विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड गिरावट हुई है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

विशेषज्ञ सलाहकार (विदेशी मुद्रा रोबोट) पूरे दिन के व्यापार और ADX पर आधारित ट्रेडिंग

विशेषज्ञ सलाहकार (विदेशी मुद्रा रोबोट) पूरे दिन के व्यापार और ADX (औसत दिशात्मक आंदोलन संकेतों) के आधार पर व्यापार करते हैं। विशेष संकेतकों, समय सीमा H1, 5 संकेतकों से संकेतों के आधार पर ट्रेडों को खोलना

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सिस्टम: Metatrader 4
आवश्यक संकेतक: ज़िप संग्रह में
समय सीमा: H1
मुद्रा जोड़ी: EURAUD
खातों की सीमाएं: नहीं
समय सीमाएं: नहीं
व्यापार का प्रकार: मध्य अवधि का व्यापार
तंत्रिका नेटवर्क: प्रकाश
व्यापार में उपयोग किए जाने वाले संकेतों की संख्या: 5
धन प्रबंधन: हाँ
अन्य ईएएस के साथ प्रयोग करना: हाँ
ब्रोकर खाता: कोई भी खाता
मैक्स। फैलता अनुमति: 2,3 (23)
TakeProfit और StopLoss अधिकतम प्रयोग किया जाता है: 218 (SL), 620 (टीपी)
ट्रेडों की अवधि: विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल औसत 8 घंटे - 4 दिन
बहुत सारे: 0,01 - 100
वीपीएस या लैपटॉप: 24 / 5 ऑनलाइन की आवश्यकता है

लाइव फॉरेक्स ट्रेडिंग - EURUSD, GBPUSD और XAUUSD NEAR TERM SHORT TRADE SETUPS

आपका स्वागत है विदेशी मुद्रा व्यापारियों, हमारे दैनिक विदेशी मुद्रा तकनीकी विश्लेषण टूटने के लिए। आज के लाइव ट्रेडिंग सत्र में, हमने अपनी मूल्य कार्रवाई ट्रेडिंग रणनीति का उपयोग करके EURUSD, GBPUSD और XAUUSD के लिए संभावित व्यापार सेटअप प्रदान किए, हमने सप्ताह के लिए उच्च प्रभाव वाली मूलभूत घटनाओं पर चर्चा की, मुख्य रूप से ईसीबी, एफओएमसी और यूके चुनाव।

पिछले हफ्ते के गैर-कृषि पेरोल (एनएफपी) के परिणाम उम्मीद से बेहतर थे, अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने 266,000 नौकरियां जोड़ दीं और बेरोजगारी को कम करके 50% कम 3.5% कर दिया। हमने देखा कि अधिकांश मेजर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिर गए। आज, हमने देखा कि मेजर संभावित रूप से कम पुश करने से पहले एक मामूली रिट्रेसमेंट बना रहे हैं। वर्तमान में सभी ट्रेड सिग्नल एंट्री के लिए लंबित हैं। हम आगे के अपडेट भेजेंगे आरपी फॉरेक्स का टेलीग्राम चैनल जो 2019 के अंत तक मुफ्त होगा।

अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (3-July-2020)^भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा^(Trade deficit with China)

Posted on July 3rd, 2020

हालिया सरकारी आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में चीन के साथ भारत के व्यापार घाटा (Trade Deficit) में कमी देखने को मिली है और यह घटकर 48.66 बिलियन डॉलर पर पहुँच गया है।


आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान भारत द्वारा चीन को लगभग 16.6 बिलियन डॉलर का निर्यात किया गया, जबकि भारत ने चीन से लगभग 65.26 बिलियन डॉलर का आयात किया, जिसके कारण चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 48.66 बिलियन रहा। वित्तीय वर्ष 2018-19 में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 53.56 बिलियन डॉलर था, जबकि वित्तीय वर्ष 2017-18 में यह कुल 63 बिलियन डॉलर रहा विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल था। भारत में चीन से आयातित मुख्य वस्तुओं में घड़ी, संगीत वाद्ययंत्र, खिलौने, खेल संबंधी उपकरण, फर्नीचर, गद्दे, प्लास्टिक, विद्युत उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, रसायन, लोहा एवं इस्पात वस्तुएँ, उर्वरक, खनिज ईंधन और धातु आदि शामिल हैं।

अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (3-July-2020) भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा (Trade deficit with China)

Posted on July 3rd, 2020 | Create PDF File

hlhiuj

हालिया सरकारी आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में चीन के साथ भारत के व्यापार घाटा (Trade Deficit) में कमी देखने को मिली है और यह घटकर 48.66 बिलियन डॉलर पर पहुँच गया है।


आँकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान भारत द्वारा चीन को लगभग 16.6 बिलियन डॉलर का निर्यात किया गया, जबकि भारत ने चीन से लगभग 65.26 बिलियन डॉलर का आयात किया, जिसके कारण चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 48.66 बिलियन रहा। वित्तीय वर्ष 2018-19 में चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा 53.56 बिलियन डॉलर था, जबकि वित्तीय वर्ष 2017-18 में यह कुल 63 बिलियन डॉलर रहा था। भारत में चीन से आयातित मुख्य वस्तुओं में घड़ी, संगीत वाद्ययंत्र, खिलौने, खेल संबंधी उपकरण, फर्नीचर, गद्दे, प्लास्टिक, विद्युत उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, रसायन, लोहा एवं इस्पात वस्तुएँ, उर्वरक, खनिज ईंधन और धातु आदि शामिल हैं।

विदेशी मुद्रा भंडार में हुई तेज गिरावट, अभी तक 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान

विदेशी मुद्रा भंडार में हुई तेज गिरावट, अभी तक 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान

विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड गिरावट हुई है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गति से गिरावट हो रही है। भंडार में यह आए दिन नए रिकॉर्ड स्‍तर पर गिरावट जारी है। अभी तक विदेशी मुद्रा भंडार 1 ट्रिलियन डॉलर घट चुका है। इस साल करीब 1 ट्रिलियन डॉलर या 7.8 फीसदी घटकर 12 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह 2003 के बाद सबसे तेज गिरावट है।

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की वजह, भारत के सेंट्रल बैंक की ओर से रुपये के गिरावट को बचाने के लिए उठाए गए कदम हैं। वहीं अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर मंदी की आशंका भी गिरावट की वजह है। मंदी का एक कारण डॉलर यूरो और येन जैसी मुद्राओं विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल मुद्राओं के मुकाबले दो दशक के हाई लेवल पर पहुंच चुका है।

मज़बूत नेता के राज में डॉलर के मुक़ाबले रुपया अब तक के इतिहास में सबसे कमज़ोर

dollar and rupee

भारतीय रुपया का हाल यह है कि रुपया अब तक विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। खबर लिखने तक एक डॉलर के मुकाबले भारत का रुपया गिरकर 77.39 रुपए तक पहुंच चुका है। कहने वाले कह देंगे कि रूस और यूक्रेन की लड़ाई विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल की वजह से दुनिया की माल सपलाई टूट चुकी है। जितने सामान की मांग है उतनी सपलाई नहीं हो पा रही है। इसलिए डॉलर के बदले पहले से ज्यादा रुपया देना पड़ रहा है। यह बात एक हद तक ठीक है। लेकिन इसके अलावा भी कुछ बातें है, जिस पर गौर करना चाहिए।

साल 2013 में डॉलर के मुकाबले रूपये गिरकर 68 रूपये प्रति डॉलर हो गया था। भाजपा की तरफ से बयान आया कि डॉलर के मुकाबले रुपया तभी मजबूत होगा जब देश में मजबूत नेता आएगा। उस समय कहा जा रहा था कि यह बताना मुश्किल है कि डॉलर के मुकाबले रुपया ज्यादा गिर रहा है या कांग्रेस पार्टी? कांग्रेस पार्टी और रूपये के गिरने में होड़ लगी है। 2018, 2019, 2020 और 2021 में लगातार रुपया कमज़ोर होता गया– 2.3 प्रतिशत से लेकर 2.9 प्रतिशत तक कमज़ोर हुआ। चार साल विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल से भारत का रुपया कमज़ोर होता जा रहा है। अब यह कमजोर होकर सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। यानी यह बात समझने विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल वाली है कि डॉलर के मुकाबले रूपये की कमजोर होने की कहानी रूस और यूक्रेन की लड़ाई के बाद ही शुरू नहीं हुई है, बल्कि यह तबसे चली आ रही है जब से तथाकथित मजबूत नेता यानि नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने हैं। तब से लेकर अब तक डॉलर के मुकाबले रुपया गिरते गया है। भाजपा के मुताबिक मजबूत नेता के आजाने के बाद से डॉलर के मुकाबले रुपया में मजबूती होनी चाहिए थी लेकिन यह पहले से ज्यादा मजबूत होने की बजाए कमजोर हो गया। रूपये के गिरने से जुड़े जरूरी कारणों के पड़ताल विदेशी मुद्रा व्यापार टेलीग्राम चैनल के साथ उन बातों को भी में ध्यान रखना जरूरी है कि मौजूदा वक्त की सरकार ने तब कहा था जब वह विपक्ष में थी।

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