UPPSC Recruitment 2023: 303 पदों पर आवेदन का मौका, ये रहा आवेदन करने का डायरेक्ट लिंक
UPPSC Recruitment 2023: क्या आप भी उ त्त र प्रदेश लोक सेवा आयोग के तहत Civil Judge (Junior Division) को तौर पर अपना करियर बनाना चाहते है तो आपके लिए खुशखबरी है कि, U.P. Judicial Service Civil Judge (Junior Division) Examination-2022 को लेकर नोटिफिकेशन को जारी कर दिया गया है जिसकी पूरी जानकारी हम आपको इस लेख मे, प्रदान करेगे।
आपको बता दें कि, UPPSC Recruitment 2023 के तहत रिक्त कुल 303 पदो पर भर्ती की जायेगी जिसके लिए ऑनला इ न आवेदन प्रक्रिया को 10 दि स म्बर, 2022 से शुरु कर दिया गया है जिसमे आप सभी आवेदक व उम्मीदवार 06 जनवरी, 2023 ( ऑनलाइन आवेदन की अन्तिम तिथि ) तक आवेदन कर पायेगे।
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अन्त, आर्टिकल के अन्त में, हम आपको क्विक लिंक्स प्रदान व्यापार मंच प्रकार करेगे ताकि आप इसी प्रकार के आर्टिकल्स को लगातार प्राप्त करते रहें।
UPPSC Recruitment 2023 – Quick Look
Name of the Commission | UT T AR PRADESH PUBLIC SERVICE COMMISSION |
Name of the Examination | U.P. Judicial Service Civil Judge (Junior Division) Examination-2022 |
Name of the Article | UPPSC Recruitment 2023 |
Type of Article | Latest Job |
No of Vacancies | 303 Vaca nc ies |
Who Can Apply? | All India Applicants Can Apply. |
No of Vacancies | 303 Vacancies |
Required Age Limit | Lower Aage – 22 Yrs |
UPPSC Recruitment 2023
अपने इस लेख में, हम उन सभी युवाओं व प्रत्याशियों का हार्दिक स्वागत करना चाहते है जो कि, UTTAR PRADESH PUBLIC SERVICE COMMISSION के तहत Civil Judge (Junior Division) की नौकरी प्राप्त करना चाहते है और इसीलिए हम आपको अपने इस आर्टिकल की मदद से विस्तार से UPPSC Recruitment 2023 के बारे मे बतायेगे।
आपको बता दें कि, UPPS C Recruitment 2023 के तहत भर्ती हेतु आवेदन के लिए आप सभी युवाओँ व आवेदको को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को अपनाते हुए ऑनलाइन आवेदन करना होगा जिसकी पूरी स्टेप बाय स्टेट आवेदन प्रक्रिया की जानकारी हम आपको इस लेख मे प्रदान करेगे ताकि आप सभी युवा व आवेदक इस भर्ती मे जल्द से जल्द आवेदन कर सकें।
अन्त, आर्टिकल के अन्त में, हम आपको क्विक लिंक्स प्रदान करेगे ताकि आप इसी प्रकार के आर्टिकल्स को लगातार प्राप्त करते रहें।
वरिष्ठ व्यापारी साह ने निधन पर व्यापारियों ने जताया शोक
अल्मोड़ा, संवाददाता। निधन पर गहरा शोक जताया गया। इस दौरान व्यापारियों ने दो मिनट का मौन रख मृतक आत्मा की शांति के लिये.
