आपको बता दे की Bitcoin Hardware wallet का अविष्कार Bitcoin के आविष्कार के बाद हुआ था। वर्तमान में, आप अन्य क्रिप्टोकरेंसी को इन वॉलेट्स ETH, BNB, DOT, में भी स्टोर कर सकते हैं।
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क्रिप्टोकरेंसी(Bitcoin) के लिए हार्डवेयर वॉलेट | Hardware Wallet for cryptocurrency Bitcoin in Hindi
आज की दुनिया में धीरे धीरे सभी लोग Cryptocurrency के बारे में जानने लगे है लेकिन अभी तक ज्यादातर लोगों ने सिर्फ Bitcoin का नाम सुना है। लेकिन आपमें से कितने लोग है जिन्होंने Cryptocurrency जैसे Bitcoin को हार्डवेयर या Physical touch में रखा है। आज हम आपको बताएंगे Hardware Wallet क्या होता है और कौनसे वॉलेट सबसे अच्छे और प्रचलित है।
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Cryptocurrency (Bitcoin) Hardware wallet क्या होता है?
बिटकॉइन हार्डवेयर वॉलेट एक टैम्पर-प्रूफ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है, इसमें आप अपने बिटकॉइन को password के साथ offline रख सकते है।
आपको बता दे की Bitcoin Hardware wallet का अविष्कार Bitcoin के आविष्कार के बाद हुआ था। वर्तमान में, आप अन्य क्रिप्टोकरेंसी को इन वॉलेट्स ETH, BNB, DOT, में भी स्टोर कर सकते हैं।
- अगर आप अपने Bitcoin को लंबे समय तक Store करके रखना चाहते हैं तो Hardware Wallet आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
- इससे आप आसानी से Cryptocurrency का लेनदेन कर सकते है।
- अगर आप अपने पैसे को ऑनलाइन ना रखके अपने पास Store करना चाहते है तो ये अच्छा option है।
- Bitcoin को लंबे समय तक स्टोर करने के लिए आप पेपर वॉलेट का भी इस्तेमाल कर सकते है।
- Hardware Wallet चोरी और घोंटालो से आपके पैसे को बचाता है।
- अगर आपके Bitcoin Hardware Wallet में है तो आपका Computer हैक भी हो जाए तो आपको चिंता नहीं करनी चाहिए।
- अगर आपका wallet ही को जाए तो भी आप अपने Bitcoin को पुनर्स्थापित कर सकते है।
- जब तक आपका गुप्त कोड किसी को नही पता चल जाता तब तक आप भी अपने Bitcoin को नहीं निकाल सकते और ना ही पुनर्स्थापित कर सकते है।
Best Hardware Wallets for Bitcoin and Cryptocurrencies in Hindi
अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि Hardware Wallet तो जान लिए लेकिन Bitcoin के लिए सबसे अच्छा Hardware Wallet कौनसा है। तो इसका जवाब हम आपको नीचे देने वाले है।
Ledger Nano X | लेजर नैनो एक्स
- Ledger Nano X की वर्तमान में भारत में कीमत ₹10619.00 है।
- इसकी सुरक्षा भी कमाल की है इसमें 2 चिप है।
- लेजर नैनो एक्स में आपको ब्लूटूथ की व्यवस्था भी मिलती है जिससे आप इसको Computer या Smartphone से कनेक्ट कर सकते है।
- इसके साथ ही आप इसमें Bitcoin के अलावा और भी तरह की Cryptocurrency रख सकते है।
- ये आपको 100mah की battery के साथ मिलता है और साथ में इसकी Shipping भी फ्री है।
- Bitcoin, Bitcoin cash, Ethereum, monero, Ripple, Neo, Binance coin, आदि Cryptocurrency को रख सकते है।
Ledger Nano S | लेजर नैनो एस
