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निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
कई निवेशक बिना किसी प्लानिंग के ही निवेश करना शुरू कर देते हैं। किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए आपके पास निवेश के एक सही प्लान का होना जरूरी है। तो आइए जानते है कैसे करें प्लानिंग..
निवेश की शुरुआत करने से पहले आपको समझ लेना चाहिए कि आपके परिवार की इनकम कितनी है। इसके साथ ही आपको यह भी पता लगा लेना चाहिए कि आपके परिवार का खर्च कितना है। इस आधार पर आपको अपना बजट बना लेना चाहिए।
समय के साथ, आप अपने खर्च का पैटर्न समझ जाएंगे। इस बजट के ज़रिए आप अपने शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल गोल्स, जैसे एक नई कार खरीदना या अपने बच्चे की शिक्षा को पूरा करने के लिए एक सेविंग प्लान तैयार कर सकते हैं।
यदि आप अपने किसी कर्ज पर ब्याज का भुगतान कर रहे हैं तो निवेश से आपकी होने वाली कमाई एक तरह से शून्य हो जाएगी। इसलिए अगर आपके नाम पर होम लोन, कार लोन जैसे कर्ज हैं तो जितनी जल्दी हो सके इन्हें चुका दें।
बहुत अधिक कर्ज आपको कर्ज के जाल में भी फंसा सकता है। हेल्थ क्रेडिट प्रोफाइल होने से लंबी अवधि में एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने में भी मदद मिलती है। आमतौर पर, कुल EMI भुगतान आपकी सैलरी के 45-50 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।
हेल्थ इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस कवर जरूरी निवेश शुरू करने से पहले ही सुनिश्चित कर लें कि आपके पास पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस कवर हो।
हेल्थ इंश्योरेंस के अभाव में, आपको अपनी निवेश वाली रकम का इस्तेमाल आपात स्थिति में करना पड़ सकता है। ऐसे में आप अपने फाइनेंशियल गोल्स को हासिल नहीं कर पाएंगे।
एक चीज जो आपके निवेश के सफर को आसान बना सकती है, वह है इमरजेंसी फंड रखना। कई बार कुछ ऐसी आपात स्थिति आ जाती हैं कि हमारे लिए काम जारी रखना मुश्किल हो जाता है।
इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल कभी भी करना पड़ सकता है, इसलिए इमरजेंसी फंड को ऐसी जगह पर निवेश करें निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान जहां से इसे आपात स्थिति में निकालना आसान हो।
आपको निवेश शुरू करने से पहले अपने फाइनेंशियल गोल्स निर्धारित कर लेने चाहिए। आपको यह पता होना चाहिए कि आप अपने जीवन में क्या निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान हासिल करना चाहते हैं।
अपने फाइनेंशियल गोल्स के आधार पर यह निर्धारित करना चाहिए कि आपको कितना और कहां निवेश करना है। फाइनेंशियल गोल्स निर्धारित करते समय महंगाई का ध्यान रखना भी जरूरी है।
पैसा इन्वेस्ट करने से पहले इन 5 बातों पर जरूर दें ध्यान.
आज के दौर में अपने मेहनत की कमाई को निवेश करना एक लाइफ स्टाइल सा हो गया है। होना भी निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान चाहिए क्योंकि पैसा निवेश करना बहुत जरूरी हैं। इससे हम अपना वर्तमान और भविष्य दोनों ही मजबूत होते हैं, क्योंकि निवेश पर मिलने वाले रिटर्न से बहुत ज्यादा फायदा होता है। यहां पैसा निवेश करने से काफी अच्छा रिटर्न मिलता हैं। ऐसे में अगर आप इन्वेस्ट करने जा रहे हैं या फिर इन्वेस्ट कर चुके हैं तो आपको इन 5 टिप्स पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। इससे न सिर्फ आपको अच्छा रिटर्न मिलता है बल्िक आपका पैसा भी सेफ जोन में रहता है.