नगर व्यापार मंडल की ओर से मंगलवार को एक शोक सभा आयोजित की गई। जिसमें में पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष व वरिष्ठ व्यापारी सूरज साह के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया गया। इस दौरान व्यापारियों ने दो मिनट का मौन रख मृतक आत्मा की शांति के लिये भगवान से प्रार्थना की। व्यापार मंडल प्रदेश उपाध्यक्ष किशन गुरुरानी, नगर अध्यक्ष सुशील साह, उपाध्यक्ष प्रत्येश पांडे, सचिव मयंक बिष्ट, महिला उपाध्यक्ष अनीता रावत, उपसचिव अमन नज्जौन, कोषाध्यक्ष कार्तिक साह, मोहन कनवाल, दीप जोशी, रेडक्रॉस सोसायटी चेयरमैन मनोज सनवाल, गिरीश मल्होत्रा, डॉ. जेसी दुर्गापाल, राघव पंत, दीपू लोहनी, ज्योति कपूर, अंकुर बोहरा, सुनील कपूर, आशुतोष कपूर, गिरीश धवन, विक्की कुमार, अजय कुमार, राम प्रकाश निरंकारी, दयानंद कठैत समेत कई व्यापारियों ने शोक संवेदना प्रकट की।
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पोस्ट आपके काम की साबित हो सकती है. हम आपको इस पोस्ट में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. आखिर कैसे
आप Online घर बैठे हर दिन कुछ काम करके पैसा कमा सकते हैं. बताते चलें की इस काम के लिए आपके पास
सिर्फ़ एक Smartphone या Laptop होना जरूरी है. जोकि आज कल सभी के पास है।
Email तक पढ़ने का पैसा देती है वेबसाइट्स:
आपको बता दें कि कुछ ऐसी Websites है जो आपको Email तक पढ़ने का पैसा देती है. आपको सिर्फ़ भेजे
Email को पढ़ना है, जिसके बदले में आपको पैसा मिलता है. वही कुछ जगह आपको Video बनाकर उसे अच्छे
तरीके से सिर्फ पोस्ट करने पर मोटा पैसा कमाने (Big Earn Money) का अवसर मिलता है।
यूट्यूब (YouTube):
Media Reports के मुताबिक, आप ऑनलाइन YouTube के जरिये पैसा कमा सकते हैं. इसमें आपको
आए दिन नए-नए विषय पर Video बनाकर पोस्ट करनी होती है. जिसे ज्यादातर लोगों तक पहुंचने पर आपको
YouTube की तरफ से पैसा मिलता है. आपको बस इतना करना है कि आपके Video व्यापार मंच प्रकार को काफी संख्या में लोग देखें.
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यदि आप ऐसा कर पाते है तो आप YouTube के माध्यम से पैसा कमा सकते हैं. इसके लिए आपके पास अच्छा
Communication Skills होना चाहिए, कुछ अच्छे कन्टेंट निर्माता (Good Content Creator) आज
YouTube से हर महीने लाखों की कमाई (Earning Millions Every Month) कर रहे हैं।
पैसा लाइव डॉट कॉम (Paisalive.com):
यह www.Paisalive.com एक वेबसाइट है. इस पर आपको Email पढ़ने के अलावा बाकी लोगों को Invite
करने पर पैसा (Money) मिलता है. इसमें आपको अपना अकाउंट बनाने पर 99 रुपये मिलते हैं. अगर आप अपने
Friends का Account बनवाते हैं, तो भी आपको पैसा मिलेगा. हर Email को पढ़ने के लिए 25 पैसे से 5 रुपया
तक मिलता हैं. Paisalive.com वेबसाइट 15 दिन में एक बार आपको Cheque से Payment करती है।
मैट्रिक्स मेल डॉट कॉम (matrixmails.com):
आपको बता दें यह www.matrixmails.com एक प्रकार की वेबसाइट है. इसकी शुरुआत साल 2002 में हुई,
तब से ये Work कर रही है. इसमें आप Email पढ़ने के अलावा Offers के जरिए, www.matrixmails.com
