बैंक निफ्टी में भी ट्रेडिंग कर के आप अच्छी कमाई कर सकते हैं अन्य शेयरों की अपेक्षा बैंक निफ़्टी में अत्याधिक उतार-चढ़ाव रहता है इसलिए प्रॉफिट के साथ-साथ नुकसान की भी संभावनाएं अधिक रहती है बैक निफ़्टी में ट्रेडिंग करने के लिए आपको बैंक निफ्टी की चाल और बैंकिंग शेयरों में उतार-चढ़ाव को पहचानने की कला आनी चाहिए

आज से 100% मार्जिन रूल लागू, जानिए क्या है पीक मार्जिन और ट्रेडर्स पर क्या होगा इसका असर

सेबी ने पीक मार्जिन का नियम आज से पूरी तरह लागू किया, जानिए क्या होगा ट्रेडिंग पर असर

1 सितंबर यानी आज से सेबी ने पीक मार्जिन के नियमों को बदल दिया है। आज से ट्रेडिंग के लिए 100% मार्जिन अपफ्रंट रखने की जरूरत होगी। पहले यह सिर्फ 75% था। यानी शेयर खरीदने या बेचने के लिए 75% अपफ्रंट मार्जिन की जरूरत थी। आज से इंट्राडे पोजीशन में भी 100% मार्जिन की जरूरत होगी।

जानिए इस नियम का ट्रेडर्स पर क्या असर होगा?

फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) में ट्रेडिंग करने वालों को अब मार्जिन के तौर पर ज्यादा फंड रखना होगा। अब पीक मार्जिन के तौर पर 100% मार्जिन अपफ्रंट रखना होगा। एक ही दिन में शेयर खरीदकर बेचने वाले यानी इंट्राडे करने वालों को भी 100% मार्जिन की जरूरत होगी। पहले 75% मार्जिन अपफ्रंट की जरूरत होती थी।

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आसान शब्दों में कहें तो अगर कोई ट्रेडर 10 लाख रुपए का निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट खरीदना चाहता है तो अब उसे बतौर 20% मार्जिन 2 लाख रुपए रखना होगा। लेकिन पहले सिर्फ 1.50 लाख रुपए मार्जिन रखने की जरूरत होती थी।

क्या है पीक मार्जिन?

पिछले साल तक कारोबारी सत्र के अंत में मार्जिन वसूला जाता था। उदाहरण के तौर पर अगर आपने कल 1 करोड़ रुपए F&O में निवेश किया तो आज के मार्केट सत्र में भी अतिरिक्त 1 करोड़ रुपए का निवेश कर सकते थे। पुराने सिस्टम में 1 करोड़ रुपए के अतिरिक्त निवेश पर अलग से कोई मार्जिन नहीं चुकाना पड़ता था। यानी कल के मार्केट सत्र से लेकर आज के मार्केट सत्र के बीच सिर्फ 1 करोड़ रुपए के मार्जिन पर आप 2 करोड़ रुपए F&O में निवेश कर सकते थे। लेकिन नए नियम के मुताबिक, आपको अतिरिक्त 1 करोड़ रुपए पर भी मार्जिन देना होगा।

सेबी ने पीक मार्जिन सिस्टम पिछले साल लागू किया था। इसे चार चरणों में लागू किया गया है। पहले चरण में अतिरिक्त 1 करोड़ रुपए पर 25% मार्जिन वसूला गया। दूसरे चरण में 50%, तीसरे चरण में 75% और चौथा चरण 1 सितंबर से लागू हो गया। इसमें 100% अपफ्रंट मार्जिन चुकाना होगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने

इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए सही स्टॉक का चुनाव जरूरी है शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग का दौर चल रहा है इसीलिए आपकी कमाई इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए चुने गए शेयरों पर निर्भर करती है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चयन बड़ी ही सावधानी से करना चाहिए जैसे की कंपनी की बैलेंस शीट , ओवर वेट शेयर , खबरों के दम पर बढ़ने वाले शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चुनाव करतें समय इन बातो का ध्यान रखना चहिए।

शेयर मार्केट से इंट्राडे ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग की जानकारी हासिल करनी होगी जिन शेयरों में आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने जा रहे हैं उन शेयरों पर पहले से नजर बनाए रखें सही समय का इंतजार करना होगा कल के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग की रणनीति आज ही बनानी होगी सही स्टॉक के चुनाव के लिए पेपर वर्क , न्यूज़ चैनल, कंपनी का लेखा-जोखा, इंट्राडे चार्ट , आदि सभी बिंदुओं पर नजर रखनी होगी

