जिस तरह हमें कुछ खरीदने के लिए रुपया या डॉलर जैसी Currency की आवश्यकता होती है और उसके माध्यम से हम मनचाही वस्तु खरीद सकते हैं, ठीक उसी तरह जैसे आप कोई सामान पैसे से खरीदते हैं उसे आप बिटकॉइन से भी खरीद सकते हैं।
बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है?
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बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसपर ना तो किसी देश की सरकार का नियंत्रण है और ना ही किसी वित्तीय संस्था का नियंत्रण है बिटकॉइन सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है यह दुनियां की सबसे पहली क्रिप्टोकरेन्सी है बिटकॉइन को वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है क्योंकि बिटकॉइन करेंसी को हम स्पर्श नहीं कर सकते है केवल किसी भी डिजिटल फॉर्मेट में देख सकते है यह फॉर्मेट लैपटॉप हो सकता है, मोबाइल हो सकता है, कंप्यूटर हो सकता है, टेबलेट हो सकता है.
किसी ना किसी चीज को बनाने के पीछे कई कारण होते है जैसे की 2008 में ग्लोबली इकॉनमिक प्रॉब्लम, 8 November 2016 इंडियन में 500 और 1000 के नॉट अचानक से अमान्य, बैंक प्रॉब्लम तो इसी चीज को देखकर बिटकॉइन का निर्माण हुआ बिटकॉइन क्रिप्टोकोर्रेंसी को Satoshi Nakamoto ने बनाया और इसे Jan. 3, 2009 को लॉन्च कर दिया जब बिटकॉइन मार्किट में आया था तो इसका मूल्य काफी कम था इस पर किसी गवर्नमेन्ट अथॉरिटी का हस्क्षेप नहीं था और ना ही कोई कानून था इसलिए इंटरनेट यूजर इस करेंसी पर ज्यादा ट्रस्ट नहीं करते थे जिस तरह रूपये करेंसी को भारत सरकार नियंत्रण करती है , डॉलर करेंसी काअमेरिका सरकार नियंत्रण करती है, रूबल करेंसी को रूस देश नियंत्रण करता है लेकिन बिटकॉइन को दुनियां का कोई भी देश नियंत्रण नहीं करता है.
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
बिटकॉइन ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर एक-दूसरे से जुड़े होते है सभी बिटकॉइन हिस्सेदार का एक पब्लिक अकाउंट होता है जिसे Ledger खाता कहते है इस Ledger खाते की कॉपी हर एक ब्लैकचैन के कंप्यूटर में डिजिटल फॉर्मेट में स्टोर होती है बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? जो लोग ब्लॉकचैन से जुड़े कंप्यूटर को हैंडल करते है उन्हें Miners कहते है Miners का काम होता है बिटकॉइन की हर लेनदेन को वेरीफाई करते रहना
जैसे की अ से ब को 5 बिटकॉइन लेना है तो ब को कैसे पता चलेगा की अ पास 5 बिटकॉइन है तो यह पता लगाने के लिए Miners की हेल्प लेनी होती है Miners आपको बता देगें वास्तव में अ के पास बिटकॉइन उपलब्ध है देने के लिए की नहीं Miners जब यह काम करते है तो उनको कुछ काम के बदले रिवॉर्ड मिलते है जो बिटकॉइन के फॉर्मेट में होते है
बिटकॉइन क्या है? | बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी
आज इंटरनेट का समय है और इंटरनेट के इस युग में हर कोई ऑनलाइन अधिक भुगतान करता है क्योंकि ऑनलाइन पेमेंट करना सरल होता है और इससे हमारे समय की बचत भी हो जाती है। आपने आज तक पैसे का इस्तेमाल ऑनलाइन Transaction के लिए किया होगा। आप इस पैसे को चाहें तो अपने बैंक से निकाल सकते हैं और फिर उसे Offline Transaction के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे Currency के बारे में बताने वाले हैं जिसे आप केवल और केवल Online Wallet के द्वारा ही Manage कर सकते हैं। उस Currency का नाम है Bitcoin.