पर विजिट करके पैसा कमा सकते हैं. बताते चलें की इस www.matrixmails.com के जरिए आप 25 डॉलर से
50 डॉलर तक कमा सकते हैं. इसमें आपको हर रोज 1 घंटे में करीब 3 हजार रुपये तक कमा सकते हैं।
एफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing):
बता दें की Affiliate Marketing का मतलब है किसी दूसरी कंपनी के Product और Service को ऑनलाइन
प्रमोट (Online Promote) करना. इसके लिए आपको कमीशन दिया जाता है. Affiliate Marketing शुरू
करने के लिए किसी निवेश की जरूरत नहीं है. आपको Amazon जैसे प्लेटफॉर्म पर खुद को Register करना है
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और उनके प्रोडक्ट को पब्लिसिटी करनी है. कुछ होटल बुकिंग साइट क्रिएटर्स (Booking Site Creators) के
लिए एफिलिएट मार्केटिंग प्लान (Affiliate Marketing Plan) भी ऑफ़र करती हैं।
ऑनलाइन सर्वे (Online Survey):
बताते चलें की Online Survey करके आप अच्छा पैसा कमा सकते है. बिना किसी निवेश (Investment) के
इसकी शुरूआत कर सकते है. Market में ऐसी कई शोध कंपनियां हैं, जो Online Surveys को लेती हैं और उन्हें
लेने वाले लोगों के बदले में Payment करती हैं. आप इसके माध्यम से केवल थोड़े से पैसे कमाने (Earn
Money) की उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन आप प्रयास करके अच्छी कमाई (Bumper Earn) कर सकते हैं।
इंस्टाग्राम (Instagram):
बताते चलें की Instagram एक ऑनलाइन पैसा कमाने (Online Earn Money) का बेहतरीन मंच है. जिस पर
आपको फ्री में खाता बनाना है. साथ ही Item बेचना शुरू कर देना है. 130 मिलियन से अधिक लोग Instagram
Shopping का उपयोग कर रहे हैं. जो कि अच्छी कमाई कर रहे हैं. आपको अपने प्रोडक्ट्स की Photo और
Video को पोस्ट करने में क्रिएटिव (Creative) होना पड़ेगा. आपको बता दें की नए लोगों को आकर्षित
(Attract New People) करने के लिए कई रणनीतियों का उपयोग करना होगा।
सेंडर अर्निंग डॉट कॉम (Sendearnings.com):
बता दें की आप Sendearnings.com वेबसाइट पर पहले आपको अपना खाता बनाना है. इसमें आपको हमेशा
Visit करना जरूरी है. अगर 6 महीने तक आप इसे विजिट नहीं करते हैं तो आपका Account Deactivate
हो जाएगा. बता दें यह वेबसाइट एक Email पढ़ने के लिए आपको करीब 1 $ यानी करीब 70 रुपये का भुगतान
करती है. आपको इसमें पैसे (Money) निकालने के लिए कम से कम 2,100 रुपये कमाने पड़ते हैं।
black Cloak History: जानिए क्या है काले अरेबियन लबादे का इतिहास ? स्टार फुटबॉलर मेसी को क्यों लपेटा गया था
मिसौला। black Cloak History विश्व कप फुटबॉल की व्यापार मंच प्रकार ट्राफी उठाने के लिए लियोनेल मेसी के मंच पर आने से पहले, क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने अर्जेंटीना के फ़ुटबॉल स्टार के कंधों पर एक काला लबादा ओढ़ा दिया, जिसे ‘बिष्ट’ कहा जाता है।काला लबादा ओढ़े मेसी की तस्वीरें, जिसे कुछ लोगों के अनुसार शायद उनकी राष्ट्रीय जर्सी को छिपाने के लिए पहनाया गया था, ने दुनिया भर में भ्रम पैदा कर दिया।
मेसी को क्यों पहनाया था लबादा