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ऐसे शेयरों का चुनाव करें जिन शेयरों में उतार-चढ़ाव अधिक रहता हो और उस स्टॉक के उतार-चढ़ाव से आप अच्छी तरह से वाकिफ हो इंट्राडे ट्रेडिंग भी ऐसे ही स्टॉक को अच्छा माना जाता है

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने

इंट्राडे ट्रेडिंग फॉर्मूला

1 जरूरी नहीं है कि शेयर खरीदकर भाव बढ़ने पर बेचा जाए इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए यदि मार्केट में दबाव दिखता हो तो शेयर को पहले बेचकर खरीदना भी आना चाहिए दोनों तरह से ट्रेडिंग करना एक दिवसीय व्यापार में बहुत ही महत्वपूर्ण है.

2 यदि आपको ट्रेडिंग करने के लिए समय ना हो तो इंट्राडे ट्रेडिंग ना करें क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग समय का बहुत ही महत्व रहता है एक क्षण ऐसा रहता है जब आपको प्रॉफिट दिखता है और अगले ही पल नुकसान होने लगता है इसलिए यदि आपके पास ट्रेडिंग करने का समय हो तो शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग ना करें

3 निफ्टी और सेंसेक्स इंट्राडे चार्ट पर नजर बनाए रखें और ग्लोबल स्टॉक मार्केट को भी देखते रहे निफ़्टी या सेंसेक्स कब बढ़ेगा या गिरेगा ग्लोबल स्टॉक मार्केट को देखते रहते रहने से इस बात का सही अंदाजा हो जाता है

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कैसे चुने

उपयुक्त इंट्राडे टिप्स आजमा कर आप स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण टूल्स
यदि आप स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं या कर रहे हैं तो ब्रोकर के द्वारा ऑनलाइन प्रदान किए गए टूल्स का इस्तेमाल अवश्य इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम करें

  1. भारती एयरटेल
  2. टाटा स्टील
  3. आईसीआईसीआई बैंक
  4. बजाज फाइनेंस
  5. एनटीपीसी

कल के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक

कल के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक

बैंक निफ्टी में भी ट्रेडिंग कर के आप अच्छी कमाई कर सकते हैं अन्य शेयरों की अपेक्षा बैंक निफ़्टी में अत्याधिक उतार-चढ़ाव इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम रहता है इसलिए प्रॉफिट के साथ-साथ नुकसान की भी संभावनाएं अधिक रहती है बैक निफ़्टी में ट्रेडिंग करने के लिए आपको बैंक निफ्टी की चाल और बैंकिंग शेयरों में उतार-चढ़ाव को पहचानने की कला आनी चाहिए

( how to choose the best stock for intraday trading )
जिस शेयरों को आप लंबे समय से देखते आ रहे हैं जिस शेयरों में आप अक्सर सौदा करते रहते हैं. जिस शेयरों में होने वाले उतार-चढ़ाव से आप भली-भांति परिचित हैं और आपको विश्वास है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सिर्फ ऐसे ही शेयर का चुनाव करें

1 दिन के लिए भी पैसे लगाकर कर सकते हैं मोटी कमाई? ये है तरीका

बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर कर सकते हैं कमाई

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Intraday Trading: अगर आप अपना पैसा निवेश कर रिटर्न के लिए लंबा इंतजार नहीं करना चाहते हैं तो भी आपके पास कमाई के विकल्प हैं. कैपिटल मार्केट आपको एक दिन के लिए भी निवेश का विकल्प देता है. ये है इंट्रा डे ट्रेडिंग, जिसमें एक ही दिन शेयर खरीदने और बेचने की इजाजत होती है. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. हालांकि जरूरी नहीं है कि इसमें आपको फायदा ही हो. लेकिन अगर शेयर का सही चुनाव हो तो मुनाफे के चांस बढ़ जाते हैं.

कैसे चुनें सही स्टॉक

  • सिर्फ लिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग करें, 2 या 3 ऐसे स्टॉक चुन सकते हैं.
  • वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहें
  • अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों में करें खरीददारी
  • शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देख लें, मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं.
  • रिसर्च के बाद जिन शेयरों को लेकर कांफिडेंट हैं, उनमें निवेश करें
  • शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
  • जैसे ही लक्ष्य पूरा हो, प्रॉफिट बुकिंग करें.

कितने पैसों की पड़ती है जरूरत

इंट्रा डे में आप किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.

