2 . इंडिया में दूसरे देशों की तरह Bitcoin जैसी Cryptocurrency का पॉपुलर नहीं होने का दूसरा मुख्य कारण हमारा ये कांसेप्ट है कि इन्वेस्टमेंट करना हो, तो FD, Mutual Funds, Shares और Gold में ही करना चाहिए। जो गलत तो नहीं है।
Bitcoin 6% की गिरावट के साथ पहुंचा 19000 डॉलर के नीचे, Ether और Shiba Inu भी लुढ़कीं
सितंबर की शुरुआत से ही क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। अगर आप भी बिटकॉइन (Bitcoin) निवेशक हैं तो यह आपके लिए चिंता बढ़ाने वाली खबर हो सकती है। क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन (Bitcoin) बुधवार को 19,000 डॉलर के नीचे ट्रेड कर रही है। दुनिया की सबसे बड़ी और पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन बुधवार को 6 पर्सेंट की गिरावट के साथ 18,641 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। Bitcoin के अलावा दुनिया की दूसरी सबसे पॉप्युलर और बड़ी क्रिप्टो करेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर (Ether) के मार्केट प्राइस में भी गिरावट देखने को मिली है। ईथर बुधवार को 7 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,275 डॉलर पर कारोबार कर रही है। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप भी पिछले 24 घंटे से 1 ट्रिलियन डॉलर के नीचे ट्रेड कर रहा है। CoinGecko के अनुसार टोटल ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप शुक्रवार को 4 पर्सेंट की गिरावट के साथ 956 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
बिटकॉइन क्या है ?
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बिटकॉइन एक प्रकार से वर्चुअल करेंसी/ crypto currency है। इस मुद्रा का उपयोग इंटरनेट के माध्यम से लेन देन के लिए किया जाता है। इसकी सबसे पहले शुरुआत 2009 में हुई थी, चूंकि वर्तमान के समय में धीरे-धीरे यह बहुत अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। अतः आज एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपए के रूप मे आंकी जाने लगी है। दूसरे शब्दों में कहें तो अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी के रूप में देखा जा रहा है।
आप सभी को पता होगा की Crypto currency एक Decentralized currency होती है।इसका मतलब है कि किसी भी कंट्री/सरकार का इसपर कोई विशेषाधिकार नहीं होता है। अतः अब सवाल आता है इस करेंसी को कौन उत्पन्न करता है? बता दें बिटकॉइन के संचालन हेतु इसके डाटा को दुनिया के विभिन्न देशों में बैठे हजारों की संख्या में Miners कंट्रोल करने में जुटे होते हैं। यही वजह कि इसे Decentralized सिस्टम नाम से पुकारा जाता है।
बिटकॉइन माइनिंग क्या है ?
बिटकॉइन माइनिंग का नाम सुनते ही आप सोच में पड़ गए होगे कि क्या बिटकॉइन कोयले या हीरे की खानों से संबंध रखता है, अगर आप ऐसा सोचते हैं तो बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बिटकॉइन माइनिंग का अर्थ सोने और हीरे की माइनिंग से कतई नहीं है। हालांकि दोनों की माइनिंग की प्रक्रिया एक दूसरे से काफी अलग है, जिस प्रकार से गोल्ड और डायमंड माइनिंग करने के लिए खुदाई की जाती है वैसे ही बड़े बड़े कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के जरिए बिटकॉइन को जेनरेट करने का कार्य करते है।
- बिटकॉइन माइनिंग एक बहुत ही बड़ा प्रोसेस है,जिसकी वजह से यह एक व्यक्ति के द्वारा कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। इसलिए इस काम को करने के लिए बहुत सारे लोगों की जरूरत पड़ती है। बहुत सारे लोगों द्वारा किए जाने के कारण इसे Decentralized system भी कहते हैं।
- अगर आपने बिटकॉइन के माध्यम से कभी किसी भी प्रकार का पेमेंट किया है। अर्थात अपने bitcoin वॉलेट के माध्यम से अपने किसी अन्य व्यक्ति के वॉलेट में बैलेंस Bitcoin के फायदे क्या हैं को ट्रांसफर किया है तो बता दें इस कार्य में बिटकॉइन Miners अहम भूमिका निभाते है।
- उन्हीं के कारण आप सफलतापूर्वक ट्रांसफर कंप्लीट कर पाते हैं,यही नहीं Miners सारी डिटेल Block chain में सेव करने का जिम्मा भी उठाते हैं।
- बता दें लेनदेन के अलावा Bitcoin Miners बिटकॉइन जेनरेट करने का भी कार्य करते है।
बिटकॉइन माइनिंग कैसे करें?