आपने Bitcoin का नाम पहले भी सुना होगा। यह एक प्रकार की Cryptocurrency है। बिटकॉइन के अलावा और भी कई Cryptocurrencies हैं जिसका इस्तेमाल Online Transactions के लिए किया जाता है। लेकिन Bitcoin इन सभी में काफी लोकप्रिय है। इसीलिए इस पोस्ट में हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं कि बिटकॉइन क्या है? बिटकॉइन कैसे काम करता है? बिटकॉइन कैसे कमाएं आदि।
बिटकॉइन क्या है?
दुनिया के सभी देशों की एक मुद्रा (Currency) है जैसे भारत की मुद्रा रुपया है, अमेरिकी मुद्रा डॉलर है वैसे ही बिटकॉइन भी एक मुद्रा है। यदि हम रुपये की बात करें तो का भौतिक रूप में उपयोग कर सकते हैं लेकिन हम केवल डिजिटल रूप में बिटकॉइन का उपयोग कर सकते हैं ।
Bitcoin ऐसी करेंसी है जिसे User द्वारा संचालित किया जाता है। इसे आप डिजिटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी भी कह सकते हैं। क्योंकि ना ही आप इसे छू सकते हैं और ना ही इसे Physically देख सकते हैं। इसे Wallet में एक Ledger के रूप में बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? Manage किया जाता है। इसे आप Wallet में Store करके रख सकते हैं और इसका आंकड़ा देख सकते हैं।
Bitcoin की कीमत में हमेशा उतार चढ़ाव होता रहता है। जैसे जैसे इसकी Demand बढ़ती है इसकी कीमत वृद्धि हो जाती है और Demand कम होते ही इसके मूल्य में गिरावट आ जाता है। लेकिन आपको बता दें की Bitcoin एक ऐसी Cryptocurrency है जिसका सबसे अधिक Demand रहता है।
बिटकॉइन कैसे कमाए?
बिटकॉइन कमाने के 3 तरीके हैं जो मैं आपको नीचे बता रहा हूं।
- आप बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं और इसे खरीद सकते हैं।
- आप कुछ बेच सकते हैं और इसके बजाय बिटकॉइन को Currency के रूप में ले सकते हैं।
- आप बिटकॉइन माइनिंग कर सकते हैं जिसके लिए बहुत भारी प्रोसेसर और कंप्यूटर सिस्टम की आवश्यकता होती है और इतने भारी सिस्टम को चलाने के लिए बहुत अधिक बिजली की भी आवश्यकता होती है जिसे 24 घंटे चलाना पड़ सकता है।
दोस्तों बिटकॉइन की भी एक यूनिट होती है जिसे Satoshi कहते हैं। जैसे 1 रुपये में 100 पैसे होते हैं, वैसे ही 1 बिटकॉइन में 10 करोड़ Satoshi होते हैं।
चेतावनी :- दोस्तो इस पोस्ट में हमने आपको जो भी जानकारी दी है वो सिर्फ जानने के लिए है। हमारा लक्ष्य सभी दोस्तों को टेक्नोलॉजी के बारे में सरल शब्दों में समझाना है। जब आप बिटकॉइन की कीमत को बढ़ते हुए देखें तो लालच और प्रलोभन में निवेश न करें क्योंकि ज्ञान के बिना आपको केवल अंधेरा ही दिखाई देगा।
बिटकॉइन क्या होता है? बिटकॉइन कैसे बनता है? बिटकॉइन कैसे खरीदें ?
Bitcoin Kya hai ? What is Bitcoin in Hindi –
बिटकॉइन क्या है ? (bitcoin kya hai) बिटकॉइन का प्राइस क्या ? बिटकॉइन कैसे ख़रीदे? बिटकॉइन क्या होता है ? बिटकॉइन कैसे बनता है ? बिटकॉइन अकाउंट ? बिटकॉइन रेट क्या है ?