- Ledger Nano S की भारत में कीमत ₹5256.00 है। अभी खरीदें
- इसे आप USB के माध्यम से अपने pc या लैपटॉप से कनेक्ट कर सकते है।
- सबसे अच्छी बात ये सबसे प्रचलित Cryptocurrency Bitcoin को सपोर्ट करता है।
Cobo Vault | कोबो वॉल्ट
- इस वॉलेट में आपको USB भी नही मिलने वाला इसमें सिर्फ QR CODE से ही आप लेनदेन कर सकते है।
- इसे आप PayPal से ही खरीद सकते है और इसकी कीमत भी ज्यादा नही है।
Trezor | ट्रेज़ोर
- ये वॉलेट आप Amazon से अभी खरीद सकते है ।
- इसमें आप 9 अंको तक का password लगा सकते है।
- और wallet खो जाने पर आप 24 अंको का पुनर्प्राप्ति Password लगा सकते है।
KeepKey | कीपकी
- यह वॉलेट 6 क्रिप्टो करेंसी को Support करता है और ये लाने ले जाने की दृष्टि से सुविधाजनक नही है।
Disadvantages of bitcoin hardware wallet In Hindi | बिटकॉइन हार्डवेयर वॉलेट के नुकसान
- Hardware Wallet का सबसे बड़ा नुकसान है यदि आप अपने पासवर्ड के साथ पुनर्प्राप्ति कोड को भी भूल जाते है तो आप अपने Coins को नही पा सकते।
- आप अपने कोड को हमेशा याद रखने लायक मजबूत बनाएं।
आप अपने Bitcoin को सुरक्षित रख सकते है ये हैकर से आपके Coins को बचाएगा।
आप चिंता ना करे यदि आपका Hardware Wallet खो भी जाता तो भी कोई आपके Coins को बिना Password के नही निकाल सकता। और आप पुनर्स्थापित पासवर्ड के जरिए अपने Bitcoin वापस पा सकते है।
Cryptocurrency बहुत रिस्की है आप इसे अपने जिम्मेदारी से रखे किसी भी तरह के नुकसान के लिए हम जिम्मेदार नहीं है।
लेखक
Cryptocurrency में करते हैं निवेश तो जानिए एंट्री और एग्जिट की परफेक्ट टाइमिंग और खूब बनाएं पैसा
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की सलाह होती है कि अगर आप Cryptocurrency में निवेश करते हैं तो मल्टी टाइम्स रिटर्न की जगह हर महीने 8-10 पर्सेंट के रिटर्न पर फोकस करें. सालाना आधार पर यह 125 फीसदी से ज्यादा होता है.
Cryptocurrency की चर्चा पूरी दुनिया में है. दुनिया की जितनी भी बड़ी इकोनॉमी है, वहां के सेंट्रल बैंक अपनी डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे आज की सबसे हॉट क्रिप्टोकरेंसी हैं. हालांकि, अभी तक केवल एक देश-ElSalvador में इसे कानूनी मान्यता मिली है. इसके बावजूद आज की तारीख में यह निवेशक के लिए सबसे हॉट असेट है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले कुछ बातों को जानना बेहद जरूरी है.
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, Cryptocurrency investing से पहले यह जानना जरूरी है कि इसके लिए एंट्री और एग्जिट की स्ट्रैटिजी क्या होगी. कोरोना काल में क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में भारी उछाल आया है, क्योंकि दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने एक्सेस लिक्विडिटी फ्लो किया. इसका कुछ हिस्सा क्रिप्टो मार्केट में चला गया. अप्रैल 2021 में बिटक्वॉइन 64 हजार डॉलर तक पहुंच गया था. दोपहर के ढ़ाई बजे यह 54350 डॉलर के स्तर पर था. पिछले एक सप्ताह में इसमें 28 फीसदी की तेजी आई है.