- पुराने समय में बिटकॉइन माइनिंग एक अच्छी रफ़्तार वाले कंप्यूटर के सी.पी.यु और वीडियो ग्राफ़िक्स कार्ड पर हो सकती थी कयोंकि उस समय बिटकॉइन माइनर्स बहुत कम थे। लेकिन आज बिटकॉइन माइनर्स की संख्या बढ़ने के साथ साथ इसकी माइनिंग करना थोड़ा कठिन हो चुका है।
- आजकल इसकी माइनिंग कस्टम बिटकॉइन ASIC चिप की मदद से की जा रही हैं क्योंकि इससे काफी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अगर हम ASIC चिप से कम रफ्तार वाले किसी हार्डवेयर का इस्तेमाल करते हैं तो उससे अधिक बिजली खर्च होती है जिसकी वजह से हमारा लाभ कम और नुकसान ज़्यादा होता है।
- बिटकॉइन की माइनिंग करने के लिए यह अधिक ज़रूरी है कि आप बिटकॉइन माइनिंग के लिए बने हार्डवेयर का ही इस्तेमाल करें। मार्किट में ऐसी कई कंपनियां है जो कि बिटकॉइन माइनिंग के लिए तैयार श्रेष्ठ हार्डवेयर की पेशकश करती हैं। Avalon इन में से एक कंपनी है।
- इसके अलावा आप बिटकॉइन की क्लाउड माइनिंग भी कर सकते हैं जिसमें आपको अपने कंप्यूटर को क्लाउड मायननर से कनेक्ट करना होता है। क्लाउड माइनिंग करने के लिए कई तरह के प्रोग्राम उपलब्ध है लेकिन CGminer और BFGminer इनमें से अधिक प्रसिद्ध प्रोग्राम हैं। ऐसे कई सॉफ्टवेयर भी हैं जिनसे आप बिटकॉइन माइनिंग कर सकते हैं।
बिटकॉइन किसने बनाया
बिटकॉइन का आविष्कार जापान के रहने वाले Satoshi Nakamoto ने 2009 में किया था। उनके इस आविष्कार का मकसद दुनिया को यह बताना था की बिना किसी मध्यस्थ के भी दो लोग आपस में पैसों का लेन-देन कर सकते हैं। आपको शायद जानकर हैरानी हो कि अभी तक लोग सिर्फ Satoshi Nakamoto का नाम ही जानते हैं उन्हें किसी ने भी देखा नहीं है।
दोस्तों बिटकॉइन की कीमत बढ़ती-घटती रहती है। पिछले कई सालों में बिटकॉइन की कीमत में बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई है। जब बिटकॉइन पहली बार बाजार में आया था तब इसकी कीमत एक डॉलर के बराबर भी नहीं थी, लेकिन आज एक बिटकॉइन हज़ारों डॉलर्स में बिकता है। अभी जब में यह आर्टिकल लिख रहा हूँ, एक बिटकॉइन की कीमत 9283.70 डॉलर ( 7,07,903.01 भारतीय रूपए ) है।
बिटकॉइन की वर्तमान कीमत जानने के लिए गूगल पर सर्च करें “Btc to Inr”.
बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ कर सकते हैं ?
बिटकॉइन का उपयोग ऐसी किसी भी वेबसाइट जो बिटकॉइन में पेमेंट लेती हो उन पर पेमेंट देने के लिए किया जा सकता है। आप ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए भी बिटकॉइन का इस्तेमाल कर सकते हो।
दुनिया के किसी भी कोने में आप किसी को पैसा भेजने के लिए भी बिटकॉइन का इस्तेमाल कर सकते हो। इसके अलावा कई लोग बिटकॉइन का इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए भी करते हैं। बिटकॉइन से पैसे कमाने के लिए लोग उसे खरीद लेते हैं और कीमत ज्यादा होने पर उसे बेच देते हैं।
बिटकॉइन के फायदे क्या है ?
दोस्तों बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं, जो हम सभी को इसका यूज़ करने के लिए आकर्षित करते हैं। चलिए जानते हैं कि बिटकॉइन के क्या फायदे हैं:
- सबसे पहला फायदा यह है की बिटकॉइन से लेन-देन करने पर बहुत ही कम चार्ज देना होता है। डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड अथवा बैंक से ट्रांजेक्शन्स करने पर लगने वाली फीस की अपेक्षा बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन पर बहुत कम फीस लगती है।
- बिटकॉइन का इस्तेमाल लगभग हर देश के लोग कर रहे हैं, इसका मतलब आप पुरे विश्व में किसी को भी बिटकॉइन से पेमेंट कर सकते हो।
- इससे लेन-देन करना बहुत ही सुरक्षित और आसान है।
बिटकॉइन के नुकसान क्या है ?
हरचीज़ के दो पहलु होते हैं उसी तरह बिटकॉइन के फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। चलिए अब जानते हैं कि बिटकॉइन के नुकसान क्या हैं:
- बिटकॉइन पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं होता है इसलिए इसकी कीमत बाज़ार में मांग के अनुसार कम और ज्यादा होती रहती है। ऐसे में अगर आप बिटकॉइन में निवेश करते हैं और अगर बिटकॉइन की कीमत कम हो जाए तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। (पिछले कुछ वर्षों में बिटकॉइन की कीमत बहुत तेजी से बड़ी है)
- वैसे तो बिटकॉइन इस्तेमाल करना बहुत सुरक्षित है लेकिन इसमें आपको बहुत सावधानी रखनी पड़ती और अगर आप थोड़ी सी भी गलती करते हैं तो आपका बिटकॉइन अकाउंट हैक होने का खतरा रहता है।
#3. CRYPTOCURRENCY में इन्वेस्ट करने के फायदे क्या हैं?