कई प्रशंसकों ने सवाल किया कि अर्जेंटीना के फ़ुटबॉल स्टार को अरेबियन लबादे में क्यों लपेटा गया था, कुछ ने कहा कि इसने ‘एक यादगार क्षण को बर्बाद कर दिया।’बिष्ट क्या है ? और इसका क्या महत्व है ?युगों से एक लबादामध्य पूर्वी सांस्कृतिक परंपराओं के एक विद्वान के रूप में, मुझे पता है कि बिष्ट की उत्पत्ति पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व की है। खानाबदोश चरवाहों और बेडौंस की त्वचा की रक्षा के लिए इसे शुरू में एक यात्रा कोट के रूप में इस्तेमाल किया जाता था क्योंकि वे विभिन्न मौसमों के दौरान यात्रा करते थे।यह शब्द स्वयं व्यापार मंच प्रकार फ़ारसी से निकला है और इसका शाब्दिक अनुवाद ‘किसी की पीठ पर’ है। अरबी में इसे ‘अबा’ भी कहा जाता है, बिष्ट पारंपरिक रूप से ऊंट के बालों और बकरी के फर से बना एक लंबा, हाथ से बुना हुआ लबादा होता है।इसके तंतुओं को विशेष रूप से कठोर रेगिस्तानी जलवायु के लिए तैयार किया जाता था – ठंडा और गर्म दोनों।कपड़े की एक साथ कताई और बुनाई की प्रक्रिया – आमतौर पर काला, भूरा, बेज या ग्रे – इसे हवा गुजरने देने के योग्य बनाती है।समय के साथ, दर्जी ने कपड़े में विशेष चीजें जोड़ना शुरू कर दिया, जैसे कि हाथ से काता हुआ सोना या चांदी। ट्रिम, जिसे ‘जरी’ कहा जाता है, को रेशम के साथ कीमती धातुओं की तारों से जोड़कर बनाया जाता है, जो इसे स्थायी चमक देने के काम आता है
यात्रा के लबादे क्या होते है
।गणमान्य लोगों द्वारा या विशेष अवसरों पर पहने जाने वाले लबादे यात्रा के लबादों से अलग होते हैं और जरी ही उनके बीच अंतर की पहचान है। छठी शताब्दी में पैगंबर मुहम्मद के समय तक, फ़ारसी और बाद में अरब साम्राज्यों की विजय में युद्ध के बाद अच्छा प्रदर्शन करने वाले सैनिकों और जनरलों को बिष्ट से ढक दिया जाता था।कपड़ा जितना अधिक पारदर्शी होगा और जरी जितनी चमकीली होगी, सम्मान उतना ही अधिक होगा। संयुक्त अरब अमीरात और कतर जैसे देशों में, जो 1900 के दशक की शुरुआत में बने थे, शाही परिवार के लोग और राजनेता, जिन्हें अल मलाकी कहा जाता है, अक्सर अधिक अलंकृत बिष्ट पहनते थे।संस्कृति और शैली का अर्थआज, बिष्ट के कई प्रकार और स्तर हैं, जिनकी कीमत कुछ सौ से लेकर कुछ सौ हज़ार अमेरिकी डॉलर तक है।जबकि सिलाई मशीन के आविष्कार ने इन लबादों के बड़े पैमाने पर उत्पादन की सुविधा प्रदान की, रॉयल्टी, गणमान्य व्यक्ति और शेख केवल हस्तनिर्मित, बुने हुए और चुनींदा बिष्ट पहनते हैं।
जानिए और बातें
दुनिया भर में फैशन और बाहरी कपड़ों की तरह, मध्य पूर्वी कपड़े जैसे बिष्ट या फारस की खाड़ी में कई अरबों द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक सफेद वस्त्र, जिन्हें ‘दिश दाशा’ कहा जाता है, एक स्टेटस सिंबल हैं।कतरियों के लिए, फीफा विश्व कप के स्टार मेसी को उनके सबसे सम्मानित कपड़ों से ढकना, अपनी संस्कृति – और विश्व कप खेलों के भू-राजनीतिक महत्व – को दुनिया के साथ साझा करने का एक अवसर था।
आक्रोश के स्वर : तहसील वापसी की मांग को लेकर जोरदार जुलूस-प्रदर्शन
✒️ शासन-प्रशासन, सरकार पर उदासीनता बरतने का आरोप
✒️ बाजार बंदी रही सफल, फड़-सब्जी की दुकानें भी रही बंद