अलग अलग जगहों पर करें इन्वेस्ट:
आप इन्वेस्ट में सारे अंडे एक ही बकेट में रखने वाली कहावत का विशेष ध्यान रखें, यानी कि अपना सारा पैसा एक ही जगह पर इन्वेस्ट करने की बजाय अलग अलग जगह पर उसका निवेश करें। जी हां अगर आपके पास अच्छी सोर्स आफ इनकम है या फिर आपके पास काफी पैसा है तो आप उसे कई अलग अलग तरीके से इन्वेस्ट कर सकते हैं। ऐसे में पैसे काफी सुरक्षित रहते हैं। जैसे आप अपना पैसा गोल्ड में, रियलस्टेट अथवा प्रापर्टी, एफडी, म्यूचुअल फंड, आरडी, पीपीएफ व शेयर मार्केट आदि में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इन सब जगहों पर इन्वेस्ट करने से अपका पैसा काफी हद तक सेफ रहेगा।
निवेश करते समय टैक्स पर ध्यान रखें:
अपने पैसे को इन्वेस्ट करते समय यह ध्यान में जरूर रखें कि आप जहां पर पैसा इन्वेस्ट करने जा रहे हैं वहां पर आपकों टैक्स बेनिफिट कैसा है, यानी कि आपकों कहां और कितना टैक्स लाभ मिलेगा। हर निवेश क्षेत्र के अलग अलग टैक्स आधार हैं। जैसे सालभर में 30 लाख रुपये से ज्यादा सोने में निवेश पर वेल्थ टैक्स लागू होता है। वहीं गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड बीज़ में निवेश फायदेमंद इसलिए होता है क्योकि इसमें में वेल्थ टैक्स नहीं लगता है। वहीं एफडी में पांच साल तक निवेश करने पर ही इनकम टैक्स में छूट मिलती है।ऐसे मे साफ है कि आप जिस फील्ड में निवेश करने जा रहे हैं उसके टैक्स आदि के बारे में ध्यान जरूर दें।
अच्छी तरह से जांच करके ही करें निवेश:
निवेश करने से पहले इस बात पर ध्यान जरूर दे कि आप जिस क्षेत्र में निवेश करने जा रहे हैं वह आपके लिए सेफ है या नहीं।
1-जैसे अगर आप रियल स्टेट या प्रापर्टी में निवेश करते हैं तो आप यह पता जरूर कर ले कि उक्त्ा प्रापर्टी विवादित तो नही है। इसके साथ ही प्रापर्टी का रजिस्ट्री आदि समय पर ओरिजनल दस्तावेजों के साथ करा लें। अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं कि एक ही प्रापर्टी के कई सारे लोग निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान मालिक बन जाते हैं। इतना ही नहीं निवेश में यह भी देख लें कि आप प्रापर्टी किस जगह की ले रहे हैं और वहां से आपकों कितना रिटर्न मिल सकता है।
2- इसके अलावा अगर गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं तो इसमें फिजिकल गोल्ड की जगह पर आप ईटीएफ गोल्फ को ज्यादा प्रिफर करें। फिजिकल गोल्ड को सुरक्षा से लेकर उसे कहीं लाने ले जाने आदि में काफी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है, जब कि ईटीएफ गोल्ड में ऐसा कोई झंझट नही हैं।
3- इसके साथ ही अगर आप किसी फंड या बॉन्ड में अपना पैसा निवेश करने जा रहे हैं तो सबसे पहले उस कंपनी के बारे में पूरी डिटेल पता कर लें। इसके अलावा वहां पर निवेश करने पर आपको कितना रिटर्न मिलेगा, क्योंकि हर कंपनी के रिटर्न के भी अपने अपने मानक होते हैं।
रेगुलर रखें नजर, पाएं मुनाफा वसूली:
आप ने जिन जिन क्षेत्रों में निवेश किया है उनमें हर दिन नजर रखना आपकी जिम्मेदारी बनती है। इससे आपको मुनाफा वसूली करने का मौका मिलता है।