नए जमाने की इस नई करेंसी में इन्वेस्ट करने के अपने अलग ही फायदे होते हैं जैसे कि…
1 . इसमें आप आसानी से और फटाफट ट्रान्जैक्शन कर सकते हैं।
2 . इससे इंटरनेशनल ट्रान्जैक्शन चुटकियों में पूरा किया जा सकता है।
3 . आपको ना के बराबर ट्रान्जैक्शन फीस देनी होती है।
4 . इसमें कोई Middle Man भी नहीं होता है और ये ट्रांजेक्शन ज्यादा सिक्योर और कॉन्फिडेंशल होते हैं।
अब आप ही बताइये हैं..ना, बिटकॉइन एक फायदे का इन्वेस्टमेंट और फिर बिटकॉइन कोई नया कांसेप्ट तो है नहीं।अब आप ही बताइये है ना बिटकॉइन एक फायदे का इन्वेस्टमेंट और फिर बिटकॉइन कोई नया कांसेप्ट तो है नहीं। फेसबुक , पेपल, अमेजन, वालमार्ट जैसी बड़ी-बड़ी कम्पनीज Cryptocurrency से जुड़ी हुई हैं। और तो और Elon Musk जो आज दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं, Jack Dorsey, Mike Tyson और Kanye West जैसी हस्तियां भी Cryptocurrency का Use करती हैं। अमेरिका, चीन, जापान, स्पेन और रोमानिया जैसे देशों में Cryptocurrency Users की संख्या सबसे ज्यादा है।
#4. क्रिप्टो करेंसी के नुकासन क्या-क्या हैं?
दोस्तों, क्रिप्टो करेंसी का यूज करते समय आप को ये याद रखना होगा कि इसमें आपको फ्रोफिट्स बहुत मिल सकता Bitcoin के फायदे क्या हैं है, लेकिन इसमें रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है। इसलिए कोई भी Cryptocurrency खरीदने से पहले उस पर थोड़ी रिसर्च जरूर करें ताकि आपको पता चल सके कि उस क्रिप्टो करेंसी की परफॉर्मेंस लास्ट वीक और लास्ट मंथ कैसी रही? इससे आपको उस करेंसी में होने वाले प्रॉफिट और उसमे होने वाले उतार चढ़ाव का अंदाजा हो जायेगा ताकि आपके इन्वेस्टमेंट Low Risk और High Profit हो सके।
1 . इसका यूज दो लोगों के बीच किया जाता है।
2 . कुछ लोग इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए जैसे हथियार खरीदने ड्रग सप्लाई करने आदि में भी करते हैं जोकि बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।
3 . यदि आपके खाते को किसी हैकर द्वारा हैक कर लिया जाए, तो आप-अपनी क्रिप्टो करेंसी खो सकते हैं। इससे सबसे बड़ा नुकसान ये हैं कि ये करेंसी आपको दुबारा वापस नहीं मिल सकती हैं।
#5. CRYPTOCURRENCY कैसे खरीदें?
अब इतना जान लेने के बाद हो सकता है कि आप भी बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के बारे में सोच रहे हों, तो आपको बता दें कि Cryptocurrency को यूज करना भी बहुत आसान होता है। WazirX Application का यूज करके आप 1 क्लिक में Bitcoin में Invest कर सकते हैं। इसे खरीद और बेच सकते हैं। यह आपको उतना ही आसान लगेगा, जितना अमेजन से आप-अपने पसंदीदा प्रोडक्ट्स को खरीदते हैं। इस एप्प के इंडिया में कई मिलियन यूजर्स हैं। यहाँ पर आपके मन में ये सवाल आ सकता है कि बिटकॉइन तो मंहगा होगा? ऐसे में मै बिटकॉइन कैसे खरीद सकता हुं?
अच्छी बात यह हैं कि भले ही 1 बिटकॉइन की कीमत अभी 18 लाख रूपये है। इसकी कीमत लगातार तेजी से बढ़ रही है। लेकिन WazirX App का यूज करके आप सिर्फ 100 रूपये से अपना इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं। इसमें आपको कोई ट्रान्जेक्सन फीस नहीं देनी होगी। यहाँ पर आपको ये भी पता होना चाहिए कि बिटकॉइन का दाम तेजी से बदलता रहता है। इसकी डिमांड के अनुसार इसकी कीमत में उतार चढ़ाव होते रहते हैं।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi
दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।
आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)
दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।
Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।
बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)
दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग Bitcoin के फायदे क्या हैं एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव Bitcoin के फायदे क्या हैं नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।
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