अल्मोड़ा। तहसील को मल्ला महल वापस लाने की मांग को लेकर शासन-प्रशासन व सरकार के कथित उदासीन रवैये के खिलाफ आज नगर व्यापार मंडल के तत्वाधान में आयोजित बंद सफल रहा। इस मौके पर चौघानपाटा के गांधी पार्क में जनसभा व जबरदस्त जुलूस-प्रदर्शन का आयोजन हुआ।
आंदोलनस्थल पर हुई जन सभा में वक्ताओं ने कहा कि शासन-प्रशासन और सरकार जनहित के मुद्दे पर उदासीनता बरत रही है। जिस कारण आज व्यापार मंडल और समस्त सामाजिक संगठनों के आह्वान पर अल्मोड़ा में बाजारबंदी की गई। इस दौरान समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान, मॉल, फड़ आदि भी बंद रहे।
तहसील को मल्ला महल वापस लाने की मांग
वक्ताओं ने कहा कि व्यापार मंडल एवं स्थानीय जनता लगातार तहसील को पुनः नगर में उसकी पुरानी जगह में वापस लाने की मांग को लेकर आंदोलनरत है, लेकिन प्रदेश सरकार लगातार इस मामले की अनदेखी कर रही है। जो कि प्रदेश सरकार की जनता के प्रति उदासीनता को प्रदर्शित करता है। लगातार मांग उठने के बावजूद प्रशासन झूठे आश्वासन और कोरे वादों के अलावा कुछ नहीं कर रहा है। तमाम प्रकार के हस्ताक्षर अभियान, धरना-प्रदर्शन, मशाल जुलूस, ज्ञापनों, समर्थन पत्रों के माध्यमों से प्रशासन व्यापार मंच प्रकार को लगातार आम जनमानस को तहसील के दूर जाने पर हो रही परेशानियों से अवगत करवाने के बाद भी जनता की मांग की अनदेखी की जा रही है।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार के इस तुगलकी फरमान से जनता परेशान होकर धरना-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर है। आम जनता, पेंशनर्स, वरिष्ठ नागरिकों को नगर से पांच किलोमीटर दूर तहसील, ट्रेजरी और रजिस्ट्रार कार्यालय जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। तहसील को नगर के मध्य में ही होना चाहिए, क्योंकि जनता के अधिकारियों को जनता के बीच मे होना चाहिए।
सरकार ने कलक्ट्रेट सहित तहसील को नगर से पांच किलोमीटर दूर करने से पहले वरिष्ठ नागरिकों, बुजुर्गों तक के बारे में नहीं सोचा। आज आलम यह है कि पेंशनर्स को अपना जीवित प्रमाण पत्र देने के लिए पांडेखोला से भी दूर जाना पड़ रहा है। जहां आने-जाने के लिए सरकार द्वारा इन पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाला गया है। साथ ही सम्मानित वरिष्ठजनों का पूरा दिन खराब होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आम जन को यदि अपना एक शपथ पत्र भी बनवाना है तो उसके लिए भी इतने दूर जाना पड़ रहा है।
जिला प्रशासन ने पांडेखोला कलक्ट्रेट तक मात्र एक मिनी बस लगाकर अपनी जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली, लेकिन इससे जनता की समस्याओं का समाधान होने वाला नहीं है। तहसील के दूर स्थानांतरित होने से जहां आम जनता परेशान है। वहीं इसका नगर के व्यापार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अभी व्यापारी कोरोना काल में हुए बेहद आर्थिक नुकसान से भी नहीं उबर पाये थे और ऐसे में कलेक्ट्रेट/तहसील को नगर से स्थानांतरित कर देना बेहद असंवेदनशीलता का प्रमाण है। राज्य सरकार से कड़े शब्दों में मांग की है कि तहसील को पुनः उसकी पुरानी जगह मल्ला महल में स्थानांतरित किया जाए।
