Gujarat Election Results 2022: भाजपा की बल्ले-बल्ले, कांग्रेस चित, आप के वोट प्रतिशत बढ़े 6 सीटों पर रुझान अनुमान के तरीके आगे
2017 में कांग्रेस को जहाँ 49.1 % वोटों के साथ 77 सीटें मिलीं थीं और उसे 16 रुझान अनुमान के तरीके सीटों का फायदा हुआ था वहीं इस चुनाव में खबर लिखे जाने तक 12.7 % वोटों के साथ मात्र 18 सीटों पर आगे है। यह सिर्फ रुझान है आंकड़े बदल सकते हैं।
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में भाजपा जहां बहुमत से काफी आगे निकल गई है वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का बुरा हाल है। भाजपा को लगातार बढ़त जारी है, न केवल 153 सीटों पर आगे है बल्कि अभी तक के रुझानों में उसके वोट प्रतिशत में रुझान अनुमान के तरीके भी बढ़ोत्तरी हुई है।
2017 में भाजपा को 49% वोटों के साथ कुल 99 सीटें मिली थीं जबकि 2022 में अभी तक रुझानों में वह 153 सीटों पर आगे चुनाव आयोग के अनुमानों में 53.3% वोट उसे अभी तक मिले हैं यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जबकि कांग्रेस का पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार और भी बुरा हाल है।
2017 में कांग्रेस को जहाँ 41.4 % वोटों के साथ 77 सीटें मिलीं थीं और उसे 16 सीटों का फायदा हुआ था वहीं इस चुनाव में खबर लिखे जाने तक 27.3 % वोटों के साथ मात्र 16 सीटों पर आगे है। यह सिर्फ रुझान है आंकड़े बदल सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने भी इस विधानसाभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही थी और अच्छी खासी सीटों का दावा कर रही थी लेकिन रुझानों में मामला एकदम उलट है।
आप 12.8 % वोटों के साथ अभी तक वह 6 सीटों पर आगे है। हालांकि आम आदमी पार्टी पिछली बार के अपेक्षा इस बार अच्छी स्थिति में है और उस हिसाब उसने बड़ी पार्टियों के सामने एक सार्थक हस्तक्षेप का संकेत दे रही है। 2017 के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने हिस्सा लिया था और उसे 24, 918 वोट मिले थे जो कुल वोट प्रतिशत का 0.1% था वहीं इस बार न केवल उसके वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ है बल्कि वह 6 सीटों पर आगे भी है। रुझानों में 12.7% वोट शेयर है आम आदमी पार्टी का, जबकि कांग्रेस का 27% है जबकि पिछली बार यानि 2017 के विधानसभा चुनाव में रुझान अनुमान के तरीके 41 % था और आप का 0.1 %। अगर 12 % को 27 में जोड़ा जाए तो यह मत प्रतिशत 39 % पहुंचता है यानि कांग्रेस के वोट में सेंधमारी आम आदमी पार्टी ने की।
इसके अलावा 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव वोटों की गिनती में 'आप' कई सीटों पर दूसरे और तीसरे नं. पर चल रही है जहाँ भाजपा पहले नं. पर है। अगर भाजपा की बात करें तो अब तक उसके वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी अभी तक 3.8% की है, लेकिन सीटों के हिसाब-किताब में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी है।
2017 में जहाँ भजपा को 49.1% वोट के साथ 99 सीटें थीं वहीं इस बार 52.9% वोट के साथ 155 सीटों पर बढ़त हासिल है यानि अगर ये रुझान अंतिम परिणाम तक गए तो उसे 56 सीटों का फायदा हो रहा है। गुजरात के मुस्लिम सीटों पर लोग पहले से यह अनुमान लगा रहे थे कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असादुदीन ओवैसी की वजह से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है जो रुझानों में एकदम गलत साबित हो रहा है। उनका अभी प्रदर्शन एकदम लचर रहा है और 0.38 वोट शेयर हैं किसी भी सीट पर बढ़त नहीं है।
विस्तार