मंथली 8-10 पर्सेंट रिटर्न पर करें फोकस
क्रिप्टो मार्केट बहुत तेजी से मैच्योर हो रहा है ऐसे में कई हेज फंड और इन्वेस्टमेंट बैंक्स इसमें खुलकर पार्टिसिपेट कर रहे हैं. एक्सपर्ट्स की सलाह है कि जब क्रिप्टो में निवेश करते हैं तो उतार-चढ़ाव बना रहता है. ऐसे में मल्टी बैगर रिटर्न की जगह निवेशकों को मंथली 8-10 पर्सेंट रिटर्न के बारे में सोचना चाहिए. इसी मेथड की मदद से हर महीने अपने पोर्टफोलियो को अपडेट और अपग्रेड करें. अगर आप ऐसा करने में सक्षम हो पाते हैं तो सालाना आधार पर 125 फीसदी से भी ज्यादा रिटर्न मिलेगा.
किस्तों में करें निवेश
बाजार के उतार-चढ़ाव से जिन निवेशकों ने सीखा है, उनका कहना है कि क्रिप्टो मार्केट में निवेश का सबसे शानदार फॉर्म्यूला ‘Dollar Cost Averaging’ है. यह निवेश का वह तरीका है जिसमें आप अपने निवेश की वैल्यु को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट देते हैं. जिस भी डिजिटल करेंसी में आपको निवेश करना है उसमें एकसाथ निवेश करने की जगह थोड़ा-थोड़ा निवेश करें. इससे उतार-चढ़ाव (impact of volatility) का असर कम से कम होगा.
अफवाह पर खरीदें, न्यूज पर बेचें
एग्जिट की स्ट्रैटिजी क्या होगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना रिटर्न चाहते हैं. हालांकि, फाइनेंशियल मार्केट में “Buy on the rumor, sell on the news.” का फॉर्म्यूला बहुत पुराना और आजमाया हुआ है. इसका मतलब ये है कि जब अफवाह का बाजार गर्म हो तो खरीदारी करें, और जब उसको लेकर न्यूज आने वाली है तो बिकवाली करें.
टेक्निकल ऐनालिसिस का लें सहारा
इसके अलावा टेक्निकल ऐनालिसिस एग्जिट के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है. बाजार के ज्यादातर निवेशक चाहे वे छोटे हों या बड़े, टेक्निकल इंडिकेटर के आधार पर ही खरीदारी और बिकवाली करते हैं. चूंकि ज्यादातर निवेशक इस फॉर्म्युले का इस्तेमाल करते हैं, इसके कारण यह सही भी होता है. अगर आप इसका अध्ययन करेंगे तो ओवरबाउट जोन और ओवरसोल्ड जोन के बारे में पता कर पाएंगे. इससे आपको यह पता रहता है कि खरीदारी कहां करनी चाहिए और बिकवाली का स्तर कहां होगा.
टॉफी से भी सस्ती हैं यह क्रिप्टोकरेंसीज, कम कमाई वाले भी कर सकते हैं निवेश
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक रुपए से सस्ती क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में मौजूद हैं। क्रिप्टोकरेंसी शिब की बात करें तो आज वो 0.000547 रुपए पर कारोबार कर रही है।
वर्चुअल करेंसी की दुनिया की कुछ क्रिप्टोकरेंसी ऐसी भी जिनकी कीमत एक कैंडी या यूं कहें कि एक टॉफी के बराबर या उनसे भी कम है। जिनमें निवेश कर कम कमाई करने वाले या हाउस होल्ड वुमेंस भी इसमें निवेश कर सकती हैं। लांग टर्म में अच्छा रिटर्न पा सकते हैं। आज हम आपके सामने ऐसी क्रिप्टोकरेंसी सामने लेकर आ रहे हैं, जिनकी कीमत दो रुपए या उससे भी कम हैं।
एक रुपए से भी है इनके दाम
बाजार में मौजूदा समय में आज भी एक रुपए की टॉफी अवेलेबल हैं। जबकि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक रुपए से सस्ती क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में मौजूद हैं। क्रिप्टोकरेंसी शिब की बात करें तो आज वो 0.000547 रुपए पर कारोबार कर रही है। जबकि विन के दाम 0.0496 हैं। डेंट की कीमत की बात करें तो मौजूदा समय में 0.477 रुपए पर कारोबार कर रहा है। जबकि बीटीटी की कीमत 0.33440 रुपए के आसपास है। वहीं हॉट के दाम 0.838 रुपए देखने को मिले हैं।
