जैसा कि हमने ऊपर बताया NFT नाम फंजिबल टोकन (ये एक डिजिटल टोकन, और डिजिटल ऐसेट होते है) इसे आसान भाषा में समझे तो एनएफटी के जरिए कीमती चीजें बेचे जाते हैं और चीजें जो दुनिया में केवल एक उदाहरण के तौर पर जैसे मोनालिसा की पेंटिंग दुनिया में एकलौती पेंटिंग है। आप इसकी तस्वीर ले सकते हैं या उन्हें इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं। लेकिन इस बहुमूल्य पेंटिंग का मूल्य बहुत अधिक है। क्योंकि या दुनिया में केवल एक ही है।
NFT क्या है और कैसे काम करता है?
सबसे पहले मैं आपको इसकी साधारण सी परिभाषा देता हूँ। NFT का मतलब है Non-Fungible Token.
उदाहरण से समझते हैं, 10रु के नोट को 10रु के note से बदल सकते हैं या 5रु के दो नोट से बदल सकते हैं दोनों ही स्थिति में कीमत सामान ही रहती है और आपको आदान प्रदान से भी कोई समस्या नहीं होती है यहाँ पैसा एक परिवर्तनीय(Fungible) वस्तु है मतलब इसके आदान प्रदान से इसकी कीमत में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
लेकिन जब हम Non-Fungible की बात करते हैं तो इसका मतलब है कि एक ऐसी वस्तु जिसे हम समान मूल्य के साथ समान वस्तु से बदला नहीं जा सकता। आपको इसे एक उदाहरण से समझाता हूँ क्या आप पेरिस में रखी वास्तविक मोनालिसा की पेंटिंग को किसी दूसरी हूबहू दिखने वाली पेंटिंग से बदल सकते हैं और इससे भी ज्यादा जरुरी हूबहू दिखने वाली पेंटिंग का मूल्य वास्तविक पेंटिंग के बराबर होगा? तो इसका जवाब है नहीं। क्योंकि वास्तविक मोनालिसा की पेंटिंग अतुलनीय है वैसी पेंटिंग पूरी दुनिया में दूसरी कहीं नहीं।
NFT कैसे NFT कैसे काम करता है काम करता है?
Nft मार्केटप्लेस पर आप JPG Image, MP3 फाइल्स और GIF जैसी डिजिटल चीजों को बेच सकते हैं। जब कोई अपनी NFT बेचता है तो उसे सबसे पहले किसी मार्केटप्लेस पर लिस्ट करना होता हैं। फिर खरीदार उसकी बोली लगते हैं और सबसे ज्यादा कीमत की बोली लगाने वाले को वो डिजिटल फाइल का स्वामित्व मिल जाता है।
चलिए सबसे ज्यादा चर्चा में रहीं कुछ NFT’s के बारे में जाते हैं कि ये कितने में बिकीं और किसने इसे बेचा है-
Christie’s is proud to offer “Everydays – The First 5000 Days” by @beeple as the first purely digital work of art ever offered by a major auction house. Bidding will be open from Feb 25-Mar 11.
हाल ही में एक डिजिटल कला जिसको “एवरीडेज़ – द फर्स्ट 5000 डेज़” नाम दिया गया, जिसे माइक विंकेलमैन ने बनाया था, जो बीपल के नाम से प्रसिध्द हुई। इस डिजिटल इमेज को $69 मिलियन में बेचा गया था और खरीदार को NFT (टोकन) के साथ एक 319MB डिजिटल फ़ाइल (JPEG Image) मिली, जिसमें इसके स्वामित्व अधिकार आदि के बारे में जानकारी है।
NFTs और CryptoCurrency में क्या अंतर है?
NFT और CryptoCurrency दोनों एक ही ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करते हैं। NFT स्वयं कोई क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। NFT’s को Bitcoin और Etherium जैसी क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके ख़रीदा व बेचा जाता है। NFT’s स्वयं कोई क्रिप्टोकरेंसी नहीं है।
CryptoCurrency का मुख्य उद्देश्य चीजों को खरीदने-बेचने और पैसे की तरह इकठ्ठा करना है। जबकि NFT एक एक प्रकार का अनोखा टोकन है। जो किसी डिजिटल वस्तु पर अपना अधिकार बताता है।
NFT Full Form in Hindi: अपना खुद का NFT कैसे बनाएं और बेचें?