बिटकॉइन से जुड़े हुए ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके बारे में हर कोई जानना चाहता है. बिटकॉइन की कीमत के बारे में बात करें तो यह 28,91,153.04 भारतीय रुपया है. काफी टाइम से बिटकॉइन के प्राइस में कभी उतार तो उछाल देखने को मिल रहा है. वहीं अगर डॉलर में बिटकॉइन की कीमत बताएं तो यह 39,529.00 United States Dollar है.
कई बार ऐसा भी समय आया जब यह कहा जाने लगा कि दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत एक करोड़ रुपए तक पहुँच सकती है. देखने को मिला था कि क्रिप्टोकरेंसी भुगतान पर पूर्ण प्रतिबंध हटाने के आरबीआई के आदेश के बाद बड़ी संख्या में भारतीय निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी की तरफ अपना रुख किया था. चलिए जानते हैं बिटकॉइन से जुड़े कुछ सवालों के जवाब :-
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बिटकॉइन कैसे बनता है? (How Bitcoin is made)
बिटकॉइन का आविष्कार साल 2009 में सतोषी नाकामोटो ने किया था.
बिटकॉइन का मालिक कौन है? (Who owns bitcoin)
Bitcoin का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है. Bitcoin भी internet की तरह है. यानी Bitcoin एक decentralized currency है. इसे कोई भी control नहीं करता है. कोई भी bank या authority या सरकार यानि की कोई इसका मालिक नहीं है.
बिटकॉइन कैसे काम करता है? (How does bitcoin work)
बता दे कि बिटकॉइन का इस्तेमाल online payment करने के लिए किया जाता है. बिटकॉइन peer to peer network पर काम करता है. इसमें दो व्यक्ति बिना किसी bank, credit card या company के माध्यम से transactions कर सकते है. बिटकॉइन एक पर्सनल e- wallet से दूसरे पर्सनल e- wallet में ट्रांसफर किए जाते हैं. ये e- wallets आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं.
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2. दूसरा तरीका यह है कि अगर आप अपनी कोई चीज ऑनलाइन बेच रहे हो और सामने वाले व्यक्ति के पास bitcoin है तो आप अपनी चीज के बदले उससे bitcoin भी ले सकते है. इस bitcoin को आप अपने bitcoin wallet में store करके रख सकते है. बाद आप bitcoin को बेचकर आए रुपयों को अपने bank में transfer कर सकते है.
3. तीसरा तरीका यह है कि अगर आपके पास High speed processor वाला computer है तो आप bitcoin mining का काम भी कर सकते है. Bitcoin miner का काम होता है कि वह bitcoin में होने वाले transjaction को verify करने का काम करता है. इसके बदले उन्हें कुछ Bitcoin इनाम के तौर पर मिलते है. इससे मार्किट में नए Bitcoin आते हैं.
बाजार में कितने बिटकॉइन है? (How many bitcoins are in the market)
बता दे कि जिस तरह हर देश में currency छापने की एक सीमा होती है, उसी तरह bitcoin की भी एक सीमा है. दरअसल मार्किट में कभी भी 21 million से ज्यादा bitcoins नहीं आ सकते है. इस समय मार्केट में 13 million bitcoins है. बाकी bitcoins mining के जरिए मार्किट में आएंगे.
