नमस्कार दोस्तो! स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे क्षेत्रों से महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। आज हम बात करेंगें Balance of Payments या भुगतान संतुलन की, समझेंगे इसके विभिन्न घटकों (Components of Balance of Payments) को और जानेंगे किस प्रकार कोई देश अन्य देशों के साथ होने वाले व्यापार का हिसाब रखता है।
बैंक खाते कितने प्रकार के होते है?
इस प्रकार का खाता मुख्य रूप से उद्यमी, फर्म और कंपनियों के लिए होता है। जिसके अकाउंट में पैसे की लेन देन सबसे ज्यादा होती है उनके पास चालू खाता होता है। ऐसे अकाउंट में लाखों रुपए आते हैं और निकालें भी जाते चालू खाते के प्रकार क्या हैं? हैं। यानी कि अकाउंट पैसों के आदान-प्रदान में कार्यरत रहता है। इस प्रकार के खाते की खास बात यह है कि इसमें जमा करने या फिर पैसे निकालने के लिए किसी भी प्रकार की सीमा नहीं होती। चालू खाते के खाताधारक को उसके अकाउंट में पड़ी राशि का इंटरेस्ट नहीं मिलता।
नाम सुनते ही आपको समझ में आ गया होगा कि सेविंग अकाउंट बचत करने के लिए खोला जाता है। यदि आप चाहते हैं कि आपके बचाए हुए पैसे पर इंटरेस्ट मिले तो आपको भी अपना बचत खाता खुलवाना पड़ता है। आप कितने पैसे जमा करवाएंगे उतना ही आपके लिए फायदेमंद रहेगा। कोई भी सामान्य व्यक्ति, कंपनी में काम करने वाला, सरकारी नौकरी करने वाला, पेंशन पर रहने वाला या फिर कोई विद्यार्थी हो जिसे अपने पैसों को बचा कर रखना हो वह सेविंग अकाउंट खोल सकता है। इस खाते में से आप कभी भी अपने पैसे निकाल सकते हो और खाते में पैसे जमा भी करवा चालू खाते के प्रकार क्या हैं? सकते हो।
आवर्ती खाता:
इस प्रकार के खाते में वे लोग खाता खोलते हैं जो एक निश्चित राशि नियमित रूप से जमा करना चाहते हैं और जिसके जरिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा ब्याज मिले। इस प्रकार के अकाउंट में एक खास राशि निर्धारित की गई अवधि मे हर चालू खाते के प्रकार क्या हैं? चालू खाते के प्रकार क्या हैं? महीने अकाउंट में जमा करवानी पडती है। निर्धारित की गई समय अवधि के समाप्त हो जाने पर ब्याज के साथ धनराशि का भुगतान कर दिया जाता है। राशि जमा करने के लिए न्यूनतम अवधि 1 साल की और अधिकतम अवधि 10 साल की होती है। ब्याज का दर जमा किए गए धनराशि और जमा की अवधि के हिसाब से अलग-अलग प्लान मे अलग-अलग होती है। उदाहरण के स्वरूप में यदि आप 10,000 हर महीने जमा करवाते हो तो आपको ज्यादा ब्याज मिलेगा। और यदि आप 4000 जमा करवाते हो तो आपको कम ब्याज मिलेगा। वैसे ही यदि आप ज्यादा समय के लिए पैसे जमा करवाते हो तो आपको ज्यादा ब्याज मिलेगा और यदि आप कम समय के लिए पैसे जमा कराते हो तो आपको कम ब्याज मिलेगा।
सावधी जमा खाता:
इस प्रकार के खाते में एक खास अवधि के लिए एक विशेष धनराशि जमा की जाती है। यहां पर एक बार ही धनराशि जमा करानी होती है और एक बार ही निकाल सकते हो। इसमें भी आप समय से पहले पैसे नहीं निकाल सकते। आपको निर्धारित की गई अवधि के पहले पैसे निकलवाने हो तो आपको बैंक द्वारा निर्धारित की गई पेनल्टी देनी पड़ती है। इसके बाद से आपका अकाउंट हमेशा के लिए बंद कर दिया जाता है। फिक्स डिपॉजिट में खाताधारक को सबसे ज्यादा ब्याज मिलता है। ब्याज का दर जमा की अवधि और पैसे के आधार पर निर्धारित किया जाता है जो अधिकतर 10 सालों तक होती है।
Last Final Word
यह थी बैंक में पाए जाने वाले खाते के बारे में जानकारी। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी जानकारी से आपको फायदा रहा होगा। यदि चालू खाते के प्रकार क्या हैं? आपके मन में अभी भी कोई सवाल हो गया हो तो हमें कमेंट के माध्यम चालू खाते के प्रकार क्या हैं? से बताइएगा। हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए।
क्या है भुगतान संतुलन?