दो रुपए से भी कम है इन क्रिप्टोकरेंसी के दाम
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क्रिप्टोकरेंसी के नाम | कीमत (रुपए में) |
शिब | 0.000547 |
विन | 0.0496 |
डेंट | 0.477 |
बीटीटी | 0.33440 |
हॉट | 0.838 |
सीकेबी | 1.16 |
आरईईएफ | 1.90 |
दो रुपए से कम है इनके दाम
वहीं दूसरी ओर वर्चुअल करेंसी की दुनिया में कुछ करेंसी ऐसी भी हैं जिनके दाम एक रुपए से ज्यादा हैं, लेकिन दो रुपए से कम है। जबकि आप बाजार में जाते हैं तो चॉकलेट कैंडी के दाम दो रुपए या उससे ज्यादा होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी सीकेबी के दाम 1.16 रुपए हैं। आरईईएफ की कीमत 1.90 रुपए के आसपास है।
कम कमाई वाले भी कर सकते हैं निवेश
जानकारों की मानें तो यह वो करेंसी हैं जिनमें कम कमाई करने वाले भी निवेश कर सकते हैं। जिसमें स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स शामिल हो सकते हैं। वहीं घर का काम करने वाली हाउस होल्ड महिलाएं भी शामिल हो सकती हैं। जो एक एक रुपया जोड़कर अपने पास रखती हैं। वहीं वो लोग भी इनमें निवेश कर सकते हैं जिनकी सैलरी बेहद कम है।
ज्यादा नुकसान नहीं
एकसपर्ट के अनुसार ऐसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से नुकसान गुंजाइश काफी कम रहती है, क्योंकि इनकी कीमत काफी कम होती हैं। अगर ऐसी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में ज्यादा उतार चढ़ाव भी देखने को मिलता है तो नुकसान ज्यादा नहीं होता है या यूं कहें कि ना के बराबर होता है। आपको बता दें कि इनमें कुछ क्रिप्टोकरेंसी ऐसी भी हैं जिनकी लांचिंग को साल भर भी नहीं हुआ है।
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में बहार
वहीं बात बिटकॉइन की करें तो 5 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। जिसके बाद दाम 49349 डॉलर हो गए हैं। वहीं इथेरियम के दाम में 9 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है जिसकी वजह से कीमत 3760 डॉलर के पार चली गई है। डॉगेकॉइन के दाम भी 8 फीसदी के इजाफे के साथ कारोबार कर रहा है। जिसके बाद दाम 0.2991441 डॉलर हो गए हैं।
क्या होता आज की सबसे हॉट क्रिप्टोकरेंसी है क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट? कैसे करते हैं इस्तेमाल, जानिए हर जरूरी बात
Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में
जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने में मदद करते हैं
Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इस करेंसी में कोडिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, जिससे इसे हैक करना बहुत मुश्किल है. यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम होती है. क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल केंद्रीय बैंक पर निर्भर नहीं होता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है.
क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या हैं?
जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने में मदद करते हैं. एक वॉलेट आपके फोन पर एक अलग डिवाइस या एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हो सकता है. वे ब्लॉकचैन तकनी का इस्तेमाल सेफ्टी और सिक्योरिटी के साथ आपकी क्रिप्टो एसेट्स को सुरक्षित रखने के लिए मदद करता है, साथ ही क्रिप्टोकरेंसी को भेजने और रिसीव करने की सुविधा भी देता है.