1-जैसे आपने शेयर मार्केट में पैसा निवेश किया है तो आप पूरी बाजार पर पूरी तहर से सक्रिय रहें। अगर आपने शेयर कम दामों में खरीदें हैं और उसके दाम बढे हैं तो बढ़े हुए दामों में शेयर बेचकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इतना ही नहीं अगर शेयर के गिर रहे हैं तो आप उन्हें सस्ते खरीद कर आगे के लिए सेफ करले।
2-इसके साथ ही गोल्ड में भी आप इन्वेस्ट करने के बाद उसके भाव पर नजर रखें। जब भी दाम बढे आप उसे बेचकर मुनाफा वसूली कर सकते हैं। इसमें भी अगर सोने के भाव गिर रहे हैं तो खरीदना बेहतर होता है। भविष्य में यह निवेश काफी फायदेमंद होता है।
रेगुलर नए क्षेत्र में करते रहें इन्वेस्ट:
कई सारे लोग ऐसा करते हैं कि एक जगह इन्वेस्ट करने के बाद शांत होकर बैठ जाते हैं। जबकि ऐसा कतई नहीं होना चाहिए। पैसा इन्वेस्ट करने के लिए नए नए क्षेत्र तलाशना चाहिए, क्योंकि जितनी जगह पर आप इन्वेस्ट करेंगे कही तो आपको उतना ही ज्यादा रिटर्न में फायदा होगा। जैसे आपने एक बार प्रापर्टी में इन्वेस्ट कर दिया तो आपका दूसरा लक्ष्य अन्य क्षेत्र होना चाहिए, ताकि अगर आपको अभी प्रापर्टी से अच्छा रिटर्न नहीं मिल रहा है तो आपको दूसरे क्षेत्र से रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है। कुल मिलाकर नए नए क्षेत्र में ज्यादा ज्यादा से इन्वेस्ट करने पर अच्छा प्रॉफिट मिलता है।
भारत में निवेश के ins और बहिष्कार
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Investment Tips: नहीं होगी पैसों की टेंशन! निवेश और बचत करते समय इन बातों का रखें ध्यान
हर कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहता है। जिसके चलते वह अपनी कमाई की बचत में से छोटी सी पुंजी को बचत के तौर पर जमा करता है। लेकिन कई बार यह बचत हमारी जरूरतों व खर्चो के सामने छोटी पड़ जाती है। आज हम आपको इस खबर के जरीए कुछ ऐसे खास टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें अगर आप निवेश या बचत करते समय अपनाएंगे, तो आपको पैसों की टेंशन कभी नहीं होगी।
HR Breaking News, Digital Desk- हर कोई चाहता है कि वो छोटी-बड़ी बचत के जरिए भविष्य के लिए फंड जमा करे, ताकि आगे चलकर वित्तीय परेशानियों का सामना ना करना पड़े. लोग इसके लिए खर्चों में कटौती करते हैं, लेकिन कभी-कभार अचानक आए भारी भरकम खर्च से आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है.
कोरोना काल में इस बात को शायद हर इंसान समझ चुका है. हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अगर आप निवेश या बचत करते समय अपनाएंगे, तो आपको किसी भी फाइनेंशियल परेशानी से निजात मिल सकती है और आप भविष्य के लिए पैसे जमा कर सकते हैं.
जहां ज्यादा रिटर्न मिले उन विकल्पों में लगाए पैसा-
सबसे पहले बात कर लेते हैं निवेश के बारे में. तो अगर आप सिर्फ एफडी या पीपीएफ जैसे पारंपरिक निवेश विकल्पों में निवेश करते हैं, तो ध्यान रखें इन योजनाओं पर आमतौर पर आपको एक ही तरह का रिटर्न मिलता रहता है. ऐसे में आपको निवेश के ऐसे विकल्पों पर ध्यान देना जहां ज्यादा रिटर्न मिले. जैसे म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश से फायदा हो सकता है.
निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल कर लें-
आपको अपने लिए फंड इकठ्ठा करने के लिए ज्यादातर उन्हीं स्कीम पर अपनी सेविंग्स को खर्च करना होगा, जहां गारंटेड निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान और अच्छे रिटर्न की उम्मीद हो. ऐसे में अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो किसी भी कंपनी या ब्रांड के शेयरों में निवेश से पहले उस कंपनी के कारोबार के बारे में जांच-पड़ताल कर लें. उसके रिटर्न के डाटा पर एक नजर जरूर डालें.
निश्चित समय पर और नियमित निवेश करें-
अगर आपको आर्थिक रूप से समृद्ध होना है, तो इसके लिए महंगाई को ध्यान में रखते हुए फंड जुटाने के बारे में सोचना होगा. इस बात का ध्यान रखें कि जिस तेजी से महंगाई बढ़ रही है, आपके निवेश का जरिया उसी हिसाब से या फिर उससे अधिक का रिटर्न देने में सक्षम हो. यहां एक बात और गांठ बांध लें कि निवेश के बारे में सिर्फ सोच-विचार ना करते रहें. जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना अधिक रिटर्न पाएंगे. इस तरह, आप फंड जुटाने और फाइनेंशियली फिट रहने में सक्षम होंगे.
पैसों का इन्वेस्ट एक लक्ष्य बनाकर करें-
वेल्थ क्रिएट करने का सबसे अच्छा फंडा ये है कि आप एक लक्ष्य निर्धारित करके निवेश और बचत के बारे में कदम आगे बढ़ाएं कोशिश करें कि किसी भी परिस्थिति में आप इस लक्ष्य से डगमगाएं नहीं. इसके अलावा अपने किए गए सभी तरह के निवेशों की समय-समय पर जांच करते रहना भी जरूरी है कि उनसे आपके लक्ष्य के मुताबिक रिटर्न मिल पा रहा है या नहीं. ऐसा ना होने पर विकल्प बदलने पर भी ध्यान देना चाहिए.
खर्च की लिमिट तय करें-
विशेषज्ञों की मानें तो खर्च की लिमिट तय करना भी बेहद जरूरी है. कभी-कभी देखने को मिलता है कि अचानक आए किसी खर्च या फिर त्योहार पर ज्यादा खर्च होने से बजट गड़बड़ा जाता है. ऐसे में जरूरी है कि अपनी सैलरी का एक हिस्सा बचत करके रखना जरूरी है. विशेषज्ञ इस बात की सलाह देते हैं कि अगर आप पेशेवर हैं तो सैलरी का 60 से 70 फीसदी हिस्सा ही विभिन्न खर्चों में लगाएं. बाकी के पैसे निवेश करें, ताकि जरूरत के समय ये बचत आपके काम आ सके.
कर्ज के जाल में फंसने से बचें-
आज तकनीकी युग में जैसे-जैसे आमदनी में इजाफा हुआ है, खर्चे भी बढ़ते जा रहे हैं. लोग अपने कई कामों के लिए बैंक या क्रेडिट कार्ड के जरिए कर्ज या लोन लेकर जरूरतें पूरा करते हैं.
आपका वित्तीय लक्ष्य प्रभावित ना हो इसके लिए उतना ही कर्ज लें, जिसे आप तय समय में आसानी से चुका सकें. यह आपकी वित्तीय सेहत के लिए बेहद जरूरी है. इसके अलावा निवेश के साथ अपने पास कुछ इमरजेंसी फंड जरूर रखे.
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म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से पहले इन 5 बातों का अवश्य रखें ध्यान
नई दिल्ली । कोरोना काल के समय में लोगों में शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड को लेकर समझ बढ़ी है. बता दें कि पिछले कुछ सालों में म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ा है. अब नए लोग भी फाइनेंशियल एक्टिविटी निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान में हिस्सा ले रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार की ओर रुख करने का दूसरा बड़ा कारण एफडी रिटर्ंस की दर में कमी होना है. इस वजह से अब अधिकतर व्यक्ति शेयर बाजार की ओर रुख करने लगे हैं. अब वह अपने पैसों को रिस्क के साथ म्यूच्यूअल फंड और इक्विटी शेयर में निवेश करना पसंद कर रहे हैं.