NFT Full Form in Hindi: अगर आपने क्रिप्टो करेंसी के बारे में सुना है तो आपने जरूर एनएफटी (नॉन फंजिबल टोकन) के बारे में सुना होगा। आज कल इंडिया में NFT के बारे कुछ ज्यादा ही चर्चा है. NFT एक अद्वितीय डिजिटल संपत्ति है जो वास्तविक दुनिया की वस्तुओं जैसे कला, वीडियो क्लिप, संगीत आदि के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करती है।
एनएफटी में उसी ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग होता हैं जो क्रिप्टोकरेंसी में उपयोग होती है, लेकिन यह मुद्रा नहीं होती हैं।
NFT Full Form in Hindi– नॉन फंजिबल टोकन (Non-Fungible Token)
NFT की फुल फॉर्म “नॉन फंजिबल टोकन” (Non-Fungible Token) होती है। बुनियादी स्तर पर, एनएफटी एक डिजिटल संपत्ति है, जिसमें आज के डिजिटल दुनिया में हम किस कला, रियल एस्टेट, संगीत, वीडियो और GIF जैसे चीजों को मिंट (बनाना) या बेच सकते हैं।
एनएफटी ब्लॉकचेन पर काम करती है, जो दुनिया में एक दम अलग होती है। आप शायद ब्लॉकचेन शब्द से परिचित होंगे जो क्रिप्टोकरेंसी को संभव बनाती है। एनएफटी आमतौर पर Ethereum Blockchain पर आयोजित होती है, हालांकि अन्य ब्लॉकचेन भी NFT को सपोर्ट करते हैं।
एनएफटी के उदाहरण
एक एनएफटी डिजिटल वस्तुओं से बनायी जाती है। उदाहरण नीचे दिए गए हैं:
- कला
- GIF
- वीडियो
- संग्रहणीय
- आभासी अवतार और वीडियो गेम की स्किन
- डिज़ाइनर स्नीकर्स
- संगीत
एनएफटी कैसे काम करता हैं? ( How NFT works? )
यह काम करेगा ब्लाॅकचेन पर, आपको लगेगा यानी Cryptocurrency पर। यह बहुत बड़ी लोगों में गलत फैमी है कि क्रिप्टोकरेंसी मतलब ब्लाॅकचेन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हैं। ब्लाॅकचैन के आधार बनी एक साॅफ्टवेयर पर सब क्रिप्टो काम करता हैं यानी ब्लाॅकचेन एक युजर केस पर यह काम करता हैं। क्रिप्टोकरेंसी ब्लाॅकचेन का एक छोटासा हिस्सा हैं।
इसको समझने के लिये आपको हम उदाहरण देते हैं वर्ल्ड फेमस फुटबॉल स्टार और सेलिब्रिटीज मेसी और रोनाल्डों ने अभी अभी अपनी एनएफटी को लाॅन्च कर दिया हैं और इतना ही नहीं बल्की उससे ढेर सारा पैसा भी कमा चुके हैं।
कुछ दिनों पहले हि एक नाॅर्मल दिखनेवाला विडिओ 48 करोंड़ में बिका हैं इससे आप अंदाजा लगा सकते हो कि NFT Future में क्या होनेवाला हैं।
और एक विडिओ गेम में किसीने विडिओ गेम के अंदर जमीन खरिद ली हैं। आप लोगों को लग रहा होगा कि ये लोग पागल तो होंगे या इसके पिछे कोई बहुत बड़ा कंसेप्ट हैं।
एनएफटी बनाने में क्या बाधा आ सकती हैं? (Problem for NFT)
वैसे देखा जाये तो अभी इसका प्रसार होने में काफी वक्त हैं। लेकिन इसमें NFT कैसे काम करता है बहुत चीजे ऐसी हैं जिससे इसमें बहुत-सी बाधाये हैं।
अगर आप उपर दिये गये रत्नागिरी आम का उदाहरण में अगर आप जानते भी हो कि यह रत्नागिरी का ही हैं या यह किस पेड़ से तोडा गया हैं तो भी लेनेवालों को इसे जानने में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं होगा और वह जानके भी वह क्या करेगा और इसे ब्लाॅकचेन में लाने से उल्टा ग्राहक को ज्यादा पैसे खर्चने पड़ेगें इसलिये इसकी भी बहुत-सी लिमिटेशन्स हैं।
इसलिये काफी जगह इसका कोई फायदा नहीं होगा और इतना प्रसार अभी तक हमारे देश में तो अभी नहीं हुआ हैं।
और एक चीज अगर आप एन एफ हुसेन की पेंटिंग और दुसरी वैसी ही पेंटिंग में आपको NFT कैसे काम करता है फर्क पुछा जाये तो आपको दोनों समान ही लगेंगी इसलिये एनएफटी में आपको उसकी व्हाल्यु भी पता होनी बहुत महत्त्वपूर्ण हैं अगर ऐसा नहीं हैं तो आपके साथ इसमेंं बड़ा फ्राॅड भी हो सकता हैं।
एनएफटी के फ़ायदे क्या हैं? ( Benefits of NFT)
दरअसल यह एक पेंटेट कि तरह काम करेंगा यह एक प्रकार का एसेट होगा जिसका इस्तमाल करके आप लाखों रुपये क्या पायेंगे। आपके पास NFT कैसे काम करता है ऐसी कोई स्किल है या चींज हैं जिसकी डिमांड और सप्लाई काफी ज्यादा हैं उसकी अगर एनएफटी बनाकर रखोंगे तो आप उसकी राॅयल्टी या ट्रेडिंग से खुब पैसे कमा सकते हैं।
आजकल जो एनएफटी बन रहीं हैं वह इथेरियम प्लॅटफाॅर्म से बन रहीं हैं अगर आप अपनी कोई चींज या एस्टेट की एनएफटी करना चाहते है तो आपको उसके लिये रजिस्टर करना पड़ेगा और अभी NFT Market के हिसाब से एनएफटी रजिस्टर करने के लिये आपको 30 से 35 हजार रुपयें देने पड़ रहें हैं। इसलिये किसी भी चीज की एनएफटी निकालने के लिये आपको मार्केट में उसकी डिमांड और सप्लाई को समजना बहुत जरुरी हैं। जबतक आपको एनएफटी कि पुरी जानकारी ना हो तब तक आप इसकी ना सोचें तो ही बेहतर रहेगा।
FAQ:
Q: NFT का लाॅग फाॅर्म क्या हैं?