कैसे मिलता है फायदा

इसका उदाहरण 31 जुलाई 2019 यानी बुधवार को शेयर बाजार में होने वाली ट्रेडिंग से ले सकते हैं. इंडसइंड बैंक के शेयरों में निवेश करने वालों के लिए बुधवार का दिन बेहतर साबित हुआ. बुधवार को पॉजिटिव सेंटीमेंट जुड़ने के बाद कंपनी के शेयर में 5 फीसदी तक तेजी आई है.

इंडसइंड बैंक का शेयर मंगलवार को 1336.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. वहीं बुधवार को यह 1324 के भाव पर खुला और कुछ देर में ही 1398.95 रुपये के भाव पर पहुंच गया. यानी प्रति शेयर 62 रुपये का फायदा हुआ.

इंट्रा डे ट्रेड का तरीका

अगर शेयर बाजार में इंर्टा डे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है. इस अकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फोन पर ऑर्डर इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं या ऑनलाइन भी खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं.

जानकारों की राय

एक्सपर्ट के अनुसार हालांकि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.

(Discliamer: हम यहां इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, न कि निवेश की सलाह. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)

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What is Intraday Trading in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है

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दोस्तों यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं और शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हैं, लेकिन आप intraday trading के बारे में कुछ भी नहीं जानते तो आप एक सही ब्लॉग पर आए हैं. क्योंकि आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं की इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

Table of Contents

इंट्राडे ट्रेडिंग का क्या मतलब है (Intraday Trading Meaning in Hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही दिन के अंदर स्टॉक को खरीदना और बेचना होता है. यहां पर कोई भी स्टॉक को खरीदने के लिए स्टॉक के इंडेक्स को देखना होता है. क्योंकि एक अच्छा मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक का उतार–चढ़ाव किस प्रकार से चल रहा है. उस स्टॉक पर नजर बनाए रखना होता है।

अगर आप intraday trading करना चाहते हैं. यह फिर शेयर मार्केट से कोई भी शेयर खरीदना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप के पास एक ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट होना चाहिए. अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि अकाउंट कैस open कराए.

डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खुलवाए (How to open Demat and Trading Account)

मार्केट में कई ऐसे ब्रोकर है जहां पर आप घर बैठे ऑनलाइन के माध्यम से अपना डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट open करा सकते हैं। उदहारण के लिए आपको कुछ ब्रोकर के नाम बता दें AngelOne, Zerodha, Groww, Dhan जैसे कई अन्न ब्रोकर भी हैं. इन सभी ब्रोकर के Android और iOS App भी स्टोर पर मौजूद हैं. अकाउंट open कराने के बाद आप शेयर मार्केट में शेयर को खरीद या बेच सकते हैं.

जब आप एक दिन के अंदर ही शेयर को खरीद कर बेच देते हैं, तो उसे Intraday Trading कहते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ फायदे और नुकसान भी हैं, तो चलिए जान लेते हैं. क्योंकि इन सभी बातों को जानने के बाद हमें इंट्राडे ट्रेडिंग अच्छे से समझ आ जायेगा.

इंट्राडे ट्रेडिंग में Margin मिलता है मार्जिन का मतलब है कि जो शेयर 500 rupee का है वो हमें 50 rupee में मिलता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान Advantage and disadvantage of Intraday Trading

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे (Advantage of Intraday Trading) :

  • इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक दिन के अंदर पैसे कमा सकते हैं.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए अधिक पैसे की आवश्यकता नहीं होती.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस या फंडामेंटल एनालिसिस की ज्यादा आवश्यकता नहीं होती.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कोई डिग्री की आवश्यकता नहीं है.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग में आपका प्रॉफिट हो या लॉस तुरंत पता चल जाता है. इसके लिए आपको ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं होती.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग आप अपने जॉब या फिर बिजनेस के साथ पार्ट टाइम में कर सकते हैं.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग कर के एक अच्छा इनकम बना सकते हैं.

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantage of Intraday Trading) :

  • इंट्राडे ट्रेडिंग में यदि स्टॉप लॉस का प्रयोग नहीं करते तो भारी नुकसान हो सकता है.
  • इंट्राडे में यदि जुआ और सट्टा समझ कर पैसे लगाते हैं, तो आपके पैसे डूब जाएंगे.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए धैर्य बनाए रखना बहुत ही अनिवार्य है. क्योंकि जल्दबाजी में शेयर को खरीदना और बेचना हमेशा नुकसान ही होता है.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग में जरा सी चूक पर आपका कैपिटल डूब भी सकता है.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग में अधिकांश ट्रेडर ज्यादा कमाने के चक्कर में मुनाफा होते हुए भी अपना नुकसान कर लेते हैं.
  • इंट्राडे में बहुत ही कम समय में आपको फैसले लेने पड़ते हैं. क्योंकि छोटी सी चूक पर आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ध्यान देने योग्य बातें :

  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए Patience जरूर रखें.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए Indicators का इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम प्रयोग करें.
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए Risk Management को पढ़ें
  • इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कभी भी अपना पूरा कैपिटल ना लगाएं.
  • शेयर मार्केट से जुड़े अपडेट लेते रहें.
  • लालच पर अपने नियंत्रित करें.

