VOGO: Rent a scooter & E-bike
Vogo एक स्पष्ट मिशन के साथ भारत का सबसे अच्छा इलेक्ट्रिक स्कूटर रेंटल सर्विस ऐप है: प्रदूषण, भीड़भाड़ और ईंधन की बढ़ती कीमतों से त्रस्त गतिशीलता क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए, इलेक्ट्रिक रेंटल बाइक के साथ। VOGO बैंगलोर, हैदराबाद और मुंबई में किराए के लिए सैनिटाइज़्ड स्कूटर और ईबाइक प्रदान करता है।
वोगो रेफरल कोड के साथ साइन अप करके एक इलेक्ट्रिक बाइक किराए पर लें और साइन-अप बोनस और क्रेडिट का लाभ उठाएं! अपना विवरण प्रदान करें और अपनी छोटी यात्राओं के लिए अपने पसंदीदा इलेक्ट्रिक स्कूटर या बाइक का चयन करें। ई-स्कूटर का उपयोग करके हम पर्यावरण को बचाने का भी लक्ष्य रखते हैं। हमारे पास दो उत्पाद हैं- वोगो नाउ और वोगो कीप।
VOGO Now: अगर आपकी जरूरत किराए के लिए रोजाना की बाइक यानी सिंगल पॉइंट-टू-पॉइंट राइड की है, तो VOGO Now से किराए पर ली गई बाइक आपके काम आती है।
VOGO Now केवल मुंबई में उपलब्ध है, और यह विश्वसनीय, किफ़ायती और आसानी से उपलब्ध है। चाहे वह खरीदारी हो, दौड़ने का काम हो, दैनिक कार्यालय यात्रा हो, फिल्में हों, अपने दोस्तों के साथ घूमना हो या शहर भर में बस एक इत्मीनान से सवारी करना हो, वोगो नाउ सुनिश्चित करेगा कि आप सही समय पर सही जगह पर पहुंचें। कैब बुकिंग के साथ अब आपको अपनी जेब में छेद करने की जरूरत नहीं रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें है, अपनी सवारी के आने के इंतजार में अटके रहना।
VOGO Now में कुछ प्रमुख लाभ शामिल हैं जैसे:
- वोगो ई-स्कूटर बेहतरीन कंडीशन में।
- पूरी तरह से सैनिटाइज्ड वोगो इलेक्ट्रिक बाइक
- किराए पर पूरी तरह से सेवित रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें बाइक या स्कूटर
- 24*7 ब्रेकडाउन सहायता
किराए के लिए हमारा दोपहिया वाहन बिना चाबी का है, जिसका अर्थ है कि आप इसका उपयोग करके इसे अनलॉक कर सकते हैं
ब्लूटूथ, और जाने के लिए प्रारंभ बटन दबाएं! साफ, है ना?
यहां बताया गया है कि ऐप पर स्कूटर की बुकिंग कैसे काम करती है: -
1. वोगो ऐप खोलें रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें और निकटतम वोगो ज़ोन खोजें
2. अपनी आवश्यकता के आधार पर वन-वे या राउंड-ट्रिप चुनें
3. वोगो जोन में जाएं
4. अपनी रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें इलेक्ट्रिक बाइक किराए पर लेने के लिए ऐप पर अपना वाहन चुनें
5. स्टार्ट बटन दबाएं और जाएं!
6. पेटीएम, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, यूपीआई या नेट बैंकिंग के जरिए भुगतान करें
VOGO ई-बाइक रेंटल ऐप का उपयोग क्यों करना चाहिए?
● सरलीकृत बुकिंग - हमारे सहज ज्ञान युक्त ऐप के साथ कुछ सरल चरणों में एक दोपहिया वाहन किराए पर लें।
● सुविधा - किसी भी वोगो पॉइंट पर पिकअप और ड्रॉप - मुंबई, बैंगलोर और हैदराबाद में सस्ती बाइक किराए पर लेना, - हम सभी खेल हैं!
स्वतंत्रता - सुनिश्चित सवारी प्राप्त करें और केवल वही भुगतान करें जो आप उपयोग करते हैं।
सुरक्षा - आपके उपयोग के लिए एक सेनिटाइज्ड इलेक्ट्रिक ई-बाइक पूरी तरह से तैयार है।
कैशलेस भुगतान - ऑनलाइन भुगतान करें और कैशलेस सवारी करें।
VOGO KEEP: यह एक मासिक बाइक रेंटल ऐप है, जो की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करता है
बैंगलोर और हैदराबाद में किफायती स्कूटर किराए पर लेने की योजना। आप एक महीने के लिए या अपनी चुनी हुई अवधि के अनुसार बाइक किराए पर ले सकते हैं। हम सुरक्षा की गारंटी देते हैं और
हमारे सभी वाहनों के लिए स्वच्छता। हम एक महीने के लिए या आपकी चुनी हुई अवधि के अनुसार बाइक किराए पर लेने के लिए एक परेशानी मुक्त और सुविधाजनक समाधान प्रदान करते हैं, जिससे आपके दैनिक आवागमन में सहायता मिलती है। जब आप 'मेरे पास स्कूटर रेंटल, मेरे पास किराए के लिए ई-बाइक, मेरे पास ईबाइक रेंटल या मेरे पास इलेक्ट्रिक स्कूटर रेंटल' जैसी चीजें खोजते हैं, तो आपको हमारा रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें ई-बाइक ऐप VOGO दिखाई देगा। बस Vogo इंस्टॉल करें और सुरक्षित और आसान यात्रा का आनंद लें!