Ans: NFT मतलब "नाॅन फंजिबल टोकन" होता हैं।
Q: NFT कैसे बनाएं?
Ans: इसके लिये आपको किसी एनएफटी प्लॅटफाॅर्म पर जाकर रजिस्टर करना होगा इससे एक व्हाल्यु क्रियेट हो जायेगी।
Q: NFT से पैसे कैसे कमाये?
Ans: यह लगभग पेटेंट और राॅयल्टी के जैसी काम करता हैं जिससे आप पैसा कमा सकते हो या आप इसमे ट्रेड करके या इसे भांडे पर देकर भी पैसे कमा सकते हैं।
एनएफटी एथेरियम ब्लैकचैन क्या है।
आमतौर पर एक बैंक को लेनदेन के लिए भुगतानों को सत्यापित और अनुमोदित करने की आवश्यकता होती है। और ठीक इसी तरह ब्लैकचैन अलग है ब्लैकचैन एक सार्वजनिक खाता बही है। जहां सभी लेन-देन डाटा को विभिन्न कंप्यूटर में डिजिल ब्लॉक के रूप में संगठित किया जाता है। बैंको जैसे तीसरे पक्ष को रोकता है।
जो चीज ब्लैकचैन को और भी खास बनाती है वह है डिजिटल डाटा को किसी भी रूप में स्थानांतरित करने की क्षमता जैसे डीजल कलाकृति, संगीत, कविता, वीडियो पुस्तक यहां तक कि एक ट्वीट और यहां से एनएफटी व उपयोगिता तस्वीर में आती जाती है। सभी एनएफटी एथेरियम ब्लाकचैन का हिस्सा है।
एनएफसी अन्य क्रिप्टो करेंसी से इस मायने में भिन्न है कि वे अपने बारे में अतिरिक्त जानकारी संग्रहित कर लेते हैं एथेरियम नेटवर्क पर प्रत्येक टोकन के पास तकनीकी मापदंडों का अपना सेट होता है, जो इसे एक दूसरे के साथ ठीक से बातचीत करने की अनुमति देता है। इन मानकों को आमतौर पर ERC या ERC20 के रूप में किया जाता है
एनएफटी में निवेश कैसे किया जाता है
जिस प्रकार हम डिजिटल तरीके से क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते हैं उसी प्रकार आप एनएफटी में भी निवेश कर सकते हैं। NFT में निवेश करने के लिए आपको यह जानना जरूरी है कि आप एनएफटी के अंतर्गत क्या-क्या चीजें आती हैं NFT के अंतर्गत डिजिटल आर्ट्स म्यूजिक फिल्म गेम्स आदि आते हैं।
NFT विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे ओपन सी निफ़्टी गेटवे और सुपर रेयर में पाया जा सकता है क्रिप्टो और सेंट ब्लॉकचेन पर आधारित प्लेटफार्म जो रचनाकारों को उनके काम के लिए पुरस्कृत करते हैं यह नेटवर्क रचनाकारों को उनकी रचनाओं के लिए क्रिप्टो करेंसी के रूप में पुरस्कार प्राप्त करने में मदद करते हैं।
NFT में उन्हीं चीजों की कीमत अधिक होती है जो पूरे विश्व में केवल एक ही होते हैं। वह किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नहीं बनाया जा सकता जैसे यदि कोई इकलौती पेंटिंग है और उसकी कीमत ₹1 लाख है तो आप इसमें निवेश कर देते हैं और जब उस पेंटिंग की नीलामी की जाएगी और यदि पेंटिंग की कीमत में वृद्धि हो जाती है तो आपको उसमें मुनाफा मिल जाता है।
क्या होते हैं Crypto Token, आप खुद भी बनाकर बेच सकते हैं अपना टोकन, जानिए कैसे
Cryptocurrency Explainer : क्रिप्टो टोकन और क्रिप्टो कॉइन में है बड़ा फर्क. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
आप अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी (how to make cryptocurrency) कैसे बना सकते हैं? इस सवाल का काफी सीधा जवाब हो सकता है, जो आपको चौंका सकता है. पिछले कुछ सालों में ढेरों क्रिप्टोकरेंसी डेवेलप की गई हैं, जिनमें से सबसे पॉपुलर बिटकॉइन, इथीरियम, डॉजकॉइन और लाइटकॉन जैसी करेंसीज़ हैं. सीधे शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी होती होती है, जो कॉइन या टोकन (token) किसी भी रूप में हो सकती है. ये दोनों ही चीजें एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं. इस आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि अपना खुद का क्रिप्टो टोकन कैसे बनाया जा सकता है और क्रिप्टो कॉइन से अलग कैसे होता है.