वॉलेट कितने तरह के होते हैं
इन्हें खास तौर पर हॉट एंड कोल्ड वॉलेट (Hot and Cold Wallets) में कैटेगरीज किया जा सकता है. हॉट वॉलेट इंटरनेट से जुड़े होते हैं और इन्हें कभी भी एक्सेस किया जा सकता है. इनमें ऑनलाइन क्लाउड वॉलेट, most मोबाइल वॉलेट, सॉफ्टवेयर वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज शामिल हैं.
कोल्ड वॉलेट इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होते हैं और आपको अपने क्रिप्टो ऑफ़लाइन को स्टोर करने देते हैं. कोल्ड वॉलेट में हार्डवेयर और पेपर वॉलेट शामिल हैं.
Hardware Wallets : एक हार्डवेयर वॉलेट क्रिप्टो स्टोर करते समय सुरक्षा और सुविधा के बीच बैलेंस बनाने में मदद करता है. हार्डवेयर वॉलेट को आपकी प्राइवेट की (Private Key) को स्टोर करने के ऑनलाइन तरीकों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे कि कंप्यूटर और फोन पर, जिसे हैकर से एक्सेस किया जा सकता है. चूंकि आपकी प्राइवेट की डिवाइस को कभी नहीं छोड़ती है, इसलिए इसे हैक नहीं किया जा सकता है. अगर आपका हार्डवेयर वॉलेट खो जाता है या टूट जाता है, तो आप अपने बिटकॉइन को एक नए डिवाइस से एक्सेस कर सकते हैं जब तक कि आप अपने रिकवरी सीड वर्ड्स को नहीं जानते हैं.
Paper Wallets: पेपर वॉलेट्स को पेपर की प्रिंटेड शीट पर स्टोर किया जाता है और यह सबसे सुरक्षित ऑप्शन में से एक है. क्रिप्टो को प्राइवेट की दर्ज करके या कागज पर क्यूआर कोड को स्कैन करके मूव किया जा सकता है. कंप्यूटर या मोबाइल पर सेव नहीं होने के वजह से उन्हें डिजिटल रूप से हैक या चोरी नहीं किया जा सकता है. आपको किसी थर्ड पार्टी सर्वर पर निर्भर होने की भी जरूरत नहीं है. यूजर अपने फोन का इस्तेमाल करके अपने पेपर वॉलेट या सीड वर्ड्स की तस्वीर कभी नहीं लेनी चाहिए.
आपको एक वॉलेट में क्रिप्टो को कब होल्ड करना चाहिए?
कोल्ड वॉलेट निस्संदेह आपकी क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने का सबसे सुरक्षित तरीका है. वे ऑनलाइन वायरस और हैकर्स से बचाने में मदद करता हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने डेटा को स्टोर करने के लिए किसी थर्ड पार्टी पर निर्भर नहीं हैं.
ऑनलाइन अटैक या स्कैम के लिए ऑनलाइन या वेब वॉलेट सबसे ज्यादा रिस्क होते हैं. अगर आप क्रिप्टो एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप अपनी एसेट्स के साथ उन पर भरोसा कर सकते हैं.
