FIRST PUBLISHED : December 25, 2022, 13:42 IST

कोरोना के नए खतरे से निपटने को मेरठ ने कसी कमर, जानिए क्या है तैयारी?

कोरोना के नए खतरे से निपटने को मेरठ ने कसी कमर, जानिए क्या है तैयारी?

मेरठ. कोरोना संक्रमण भारत में व्यापार लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करें? के नए वेरिएंट (Covid-19 BF.7 Variant) की भारत में दस्तक के बाद मेरठ का स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर से सतर्क भूमिका में नजर आने लगा है. एक तरफ जहां स्वास्थ विभाग द्वारा सभी सीएचसी पीएचसी में वैक्सीनेशन सहित अन्य कार्यों पर जोर देने के निर्देश दिए हैं. इसी के साथ ही साथ मॉक ड्रिल का सिलसिला एक बार फिर से शुरू हो गया है, जिससे कि कोई भी आपात स्थिति हो तो उस दौर में भी आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें.

तैयारी पूरी, जांच पर रहेगा फोकस
नोडल अधिकारी डॉ अशोक तालियान ने News18 Local से खास बातचीत करते हुए बताया कि शासन के निर्देशानुसार सभी तैयारियों की समीक्षा की जा रही है. मेरठ में पहले से भी कोरोना संक्रमण की जांच प्रतिदिन की जाती थी. अब सैंपल का स्तर और भी ज्यादा बढ़ाया जा रहा है, जिससे कोई भी व्यक्ति अगर संक्रमित हो उसको उपचार मिले.भारत में व्यापार लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करें?

बाजरे की रोटी-काचरे की सब्जी…उत्तराखंड के अधिकारियों को भाया राजस्थान का लजीज खाना

बाजरे की रोटी-काचरे की सब्जी…उत्तराखंड के अधिकारियों को भाया राजस्थान का लजीज खाना

बाड़मेर. जिला मुख्यालय के डाइट में शनिवार को बाड़मेरी बाजरे की रोटी, काचरे की सब्जी, लहसुन की चटनी और चूरमे का स्वाद उत्तराखण्ड के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के ऐसे जुबां चढ़ा कि हर कोई अंगुलियां चाटते रह गए. 31 सदस्यों के दल ने यहां की शिक्षा व्यवस्था को भी बखूबी जाना और यहां के देशी जीमण का आनंद भारत में व्यापार लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करें? लिया.

News18 Hindi

आपके शहर से (देहरादून)

राजस्थानी व्यंजनों का आनन्द लेते उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग के अधिकारी.

सरहदी बाड़मेर की शिक्षा व्यवस्थाओं और प्राकृतिक चुनौतियों के बाद भी हर बच्चे तक पहुंच रही शिक्षा की व्यवस्थाओं को जानने के लिए उत्तराखंड से शिक्षा विभाग का दल बाड़मेर पहुंचा था. 31 सदस्यों के दल में उत्तराखंड राज्य के शिक्षा निदेशक और एनसीईआरटी के निदेशक, विभिन्न संस्थानों के उप निदेशक, खंड शिक्षा अधिकारी व उपखंड शिक्षा अधिकारी शामिल रहे. इनके भ्रमण के आखिरी दिन इनका राजस्थानी व्यंजनों से आवभगत किया गया.

डाइट परिसर में बनाए गए खास दफ़्तरखाने के मेज़बान अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के कार्यकर्ता रहे. देशी जीमण के आयोजन को लेकर उत्तराखंड के अधिकारियों में उत्साह देखने को मिला. खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश्वरी मेहता का कहना है कि यहां का देशी जीमण खाकर बहुत ही अच्छा लगा है. यहां के बाजरे की रोटी, राबड़ी, चूरमा काचरे की सब्जी बहुत ही लजीज है.

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