क्रिप्टो टोकन क्या होते हैं?
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कॉइन और टोकन दोनों ही क्रिप्टोकरेंसी हैं, लेकिन फर्क ये होता है कि कॉइन्स अपनी खुद की ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलती हैं. ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता होता है, जिसपर ब्लॉक पर होने वाले ट्रांजैक्शन का डेटा स्टोर होता है. हर ब्लॉक अपने पिछले ब्लॉक से एक यूनीक हैश कोड के जरिए जुड़ा होता है.
टोकन डिजिटल संपत्ति के वर्ग में रखे जाते हैं और ये पहले से मौजूद किसी अन्य ब्लॉकचेन पर काम करते हैं. उदाहरण के लिए इथीरियम एक ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है और इसका अपना टोकन ईथर है. लेकिन ईथर की ही तरह कई दूसरे टाइप के टोकन्स भी हैं, जो इथीरियम प्लेटफॉर्म पर रन करते हैं.
कॉइन्स अपने खुद के डिजिटल बहीखाते पर चलते हैं और उनकी वैल्यू उनकी वेल्थ ट्रांसफर करने को लेकर है यानी कि वो दरअसल, पूंजी हैं. वहीं, टोकन का अपना कोई प्लेटफॉर्म नहीं होता है, ये किसी और प्लेटफॉर्म पर रन करते हैं. कॉइन्स, जोकि बस डिजिटल ही हो सकती है, टोकन किसी फिजिकल यानी असली चीज को भी दर्शा सकते हैं. यानी कि टोकन एक तरीके के ऑनलाइन कॉन्ट्रैक्ट होते हैं, जिन्हें ऑफलाइन भी किसी चीज से असाइन किया जा सकता है, जैसे कि कोई टिकट, या कूपन या ऐसे ही कोई रिडीम किए जा सकने वाले पॉइंट्स.
क्रिप्टो टोकन रिलीज कैसे किए जाते हैं?
जिस तरह शेयर मार्केट में IPO यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग खुलते हैं, वैसे ही टोकन्स को इनीशियल कॉइन्स NFT कैसे काम करता है ऑफरिंग (ICO) के जरिए रिलीज किया जाता है. टोकन को क्राउडसेल्स के जरिए इंट्रोड्यूस किया जाता हैै. निवेशक ICO खत्म हो जाने के बाद भी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध टोकन खरीद सकते हैं. अगर कोई नया टोकन बनाना है तो यह क्राउडसेल्स पर बनेगा और इन्हें कोई भी बना सकता है. जिनकी दिलचस्पी होगी, वो टोकन में निवेश करेंगे या फिर उस टोकन को पहले से मौजूद कॉइन्स के जरिए फंड करेंगे. हालांकि, यह एक जोखिम भरा कदम हो सकता है, क्योंकि टोकन वाला निवेशक पैसे लेकर भाग सकता है.
आमतौर पर धारणा यह है कि अपना क्रिप्टो टोकन बनाना बहुत ही जटिल और लंबी प्रक्रिया है और इसके लिए बहुत ही बारीक तकनीकी जानकारियां और कोडिंग आनी चाहिए. हालांकि, अब यह बात बहुत सही नहीं है. अब ऐसे बहुत से प्लेटफॉर्म हैं, जहां लोग अपना खुद का टोकन बना सकते हैं. उदाहरण के लिए- एक यूजर-फ्रैंडली ऐप्लीकेशन, CoinTool, है जो लोगों को अपना खुद का क्रिप्टो कॉइन बनाने का मौका देता है. इस ऐप पर आप अपने टोकन का नाम और सिंबल चूज़ कर सकते हैं.
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