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में भाजपा जहां बहुमत से काफी आगे निकल गई है वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का बुरा हाल है। भाजपा को लगातार बढ़त जारी है, न केवल 153 सीटों पर आगे है बल्कि अभी तक के रुझानों में उसके वोट प्रतिशत में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
2017 में भाजपा को 49% वोटों के साथ कुल 99 सीटें मिली थीं जबकि 2022 में अभी तक रुझानों में वह 153 सीटों पर आगे चुनाव आयोग के अनुमानों में 53.3% वोट उसे अभी तक मिले हैं यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जबकि कांग्रेस का पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार और भी बुरा हाल है।
2017 में कांग्रेस को जहाँ 41.4 % वोटों के साथ 77 सीटें मिलीं थीं और उसे 16 सीटों का फायदा हुआ था वहीं इस चुनाव में खबर लिखे जाने तक 27.3 % रुझान अनुमान के तरीके वोटों के साथ मात्र 16 सीटों पर आगे है। यह सिर्फ रुझान है आंकड़े बदल सकते हैं। आम आदमी रुझान अनुमान के तरीके रुझान अनुमान के तरीके पार्टी ने भी इस विधानसाभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही थी और अच्छी खासी सीटों का दावा कर रही थी लेकिन रुझानों में मामला एकदम उलट है।
आप 12.8 % वोटों के साथ अभी तक वह 6 सीटों पर आगे है। हालांकि आम आदमी पार्टी पिछली बार के अपेक्षा इस बार अच्छी स्थिति में है और उस हिसाब उसने बड़ी पार्टियों के सामने एक सार्थक हस्तक्षेप का संकेत दे रही है। 2017 के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने हिस्सा लिया था और उसे 24, 918 वोट मिले थे जो रुझान अनुमान के तरीके कुल वोट प्रतिशत का 0.1% था वहीं इस बार न केवल उसके वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ है बल्कि वह 6 सीटों पर आगे भी है।
रुझानों में 12.7% वोट शेयर है आम आदमी पार्टी का, जबकि कांग्रेस का 27% है जबकि पिछली बार यानि 2017 के विधानसभा चुनाव में 41 % था और आप का 0.1 %। अगर 12 % को 27 में जोड़ा जाए तो यह मत प्रतिशत 39 % पहुंचता है यानि कांग्रेस के वोट में सेंधमारी आम आदमी पार्टी ने की।
इसके अलावा 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव वोटों की गिनती में 'आप' कई सीटों पर दूसरे और तीसरे नं. पर चल रही है जहाँ भाजपा पहले नं. पर है। अगर भाजपा की बात करें तो अब तक उसके वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी अभी तक 3.8% की है, लेकिन सीटों के हिसाब-किताब में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी है।
2017 में जहाँ भजपा को 49.1% वोट के साथ 99 सीटें थीं वहीं इस बार 52.9% वोट के साथ 155 सीटों पर बढ़त हासिल है यानि अगर ये रुझान अंतिम परिणाम तक गए तो उसे 56 सीटों का फायदा हो रहा है। गुजरात के मुस्लिम सीटों पर लोग पहले से यह अनुमान लगा रहे थे कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असादुदीन ओवैसी की वजह से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है जो रुझानों में एकदम गलत साबित हो रहा है। उनका अभी प्रदर्शन एकदम लचर रहा है और 0.38 वोट शेयर हैं किसी भी सीट पर बढ़त नहीं है।
MCD Exit Poll Result Live Streaming: News18 पर देखें एमसीडी चुनावों के एग्जिट पोल के अनुमान लाइव, जानें कौन मरेगा बाजी?
दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा और आप ने सभी 250 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे. जबकि कांग्रेस के 247 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. भाजपा यहां अपनी साख और सत्ता बचाने के लिए लड़ी, तो वहीं आम आदमी पार्टी निगम में पहली बार अपनी जगह बनाना चाहती है. वहीं कांग्रेस पिछली बार के मुकाबले अपनी सीटें बढ़ने का दावा कर रही है.