पिछले 10 सालों में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने की काफी ग्रोथ
म्यूच्यूअल फंड को एक सेट क्लास के तौर पर भी प्राथमिकता दी जाती है. बता दें कि इसका स्ट्रक्चर काफी आसान होता है जिस वजह से निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान अधिकतर लोग इसमें इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं. कभी भी म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर निवेशक का पैसा सीधा एक इक्विटी में डायरेक्ट नहीं लगता, जिस वजह से उनके पैसे डूबने की संभावना भी काफी कम होती है. यदि पिछले 10 सालों को देखा जाए तो म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने काफी ग्रोथ की है. वर्तमान समय में 2500 से अधिक म्युचुअल फंड स्कीम है, निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान जहां आप इन्वेस्ट करके बेनिफिट ले सकते हैं. यदि आप भी म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने का मन बना रहे हैं, तो आप इसके लिए एक्सपर्ट की राय अवश्य लीजिए. Investica के निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान मैनेजर रिसर्च अक्षत गर्ग ने पांच फैक्टर बताए है जिन को ध्यान में रखकर ही म्यूच्यूअल फंड को चुनना चाहिए.
म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय इन 5 फैक्टर्स का रखें विशेष ध्यान
निवेश की समय सीमा : जब भी आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो समय सीमा को निर्धारित करना बेहद जरूरी होता है. इसीलिए निवेशक को पैसा लगाने से पहले यह जान लेना चाहिए कि वह कितने समय के लिए पैसा लगाए, जिससे उसे बेहतरीन रिटर्न मिल सके. यदि कोई निवेशक 3 साल के लिए पैसा लगाना चाहता है तो उसे मिडकैप और स्मॉलकैप से दूर ही रहना चाहिए.
एक्सपेंस रेशों : जो निवेशक म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं उन्हें ऐसे म्यूच्यूअल फंड स्कीम से दूर रहना चाहिए जिनका एक्सपेंस रेशों 2 फ़ीसदी से अधिक है. इस रेशों का मतलब होता है कि कोई AMC म्यूच्यूअल फंड स्कीम चलाने के लिए कितना खर्चा करती है. एक्सपेंस रेशों का बोझ निवेशक के ऊपर ही पड़ता है.
लंबी अवधि के लिए देखें परफॉर्मेंस : यदि आप किसी म्यूच्यूअल फंड का मूल्यांकन करते हैं तो उस समय फंड का फंड के बेंचमार्क के मुकाबले परफॉर्मेंस ट्रैक करना मुश्किल होता है. ऐसे में यदि कोई म्युचुअल फंड स्कीम अपने बेंच मार्क को 3, 5 या 7 साल में भी पीछे नहीं छोड़ रहा, तो ऐसी स्कीम से आपको दूर ही रहना चाहिए.
फंड मैनेजर का अनुभव: फंड मैनेजर निवेशक के तौर पर म्यूचुअल फंड में पैसा लगाता है और फिर उस पैसे को मैनेज करता है, ऐसे में निवेशकों को ऐसी ही स्कीम में इन्वेस्ट करना चाहिए जहां फंड मैनेजर का अनुभव कम से कम 5 से 7 साल का हो.
शार्प रेश्यो: इस रेशों का इस्तेमाल किसी भी म्यूच्यूअल फंड के रिस्क परफॉर्मेंस का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है, यानी कि हम कह सकते हैं कि इस रेशों से पता चलता है कि आप किसी स्कीम में पैसा लगाते हैं तो आपको उस पर कितना रिटर्न मिलेगा और उसमें कितना रिस्क है.
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