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों का कैसा इलाज? देखें ग्राउंड रिपोर्ट
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों का कैसा इलाज? देखें ग्राउंड रिपोर्ट
दिल्ली आजतक
- नई दिल्ली,
- 16 जून 2020,
- अपडेटेड 11:08 PM IST
कहते हैं महानगरों के कई चेहरे होते हैं. दिल्ली के भी हैं. एक दिल वाला चेहरा, एक तंग दिल चेहरा. एक चाक-चौबंद तैयारियों का चेहरा. एक दबाव में चरमराते अस्पतालों का चेहरा. तो आखिर दिल्ली के अस्पतालों का चेहरा कैसा है. दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों का कैसा इलाज हो रहा है? जानने के लिए देखें ये ग्राउंड रिपोर्ट.
स्ट्रेस बस्टर: लॉकडाउन के तनाव को कम करने में उपयोगी होंगे अनुलोम विलोम और भ्रामरी प्राणायाम
विधि : सुखासन या पद्मासन में बैठें। अपने बाएं हाथ को बाएं घुटने पर रखें। तर्जनी और मध्यमा को दोनों भौहों के बीच में, अनामिका और छोटी उंगली को नाक के बाएं नासिका पर, और अंगूठे को दाहिनी नासिका पर रखें। अपने अंगूठे को दाईं नासिका पर रखकर धीरे से दबाकर, बाईं नासिका से सांस लें। अब बाईं नासिका को अनामिका और छोटी उंगली के साथ धीरे से दबाएं। दाहिने अंगूठे को दाईं नासिका से खोलकर दाईं नासिका से सांस बाहर निकालें। फिर दाईं नासिका से सांस लीजिए और बाईं ओर से सांस छोड़िए। इस तरह नाड़ी शोधन प्राणायाम का एक दौर पूरा हुआ। इस तरह बारी-बारी से दोनों नासिका के माध्यम से सांस लेते हुए 3 से 5 राउंड पूरे करें।
लाभ : अनुलोम विलोम प्राणायाम को नियमित तौर पर करने से फेफड़े मजबूत बनते हैं, एलर्जी की समस्या और सायनस की दिक्कत दूर होती है। शरीर में रक्त का संचार सुधरता रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करने में सहायक है। मधुमेह जैसी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।
सावधानी : हर सांस छोड़ने के बाद उसी नासिका से सांस भरे जिस नासिका से सांस छोड़ी हो। अपनी आंखें पूरी तरह बंद रखें और किसी भी दबाव या प्रयास के बिना लंबी, गहरी और आरामदायक सांस लेना जारी रखें।
विधि : सबसे पहले सुखासन, पद्मासन या सिद्धासन किसी भी एक आसन में बैठ जाएं। अब हल्की सांस अंदर लें। तर्जनी अंगुली से अपने कानों को बंद कर लें। अब एक लम्बी गहरी सांस लें और सांस को छोड़ते हुए तेज स्वर में भिनभिनाने की आवाज निकालें (जैसे मधुमक्खी की आवाज आती है)। इस दौरान मन को शांत रखें। यह पूरा एक चक्र हुआ। इस प्रकार 5 से 10 चक्र पूरा करें। आप उंगली को पुनः दबा या छोड़ सकते हैं।
सावधानी : यदि कान में दर्द या संक्रमण हो तो इस प्राणायाम को नहीं करना चाहिए। भिनभिनाने वाली आवाज निकालते हुए अपने मुंह को बंद रखें। प्राणायाम करते समय अपने चेहरे पर दबाव न डालें और अपने मन को शांत रखें।
लाभ: सभी प्रकार के मानसिक रोग जैसे तनाव, क्रोध, चिढ़चढ़ापन आदि दोष दूर होते हैं।
इससे मन शांत और प्रसन्न रहता है। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, माइग्रेन आदि रोगों में लाभ मिलता है। मन को एकाग्र करने एवं आत्मविश्वास को बढ़ाने में यह प्राणायाम लाभकारी है। अनिद्रा रोग से छुटकारा मिलता है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने स्कूल फीस संबंधी याचिका का निस्तारण किया
अदालत ने इस संबंध में एक याचिका का निपटारा करते हुए दिल्ली सरकार के एक आदेश का जिक्र किया कि जो छात्र वित्तीय संकट के कारण फीस देने में असमर्थ हैं, उन्हें भी ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ उठाने की अनुमति दी जाएगी।
Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: April 21, 2020 16:29 IST
Image Source : PTI Delhi High Court notes steps by Delhi govt on school fee amid coronavirus lockdown; disposes plea
