी सीरीज 6 से 10 मार्च तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. इससे पहले, जनवरी और अगस्त 2022 में SGB में निवेश की सुविधा दी गई थी. ये मौका फिर से आ गया है जब सरकार खुद लोगों को सोने में निवेश का मौका दे रही है. यह भी कहा जा रहा है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के जरिए सस्ते में सोना खरीदने का मौका मिलेगा.
SBI Mutual Fund | SBI की म्युच्युअल फंड स्कीम ने 10 साल में 9 गुना तक रिटर्न दिया, देखते ही देखते बन जाएंगे करोड़पति
SBI Mutual Fund | इस समय बाजार में कई फंड हाउस हैं जो म्यूचुअल फंड स्कीम ऑफर कर रहे हैं। इसमें देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के म्यूचुअल फंड भी शामिल हैं। एसबीआई म्यूचुअल फंड विभिन्न श्रेणियों में निवेशकों को उनकी उम्र, जोखिम प्रोफाइल और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए योजनाएं प्रदान कर रहा है। निवेशकों की हर कैटेगरी के लिए लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप या सेक्टोरल फंड का विकल्प होता है। यह देश के सबसे पुराने म्यूचुअल फंड में से एक है। एसबीआई म्यूचुअल फंड की कुछ स्कीमें 20 साल या उससे ज्यादा पुरानी हैं। एसबीआई म्यूचुअल फंड की कई योजनाएं हैं जो निवेशकों के लिए रिटर्न मशीन बन गई हैं। 10 साल के रिटर्न चार्ट पर नजर डालें तो जिन लोगों ने एक एकड़ से कम निवेश किया है उन्हें यहां 9 गुना रिटर्न मिला है। इनमें से एसआईपी भी भारी निवेशकों के लिए कुछ जोखिम क्या हैं? मात्रा में फंड जुटाने में सफल रहे हैं। आज हम 10 साल के प्रदर्शन के आधार पर सर्वश्रेष्ठ 5 योजनाओं का विवरण देखेंगे।
किसी को नहीं पता क्यों चढ़ रहे दाम
अगर पिछले 21 दिनों की बात करें तो कंपनी के शेयरों में करीब 200 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. सवाल ये है कि आखिर ये तेजी आ क्यों रही है. यहां तक कि कंपनी भी इस बात से अनजान है कि क्यों शेयरों ने रफ्तार पकड़ी है. स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि शेयरों में तेजी की वजह को लेकर उनके पास कोई जानकारी नहीं है. खैर, इस तेजी की वजह से इस शेयर में पैसे लगाने वालों को खूब फायदा हो रहा है.
शेयर बाजार में निवेश करने में सबसे अहम होता है शेयरों का चुनाव. आपको जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना है सबसे पहले उसके बारे में पूरी एनालिसिस करें. देखें कि कंपनी का बिजनस क्या है और कैसा चल रहा है. चेक करें कि कंपनी को फायदा हो रहा है या नुकसान. ये भी देखें कि कंपनी भविष्य को लेकर क्या प्लान बना रही है. इतना ही नहीं, कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में भी जरूर स्टडी करें, क्योंकि अगर मैनेजमेंट में ही गड़बड़ होगी तो तगड़ा मुनाफा देने वाली कंपनी भी भारी नुकसान का सबब बन सकती है.
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