MCD Election 2022 Exit Polls On News18: दिल्ली नगर निगम की सत्ता पर कौन विराजमान होगा इसका फैसला वहां की अवाम ने रविवार को कर दिया. MCD चुनावों में कुल 50.47 फीसदी मतदान हुआ, जो 2017 के मुकाबले लगभग 3% कम है. साल 2017 में लगभग 54 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ था. यह पहली बार हो रहा है कि 3 महानगरपालिकाओं को एक कर चुनाव हो रहा है. इससे पहले एमसीडी ईस्ट, नॉर्थ और साउथ निकायों में बंटा हुआ था.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा और आप ने सभी 250 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे. जबकि कांग्रेस के 247 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. भाजपा यहां अपनी साख और सत्ता बचाने के लिए लड़ी, तो वहीं आम आदमी पार्टी निगम में पहली बार अपनी जगह बनाना चाहती है. वहीं कांग्रेस पिछली बार के मुकाबले अपनी सीटें बढ़ने का दावा कर रही है.
बुधवार को आने वाले नतीजों से पहले आज एग्जिट पोल परिणाम आएंगे. News18 पर एग्जिट पोल के अनुमान आप लिंक पर क्लिक कर देख सकते हो.
Himachal Election Exit Poll: हिमाचल में भाजपा की जोरदार वापसी, कांग्रेस को महज 5 सीटें मिलने का अनुमान
दिल्ली विश्वविद्यालय के वैश्विक अध्ययन केंद्र के सर्वे के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में भाजपा बहुत बड़ी जीत हासिल करने वाली है। सर्वे का कहना है कि भाजपा 68 में से 62 पर जीत हासिल करेगी।
हिमाचल प्रदेश में इस बार भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी बड़ी दावेदारी पेश कर रही थी। हालांकि एग्जिट पोल की बात करें तो यहां आम आदमी पार्टी का असर बिल्कुल नहीं दिखाई देता। दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर ग्लोबल स्टडीज के सर्वे के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में भाजपा जबरदस्त वापसी कर रही है। वहीं कांग्रेस का हाल पहले से भी ज्यादा खराब हो सकता है।
भाजपा को मिल सकती है बड़ी जीत
इस सर्वे के मुताबिक भाजपा को 62 सीटें, कांग्रेस को 05, आम आदमी पार्टी को केवल 1 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। इस सर्वे के मुताबिक अन्य यानी निर्दलीय उम्मीदवारों को एक भी सीट मिलने का अनुमान नहीं है। बता दें कि इस बार कांग्रेस और भाजपा के कई नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। बाद में पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा को 60 फीसदी वोट मिल सकते हैं। वहीं कांग्रेस को 25.9 फीसदी, आम आदमी पार्टी को 4 फीसदी और अन्य को 10.1 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है।
हिमाचल में 2017 में क्या था परिणाम
68 सीटों वाली विधानसभा में 2017 में भाजपा ने 44 सीटें जीती थीं। यहां बहुमत का जादुई आंकड़ा 35 ही था। इस हिसाब से अच्छे मार्जिन से भाजपा ने सरकार बनाई थी। वहीं भाजपा के स्टार कैंडिडेट और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर सीट से चुनाव हार गए थे। बाद में हिमाचल में जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया। इस बार भी धूमल को टिकट नहीं दिया गया था। क्षेत्रवार स्थिति देखें तो 2017 में चंबा में भाजपा को 15, कांग्रेस को 4 और अन्य को 1 सीट पर जीत हासिल हुई थी। कुल्लू की 15 सीटों में से भाजपा को 13, कांग्रेस को 1 और अन्य को 1 सीट मिली थी। मैदानी 14 सीटों में भाजपा को 9 और कांग्रेस को 5 सीट पर जीत मिली थी। शिमला की 19 सीटों में से भाजपा को 6, कांग्रेस को 12 और अन्य को एक सीट मिली थी। एग्जिट पोल्स में भी यही इशारा किया था कि भाजपा को आसान जीत मिलेगी।
हिमाचल में 68 सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान हुआ था। 8 दिसंबर को सभी सीटों के परिणाम घोषित किए जाएंगे। वैसे पहले कहा जा रहा था कि बागियों ने अपने ही दलों के प्रत्याशियों की रातों की नींद हराम कर दी थी। लेकिन एग्जिट पोल की बात करें यह बात सही नहीं लगती है। अन्य दलों के सर्वे में एक भी सीट नहीं दी गई है। यह सर्वे प्रदेश के 2983 मतदाताओं के मत व्यवहार पर आधारित है। यह सर्वे करीब 500 छात्रों और शोधार्थियों ने मिलकर किया था।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 521