हॉट और कोल्ड वॉलेट में बांटें अपनी क्रिप्टोकरेंसी
पिछले कुछ समय से आभासी मुद्राएं यानी क्रिप्टोकरेंसी खासी चर्चा में हैं। चाहेे इनके नियमन का मसला हो या कराधान की बात हों, क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार, भारतीय रिजर्व बैंकऔर विशेषज्ञ लगातार कुछ न कुछ कह रहे हैं। मगर इसी बीच भारतीय निवेशकों के बीच इनकी लोकप्रियता और स्वीकार्यता भी बढ़ती जा रही है। परामर्श फर्म कंटार द्वारा कुछ समय पहले कराए गए एक सर्वेक्षण में पता चला कि हर छह में से एक शहरी भारतीय के पास क्रिप्टोकरेंसी हैं और 19 फीसदी अगले छह महीनों में इनमें निवेश करने की मंशा रखते हैं।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि अभी तक 1.5 करोड़ से अधिक भारतीय आभासी मुद्राओं से जुड़ी परिसंपत्तियों में रकम लगा चुके हैं। मगर निवेश करने वालों को जरूरत से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में पिछले कुछ साल के दौरान जितना ज्यादा इजाफा हुआ है, उतना ही ज्यादा खतरा भी इन पर बढ़ गया है। ये मुद्राएं अब दुनिया भर के हैकरों और जालसाजों के निशाने पर आ गई हैं।
हॉट और कोल्ड वॉलेट
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल वॉलेट में रखी जाती हैं। ये वॉलेट वेब आधारित भी हो सकते हैं और हार्डवेयर आधारित भी। वेब आधारित वॉलेट में क्रिप्टोकरेंसी ऑनलाइन रखी जाती हैं और हार्डवेयर आधारित वॉलेट उन्हें किसी ऐसे डिवाइस में रखते हैं, जो इंटरनेट से नहीं जुड़ा होता। ध्यान रहे कि इन वॉलेट के भीतर वास्तव में क्रिप्टोकरेंसी नहीं रखी जाती। इनमें क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन करने की कुंजी रखी रहती है।
क्रिप्टोकरेंसी और निजी कुंजियां रखने के लिए मुख्य तौर पर दो तरह के वॉलेट इस्तेमाल होते हैं – हॉट वॉलेट और कोल्ड वॉलेट।
हॉट वॉलेट हमेशा इंटरनेट से जुड़े रहते हैं। बिटबिन्स के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी (सीईओ) गौरव दहके कहते हैं, ‘क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने वाले को हॉट वॉलेट से टोकन भेजने और पाने जैसे बुनियादी लेनदेन करने में काफी आसानी हो जाती है।’ हॉट वॉलेट को भी तीन श्रेणियों में बांटा गया है, जो इस बात पर निर्भर करती हैं कि वॉलेट के लिए किस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये तीन श्रेणियां हैं – वेब वॉलेट, मोबाइल वॉलेट और डेस्कटॉप वॉलेट।
मुद्रेक्स के सीईओ और सह-संस्थापक एदुल पटेल कहते हैं, ‘चूंकि हॉट वॉलेट मोबाइल अथवा वेब पर आधारित होते हैं, इसलिए उनमें क्रिप्टोकरेंसी रखने के लिए किसी महंगे डिवाइस की जरूरत नहीं होती। इस वजह से वे काफी किफायती रहते हैं। मगर ये वॉलेट हर समय इंटरनेट से जुड़े रहते हैं, इसलिए इन्हें हैक किए जाने का खतरा बना रहता है।’
कोल्ड वॉलेट या हार्डवेयर वॉलेट वास्तव में ऑफलाइन वॉलेट होते हैं। ये वास्तविक स्टोरेज डिवाइस होते हैं, जिन्हें इस्तेमाल के समय लैपटॉप या डेस्कटॉप के साथ जोड़ा जाता है। दहके बताते हैं, ‘ये ज्यादा सुरक्षित होते हैं क्योंकि ये ऑफलाइन मोड में रहते हैं। हम बिटबिन्स हार्डवेयर कोल्ड वॉलेट देते हैं, जो मजबूत डेबिट कार्ड जैसे होते हैं। आप इन्हें अपने बटुए या जेब में डालकर कहीं भी ले जा सकते हैं।’