भुगतान संतुलन एक वित्तीय वर्ष के दौरान किसी देश का विश्व के साथ होने वाले व्यापार की जानकारी देता है। इसमें प्रायः किसी देश के निवासियों (Resident) तथा गैर निवासियों (Non-Resident) के मध्य होने वाले मुद्रा के लेन-देन का रिकॉर्ड रखा जाता है। इसकी मदद चालू खाते के प्रकार क्या हैं? से किसी देश के कुल आयात तथा निर्यात की जानकारी मिलती है इसके अतिरिक्त यह अंतर्राष्ट्रीय उधार को भी प्रदर्शित करता है, जिससे किसी देश की अन्य देशों पर आर्थिक निर्भरता चालू खाते के प्रकार क्या हैं? का पता चलता है।
सामान्य शब्दों में कहें तो भुगतान संतुलन (Balance of Payments) एक ऐसा दस्तावेज है, जो एक वित्तीय वर्ष के दौरान किसी देश में आने वाली कुल मुद्रा तथा देश से बाहर जाने वाली कुल मुद्रा की जानकारी देता है। यह दस्तावेज प्रत्येक देश के केन्द्रीय बैंक द्वारा तैयार किया जाता है।
भुगतान संतुलन के प्रत्येक भाग तथा उसके घटकों के लिए मुख्यतः दो कॉलम बनाए जाते हैं, जिनमें एक देश में आने वाले पैसे या क्रेडिट को दर्शाता है, जबकि दूसरा डेबिट या देश से बाहर जानें वाले पैसे को। जैसा की नाम से स्पष्ट है इस दस्तावेज में संतुलन की बात कही गयी है अतः इस दस्तावेज में, आने वाले पैसे तथा बाहर जाने वाले पैसे को केन्द्रीय बैंक द्वारा विदेशी मुद्रा भंडार के प्रयोग से संतुलित किया जाता है।
वर्गीकरण (Components of Balance of Payments)
भुगतान संतुलन (Balance of Payments in Hindi) के मुख्यतः दो भाग होते हैं।
- चालू खाता
- पूँजी खाता
चालू खाता
चालू खाता पुनः दो घटकों दृश्य एवं अदृश्य उत्पादों में विभाजित किया जाता है, जैसा कि नीचे चित्र में दर्शाया गया है। दृश्य उत्पाद अर्थात ऐसे उत्पाद, जिन्हें देखा या महसूस किया जा सकता है, इसमें किन्हीं वस्तुओं के आयात या निर्यात का रिकॉर्ड रखा जाता है। उदाहरण चालू खाते के प्रकार क्या हैं? की बात करें तो किसी देश से आयात की गई गाड़ी, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद,कपड़े इत्यादि इस श्रेणी में आते हैं। वहीं अदृश्य उत्पादों से आशय ऐसे उत्पादों से है, जिन्हें देखा नहीं जा सकता सेवाओं का आयात – निर्यात इस श्रेणी में शामिल होता है।
भुगतान संतुलन से निष्कर्ष
भुगतान संतुलन द्वारा किसी देश की अर्थव्यवस्था का आंकलन किया जा सकता है। आइये जानते हैं कैसे किसी देश का भुगतान संतुलन उस देश की अर्थव्यवस्था की जानकारी देता है।
चालू खाते से निष्कर्ष
भुगतान संतुलन में चालू खाते के संबंध में निम्न तीन स्थितियां हो सकती हैं।
- धनात्मक व्यापार शेष (जब देश का निर्यात आयात की तुलना में अधिक हो यह स्थिति देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी होती है)
- ऋणात्मक व्यापार शेष (ऐसी स्थिति जब देश का आयात निर्यात की तुलना में अधिक हो यह स्थिति अर्थव्यवस्था की कमजोर स्थिति को दर्शाता है इसे व्यापार घाटा (Trade Deficit) भी कहा जाता है)
- व्यापार संतुलन (जब कुल आयात तथा निर्यात समान हो)
पूँजी खाते से निष्कर्ष
किसी देश के भुगतान संतुलन में प्रदर्शित पूँजी खाते द्वारा निम्नलिखित निष्कर्ष निकाले जा सकता है।
बैंक खाता संख्या