जन सभा में नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, उपपा के प्रदेश अध्यक्ष पीसी तिवारी, पूर्व पालिका अध्यक्ष व्यापार मंच प्रकार व्यापार मंच प्रकार शोभा जोशी, हिंदू सेवा समिति के अध्यक्ष अजीत सिंह कार्की, अधिवक्ता और दर्जा मंत्री केवल सती, रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन मनोज सनवाल, एक्स आर्मी संगठन के अध्यक्ष सूबेदार आनंद सिंह बोरा, छात्र संघ अध्यक्ष पंकज सिंह कार्की, सचिव गौरव भंडारी, वरिष्ठ नेता अहख्तर हुसैन, फड़ एसोसियेशन अध्यक्ष नवीन चंद्र, उतराखंड क्रांति दल से भानु जोशी, देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के राजपाल पवार, पूर्व सभासद किशन लाल, कैमिस्ट एसोसियेशन के अध्यक्ष आशीष वर्मा ने विचार रखे।
इस मौके पर व्यापार मंडल के पूर्व जिलाध्यक्ष नगर अध्यक्ष सूरज साह के निधन पर सभी आंदोलनकारी द्वारा दो मिनट का शोक व्यक्त किया गया। संचालन व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह ने किया। आंदोलन में व्यापार मंडल व्यापार मंच प्रकार के प्रदेश उपाध्यक्ष किशन गुरूरानी, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश गोयल, जन अधिकार मंच के त्रिलोचन जोशी, टैक्सी यूनियन के सचिव नीरज पवार, सभासद सचिन आर्या, सभासद राजेश अलम्या, सभासद जगमोहन बिष्ट, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीताम्बर पांडे, छात्र नेता भूपेंद्र भोज गुड्डू, उत्तराखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष दिनेश जोशी, ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह बिष्ट, सचिव कैमिस्ट एसोसियेशन गिरीश उप्रेती, पूर्व प्रधान हरीश कनवाल, पूर्व सभासद सरिता आर्य, व्यापार मंडल पूर्व अध्यक्ष भैरव गोस्वामी, गिरीश धवन, प्रमोद कुमार भीमा, व्यापार के पूर्व सचिव दीप जोशी, पूर्व उपाध्यक्ष मोहन कनवाल, पूर्व उपसचिव हिमांशु कांडपाल एडवोकेट मोहन देवली, पूर्व व्यापार मंडल उपाध्यक्ष मुमताज कश्मीरी, पूर्व सभासद अशोक पांडे, व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद, प्रत्येश पांडे, सचिव मयंक बिष्ट, महिला उपाध्यक्ष अनीता रावत, कोषाध्यक्ष कार्तिक साह, उपसचिव राहुल बिष्ट, अमन नज्जौन, छात्र संघ उपाध्यक्ष पंकज फर्तियाल, छात्रा उपाध्यक्ष रुचि कुटोला, कोषाध्यक्ष अमित फार्तियाल, उपसचिव करिश्मा तिवारी, सांस्कृतिक संयोजक नितिन रावत, नगर अध्यक्ष पूरन रोतेला, पूर्व सचिव वैभव पांडे, शहजाद कश्मीरी, कुमुद भट्ट, मो. बिलाल, पवन साह, आशु गोस्वामी, बलवंत सिंह राणा, दीपक साह, दीपक नायक, तारु जोशी, परितोष जोशी, मनोज बिष्ट, भुवन पांडे, मनोज वर्मा, संजय पांडे, मनोज जोशी, मनोज वर्मा कांची, प्रकाश रावत, प्रकाश तिवारी, गोपाल चम्याल, नरेंद्र कुमार विक्की, हिंदू जागरण के पूर्व अध्यक्ष अभय साह, सामाजिक कार्यकर्ता अमन अंसारी, विवेक वर्मा, अनिल वर्मा, दीपक वर्मा, भुवन तिवारी, तरुण धवन, मुकेश जोशी, संजय कुमार, व्योम धानिक, दीपू लोहनी, शोबन सिंह, अजीम अंसारी, असलम, दाबिर सिद्दकी, दानिश सिद्दकी, वासिफ सिद्दकी, मंजुल मित्तल, कृष्णा सिंह, करण जोशी, दीवान सिंह, उज्वल सहित व्यापारी जन शामिल रहे।
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