मगर कोल्ड वॉलेट में कुछ कमियां भी होती हैं। पटेल बताते हैं, ‘इन्हें इस्तेमाल करने में ज्यादा वक्त लग सकता है। साथ ही इनके लिए अलग से हार्डवेयर की जरूरत भी पड़ती है, जिसकी कीमत इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति को ही चुकानी होती है।’ बहरहाल ये वॉलेट किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर काम कर सकते हैं चाहे मोबाइल हो, डेस्कटॉप हो या यूएसबी डिवाइस हो। इन्हें पाना भी मुश्किल नहीं है। बाजार से लेजर, ट्रेजर जैसे हार्डवेयर वॉलेट खरीदे जा सकते हैं।
मल्टी-सिग वॉलेट
हॉट वॉलेट और कोल्ट वॉलेट के अलावा वॉलेट की तीसरी श्रेणी भी होती है, जिसे मल्टी-सिग वॉलेट कहा जाता है। जेबपे के सह-मुख्य कार्य अधिकारी अविनाश शेखर इनके बारे में समझाते हुए कहते हैं, ‘आम क्रिप्टो वॉलेट में किसी भी समय सेंध लगाई जा सकती है। यदि कोई व्यक्ति अपने वॉलेट के सीड वर्ड (पिन की तरह) भूल जाए तो उसका हमेशा के लिए उस वॉलेट में बंद हो जाएगा। यहां मल्टी-सिग वॉलेट कारगर होते हैं क्योंकि वे एक से ज्यादा निजी कुंजियों से चलते हैं।’
ये वॉलेट बैंक के लॉकर की तरह होते हैं, जिसे खोलने के लिए एक से अधिक कुंजियों या चाबियों आज की सबसे हॉट क्रिप्टोकरेंसी की जरूरत पड़ती है। मल्टी-सिग वॉलेट का इस्तेमाल करने वाले उसके इस्तेमाल की नीतियों को अपने हिसाब से बदल सकते हैं – जैसे तीन में से दो अकाउंट का साइन करना जरूरी है। शेखर कहते हैं, ‘वे सामान्य वॉलेट के मुकाबले बेहतर सुरक्षा मुहैया कराते हैं। लेकिन अगर साइन करने वालों में से कोई एक मौजूद नहीं है तो इन्हें खोला या इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।’
करेंसी अलग-अलग रखें
सबसे जरूरी होता है सही श्रेणी का वॉलेट चुनना। कॉइनस्विच कुबेर के सह-संस्थापक और सीईओ आशिष सिंघल सुझाव देते हैं, ‘आप जो भी क्रिप्टोकरेंसी खरीदें, उनका ज्यादातर हिस्सा कोल्ड वॉलेट में ही रखें। हॉट वॉलेट में उतनी करेंसी ही रखें, जितनी का आपको कारोबार करना है।’
कोल्ड वॉलेट आपकी क्रिप्टोकरेंसी को महफूज ही नहीं रखते बल्कि निवेशकों को करेंसी लंबे समय तक अपने पास बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। इस तरह निवेशकों की संपत्ति बढ़ती जाती है। सिंघल समझाते हैं, ‘क्रिप्टोकरेंसी में दीर्घकालिक निवेश ही आपके सबसे अच्छा प्रतिफल दिलाता है और कोल्ड वॉलेट इसमें आपकी मदद करता है।’
वॉलेट चुनते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि आप क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कितनी जानकारी रखते हैं। वजीरएक्स के संस्थापक और सीईओ निश्चल शेट्टी कहते हैं, ‘जो अभी निवेश शुरू कर रहे हैं और क्रिप्टो की पेचीदगियों से डर रहे हैं, उन्हें डेस्कटॉप या मोबाइल वॉलेट चुनना चाहिए। इन वॉलेट में एक्सचेंज बेहद सरल किस्म का यूजर इंटरफेस प्रदान करते हैं।’
जो बाकायदा ट्रेडिंग करते हैं, उन्हें आभासी मुद्रा की अच्छी खासी समझ होती है। शेट्टी कहते हैं, ‘वे भारी भरकम निवेश भी करते हैं, इसलिए उन्हें तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत होती है। ऐसे निवेशकों के लिए हार्डवेयर क्रिप्टो वॉलेट ज्यादा कारगर होते हैं।’
जिन्होंने क्रिप्टो में बहुत शुरुआत में ही निवेश आरंभ कर दिया हो, उनके लिए सुरक्षा के लिहाज से हाइब्रिड तरीका अच्छा है यानी उन्हें हॉट और कोल्ड दोनों तरह के वॉलेट का इस्तेमाल करना चाहिए।
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