एबैंक खाता संख्या एक वित्तीय खाता है जिसे वित्तीय संस्थान द्वारा ग्राहकों के लिए बनाए रखा जाता है। यह आसानी से किसी व्यक्ति के बैंक खाते की पहचान करता है। खास बात यह है कि किसी भी बैंक या खाताधारक का खाता नंबर एक जैसा नहीं है। बैंक अपनी शाखाओं के खाता संख्या को आसानी से अलग करने के लिए अपनी शाखाओं के लिए अलग-अलग कोड का उपयोग करते हैं।
भारत में, बैंक खाता संख्या में आमतौर पर 11 से 16 अंक होते हैं। एसबीआई ऑनलाइन पोर्टल खाता संख्या छह शून्य से शुरू होती है जो खाता संख्या को 17 अंकों की लंबी और उच्चतम मौजूदा बैंकिंग प्रणाली बनाती है। आईसीआईसीआई और एचडीएफसी जैसे निजी बैंक एक अलग पैटर्न का पालन करते हैं।आईसीआईसीआई बैंक 12 अंकों का खाता संख्या पैटर्न है और एचडीएफसी के पास 14 अंकों का खाता संख्या है।
कस्टम बैंक खाता संख्या
ग्राहक खाता संख्या भारतीय बैंकिंग उद्योग में एक नई प्रगति है जहां आप अपनी वांछित संख्या के अनुसार अपना खाता संख्या चुन सकते हैं। कई निजी क्षेत्र के बैंक यह प्रदान करते हैंसुविधा जिसमें आप अपने जीवन की महत्वपूर्ण तारीख या पसंदीदा नंबर को सेविंग अकाउंट नंबर के रूप में सेट कर सकते हैं।
वर्तमान में, यह सुविधा आईसीआईसीआई बैंक द्वारा प्रदान की जाती है,डीसीबी बैंक, इंडसइंड बैंक चालू खाते के प्रकार क्या हैं? और कोटक महिंद्रा बैंक। आप अपना जन्मदिन या कोई पसंदीदा नंबर अपने बैंक अकाउंट नंबर के रूप में सेट कर सकते हैं। इस कस्टम बैंक खाता संख्या के लिए बैंक कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेते हैं। सभी विनियमन और पात्रता मानदंड नियमित बचत खाते के समान हैं।
भुगतान संतुलन से निष्कर्ष
भुगतान संतुलन द्वारा किसी देश की अर्थव्यवस्था का आंकलन किया जा सकता है। आइये जानते हैं कैसे किसी देश का भुगतान संतुलन उस देश की अर्थव्यवस्था की जानकारी देता है।
चालू खाते से निष्कर्ष
भुगतान संतुलन में चालू खाते के संबंध में निम्न तीन स्थितियां हो सकती हैं।
- धनात्मक व्यापार शेष (जब देश का निर्यात आयात की तुलना में अधिक हो यह चालू खाते के प्रकार क्या हैं? स्थिति देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी होती है)
- ऋणात्मक व्यापार शेष (ऐसी स्थिति जब देश का आयात निर्यात की तुलना में अधिक हो यह स्थिति अर्थव्यवस्था की कमजोर स्थिति को दर्शाता है इसे व्यापार घाटा (Trade Deficit) भी कहा जाता है)
- व्यापार संतुलन (जब कुल आयात तथा निर्यात समान हो)
पूँजी खाते से निष्कर्ष
किसी देश के भुगतान संतुलन में प्रदर्शित पूँजी खाते द्वारा निम्नलिखित निष्कर्ष निकाले जा सकता है।
एक नाबालिक लड़की का बचत बैंक खाता खोलना बैंकिंग शब्दावली में निम्नलिखित में से किसे कहा जाएगा?
Key Points
Additional Information
- बचत बैंक खाता
- यह ज्यादातर पेंशनभोगी, छात्रों और काम करने वाले पेशेवरों के लिए योग्य है।
- बैंक जमा पर ब्याज देता है।
- इस प्रकार के बैंक खाते अधिकतर व्यवसायियों द्वारा खोले जाते हैं और उपयोगी होते हैं जब दैनिक आधार पर अक्सर लेनदेन की आवश्यकता होती है।
- एक अधिविकर्ष सुविधा उपलब्ध है।
- जमा पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता है।
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