नयी दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने गौर किया है कि आप सरकार ने निजी स्कूलों को शिक्षण शुल्क (ट्यूशन फीस) के अलावा अन्य कोई शुल्क मांगने से रोक दिया है। अदालत के अनुसार ट्यूशन फीस की मांग उचित है क्योंकि शिक्षक कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन के दौरान भी ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं और अपना काम कर रहे हैं। अदालत ने इस संबंध में एक याचिका का निपटारा करते हुए दिल्ली सरकार के एक आदेश का जिक्र किया कि जो छात्र वित्तीय संकट के कारण फीस देने में असमर्थ हैं, उन्हें भी ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ उठाने की अनुमति दी जाएगी।
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए याचिका पर सुनवाई की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने इस मुद्दे पर संज्ञान लिया है और यह नीतिगत मामला है इसलिए अदालत इसमें हस्तक्षेप करने की इच्छुक नहीं है। अदालत ने यह आदेश सोमवार को पारित किया और मंगलवार को इसे अपलोड किया गया। याचिका में दिल्ली सरकार को निर्देश देने का अनुरोध किया गया था कि निजी स्कूलों में फीस स्थगित की जाए या अप्रैल से जून तक के लिए परिवहन शुल्क और अन्य शुल्कों में छूट दी जाए।
याचिकाकर्ता और अधिवक्ता रजत वत्स ने दलील दी कि लॉकडाउन अवधि के दौरान, दिल्ली के विभिन्न निजी स्कूलों के छात्रों द्वारा परिवहन शुल्क, पाठ्येतर गतिविधियों के लिए शुल्क और अन्य शुल्क का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने अनुरोध किया कि चूंकि स्कूल काम नहीं कर रहे हैं, इसलिए शिक्षण शुल्क का भुगतान भी स्थगित किया जाना चाहिए। दिल्ली सरकार के स्थायी वकील रमेश सिंह ने अदालत को बताया कि अधिकारी याचिका में उठाए गए मुद्दों के बारे में पूरी तरह से सचेत हैं और 17 अप्रैल को, शिक्षा निदेशालय पहले ही आदेश जारी कर चुका है कि शिक्षण शुल्क को छोड़कर कोई अन्य शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए।
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लॉकडाउन और आर्थिक रिबाउंड और ब्रेकडाउन पर लाभ लें मंदी में यहां के छात्रों को मिला 43-43 लाख रुपये का सैलरी पैकेज
भले ही दुनिया की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई हो लेकिन अच्छे संस्थानों से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) वारंगल में 14 छात्रों को 43 लाख.
भले ही दुनिया की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई हो लेकिन अच्छे संस्थानों से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) वारंगल में 14 छात्रों को 43 लाख के पैकेज का ऑफर किया गया है जो इस सत्र का सबसे ज्यादा पैकेज है। एनआईटी वारंगल के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट केंद्र ने बताया कि 177 कंपनियों ने संस्थान के 732 छात्रों का चयन किया जो कुल छात्रों की संख्या का 80 प्रतिशत से ज्यादा है। इन विद्यार्थियों को औसतन 12.15 लाख का सालाना पैकेज दिया गया है जो संस्थान में पिछले साल के पैकेज 9.93 लाख से कहीं ज्यादा है।
एनआईटी के निदेशक एनवी रमन्ना राव ने बताया कि किसी भी कंपनी ने इन ऑफर को निरस्त नहीं किया है बल्कि कई कंपनियों ने जल्दी से जल्दी फाइनल परीक्षा कराने का अनुरोध किया है ताकि इन विद्यार्थियों को तुरंत काम पर रखा जा सके।
जल्दी काम पर बुलाने क लिए आतुर कंपनियां
उन्होंने बताया कि इनमें से ज्यादातर कंपनियां आईटी सेक्टर से जुड़ी हैं जिनके पास वर्क फ्रोम होम का विकल्प है। इसलिए ये कंपनियां जल्दी परीक्षा लेने के लिए जोर दे रही हैं। इस बार इसरो और भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) की ओर से भी खूब ऑफर किए गए हैं। प्लेसमेंट सेल के मुताबिक 33 विद्यार्थियों को इसरो, इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री, गेल जैसी पीएसयू कंपनियों से ऑफर किए गए हैं। प्लेसमेंट सेल ने बताया कि 551 बीटेक के विद्यार्थी और 181 पीजी के विद्यार्थियों को पूर्णकालिक नौकरी मिली है। इनमें 289 विद्यार्थियों ने 10 लाख से ऊपर की नौकरी प्राप्त की है। इस बार बीटेक के 93.22 प्रतिशत विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हो गया। नियुक्ति करने वाली कंपनियों में माइक्रोसॉफ्ट, सिटी बैंक, ऑरेकल, गोल्डमैन सॉक्स, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट जैसी कंपनियां प्रमुख थीं।
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