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स (Intraday Trading Tips in Hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को जिस दिन खरीदते हैं, उसी दिन शेयर को बेचना भी होता हैं. मान लीजिए शेयर बाजार खुलने पर अपने कोई शेयर खरीदा कुछ समय बाद देखा कि आपको शेयर में मुनाफा मिल रहा है. लेकिन आपने शेयर को बेचा नहीं इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम ऐसे में शेयर बाजार बंद होते ही अपने आप शेयर चाहे मुनाफे की ओर या फिर घाटे में चल रहा हो. शेयर ऑटोमैटिक बिक जायेगा। जिसे ट्रेडिंग के भाषा में auto इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम squareoff कहते हैं।

इसमें एक बात ध्यान रखें कि auto squareoff होने पर आपका ब्रोकर पेनाल्टी चार्ज भी काटेगा. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में शेयर को जब तक चाहे ट्रेडर होल्ड करके रख सकता हैं।

FAQ’s

Q. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए समय क्या है?

Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग 9:00 AM से 3:30 PM के बीच में कर सकते हैं. शनिवार और रविवार शेयर मार्केट बंद रहता है।

Q. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कितना पैसा चाहिए?

Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग आप 5000 से शुरू कर सकते हैं.

Q. इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे किया जाता है?

Ans. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए. इसे आप घर बैठे अपने फोन या कंप्यूटर से ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?

सुबह 9:15 बजे से लेकर शाम को 3:30 बजे तक जो शेयर आपने इंट्राडे कहकर लिया है उसे 3:10 तक बेचना ही पड़ता है उस ट्रेड में आपको चाहे नुकसान हो, चाहे फायदा दोनों में से एक चीज ” बुक ” करनी ही पड़ेगी फायदा होता है तो आपकी पूंजी बढ़ जाएगी
और शेयर का रेट घट गया और आपको घटे रेट पर शेयर को बेचना ही पड़ेगा तो आपकी पूंजी घट जाएगी इसको (इंट्रा डे) बाजार कहते है इस बाजार में
इंट्राडे का व्यापार करने के लिए आपके पास कम से कम
₹50,000,00/= (पचास लाख) तो होना ही चाहिए
नहीं तो शॉर्ट टर्म या long टर्म निवेश कर
शेयर की डिलीवरी लेकर व्यपार करे!

अगर आप एक या ₹2,000,00/=लाख से इंट्राडे का व्यापार करेंगे तो आपकी पूंजी आहिस्ता आहिस्ता घटती जाएगी और एक दिन आप शेयर बाजार से बिल्कुल कंगाल हो जाएंगे।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ?

इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है

1) कैश ट्रेडिंग

इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।

2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग

इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।

डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है

a) फ्यूचर ट्रेडिंग

शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।

b) ऑप्शन ट्रेडिंग

शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।

इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

शेयर बाजार में 1 दिन केलिए ट्रेडिंग करते है तो उसको इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है। इसमें आपको शेयर को एक ही दिन में 9:15 AM से 3:30 PM तक खरीद बिक्री करना होता है। इसमें केबल ट्रेडिंग कर सकते है । मगर आपको लंबी अबधि केलिए निवेश केलिए शेयर की डिजिटल फॉरमेट के जरिए डिलीवरी लेनी होती है। इसमें आपको शेयर को डिजिटल फॉरमेट में खरीद के T +2 दिनों में आपके CDSL / NSDL एकाउंट में शेयर जमा होता है । इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको बहोत ज्यादा ब्रोकेज़ ( प्रति आर्डर ₹20/- ) का शुल्क देना होता है। मगर शेयर की डिलीवरी में ब्रोकेज़ बहोत कम लगता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको > 30% ज्यादा इनकम टैक्स भरना होता है। मगर डिलीवरी ट्रेडिंग / निवेश में आपको ( 10 % से 15 % ) तक की इनकम टैक्स लगता है। इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर बाजार के अनुभवी लोगों करना चाहिए । अगर आप शेयर में नए हो तो आपको डिलीवरी ट्रेडिंग / निवेश करना चाहिए।

ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?

बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।

1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक

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