शुगर से आई कमजोरी दूर करने की रामबाण आयुवेर्दिक दवाई
जालंधर (ब्यूरो) : भारत में डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। पहले एक उम्र में आकर शुगर जैसी बीमारी होती थी। लेकिन अब किसी भी उम्र में व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो रहा है, और कोविड के बाद तो ऐसा सुना जा रहा है कि हर घर में किसी न किसी को डायबिटीज है। अब तो बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी डायबिटीज देखने को मिल रही है। डायबिटीज के कारण इंसान में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। अगर शुगर हो जाए तो, इसकी वजह से बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? कई अंग प्रभावित होते हैं। आंख, किडनी और हार्ट को खास तौर पर डायबिटीज प्रभावित करता है। डायबिटीज की वजह से शरीर के कई अंग सही ढंग से काम नहीं करते। अगर समय रहते परहेज नहीं किया गया तो ये दूसरी कई बीमारियों को न्योता देता है। इंसान में मोटापा, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं होना आम बात हो गई है। देखा जाए तो डायबिटीज कोई बड़ी बीमारी नहीं है। लाइफ स्टाइल और अपने खाने पीने को मैनेज करके इसे ठीक रखा जा सकता है।
इन अपडेट्स का जश्न मना रहे 1INCH निवेशकों को अभी भी सतर्क रहना चाहिए क्योंकि…
यह एक आशावादी घोषणा थी क्योंकि यह अपने साथ कई नई सुविधाएँ लेकर आई थी। उदाहरण के लिए, स्टेकिंग पॉड सिस्टम के साथ, उपयोगकर्ता st1INCH टोकन प्राप्त करने के लिए अपने 1INCH टोकन को स्टेकिंग अनुबंध में लॉक कर सकते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि लॉक की अवधि जितनी लंबी होगी, उपयोगकर्ता को उतना ही अधिक st1INCH टोकन मिलेगा। स्टेकर 1इंच DAO शासन के लिए st1INCH टोकन का उपयोग कर सकते हैं, और 1इंच DAO इनाम वितरण के लिए इन टोकन शेष राशि का उपयोग कर सकते हैं।
अच्छी खबर यह थी कि बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? इसके तुरंत बाद, 1INCH भी पिछले 24 घंटों में हिमस्खलन पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष लाभ प्राप्त करने वालों में से एक बन गया।
क्या सब ठीक चल रहा है?
यद्यपि 1 इन्च हिमस्खलन पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष लाभकर्ताओं में से एक था, इसकी साप्ताहिक मूल्य कार्रवाई बराबर नहीं थी। CoinMarketCap के आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह में 1INCH की कीमत में लगभग 10% की गिरावट आई है।
इसके अलावा, लेखन के समय, यह $305 मिलियन से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ
खतरा कहां है?
अधिकांश मेट्रिक्स के विपरीत, 1INCH के दैनिक चार्ट ने सुझाव दिया कि भालू बाजार को नियंत्रित कर रहे थे। 1 इन्च चैकिन मनी फ्लो (सीएमएफ) और ऑन बैलेंस वॉल्यूम (ओबीवी) काफी कम थे, जो एक मंदी का लाभ साबित हुआ।
एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) रिबन ने भी इसी तरह की कहानी बताई। 20-दिवसीय ईएमए 55-दिवसीय ईएमए से नीचे था। बहरहाल, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (एमएसीडी) ने बहुत जरूरी राहत प्रदान की क्योंकि इसने तेजी के क्रॉसओवर की संभावना को प्रदर्शित किया। इस प्रकार, यह आने वाले दिनों में 1INCH को अपना मूल्य बढ़ाने में मदद कर सकता है।
.3989 पर कारोबार कर रहा था। वास्तव में क्या चल रहा था, यह जानने के लिए आइए 1INCH के ऑन-चेन मेट्रिक्स पर एक नजर डालते हैं।क्रिप्टोक्वांट के अनुसार जानकारी , बिटकॉइन नेटवर्क को कैसे नियंत्रित किया जाता है? 1INCH का एक्सचेंज नेटफ्लो पिछले सात दिनों की तुलना में अधिक था। इसे एक मंदी का संकेत माना जा सकता है क्योंकि यह उच्च बिक्री दबाव का संकेत देता है। लेन-देन की कुल संख्या में भी कमी दर्ज की गई, जो नेटवर्क में उपयोगकर्ताओं की कम संख्या को दर्शाता है।
इसके अलावा, मेट्रिक्स 1INCH के लिए सकारात्मक दिखे क्योंकि पिछले सप्ताह नेटवर्क की सकारात्मक भावना में तेजी आई थी। आगे, 1 इन्च के बाजार मूल्य से वास्तविक मूल्य (एमवीआरवी) अनुपात में भी मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
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