Forbes real time data: जेफ बेजोस को पछाड़ दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बने अडानी

अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन और भारतीय अरबपति गौतम अडानी अमेजन के जेफ बेजोस को पछाड़कर दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं।

अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन और भारतीय अरबपति गौतम अडानी अमेजन के जेफ बेजोस को पछाड़कर दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। फोर्ब्स के रीयल टाइम डेटा के अनुसार, वह अब केवल टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क से पीछे हैं, जो 273.5 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं।

अडानी समूह के शेयरों में तेजी के कारण अडानी की संपत्ति में वृद्धि हुई और वह दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। फोर्ब्स की रीयल-टाइम अरबपतियों की सूची के अनुसार, 16 सितंबर, 2022 तक अडानी की कुल संपत्ति $155.7 बिलियन थी, जो 5.5 बिलियन डॉलर या लगभग 4% थी।

अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट और अडानी ट्रांसमिशन के अडानी समूह के शेयरों ने शुक्रवार के शुरुआती सौदों में बीएसई पर अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए, गौतम अडानी की वास्तविक समय निवल संपत्ति शेयर बाजार में उछाल को दर्शाती है।

अडानी समूह के अध्यक्ष दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज ने 2022 (YTD) में अपने भाग्य में $70 बिलियन से अधिक की वृद्धि की है। फरवरी में, उन्होंने मुकेश अंबानी को दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज सबसे अमीर एशियाई के रूप में पछाड़ दिया, अप्रैल में एक सेंटीबिलियनेयर बन गए और पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स को दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में पीछे छोड़ दिया।

अहमदाबाद स्थित बुनियादी ढांचा समूह भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज परिचालक है। यह समूह भारत के सबसे बड़े थर्मल कोयला उत्पादक और सबसे बड़े कोयला व्यापारी का भी मालिक है। अडानी एंटरप्राइजेज ने 31 मार्च, 2021 तक वर्ष में 5.3 बिलियन डॉलर का राजस्व दर्ज किया। गौतम अडानी हरित ऊर्जा का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक बनना चाहते हैं और उन्होंने पहले कहा था कि वह अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं पर $ 70 बिलियन तक का निवेश करेंगे।

मार्च 2022 स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, वर्तमान में, वह अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी पावर और अदानी ट्रांसमिशन में 75% हिस्सेदारी के मालिक हैं। वह अदानी टोटल गैस का 37%, अदानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन का 65% और अदानी ग्रीन एनर्जी का 61% मालिक है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी 92.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ आठवें स्थान पर हैं।

इतिहास रचने से बस एक कदम दूर हैं अरबपति गौतम अडानी

Gautam Adani

दुनिया के टॉप-5 सबसे अमीर शख्स में एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी ने अब अपना दबदबा बना लिया है। गौतम अडानी अब केवल भारत और एशिया महाद्वीप के ही दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज सबसे अमीर व्यक्ति नहीं है बल्कि अब वे विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में चौथे स्थान पर आ गए हैं। फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स (Forbes Real Time Billionaires) के आंकड़ों के अनुसार अब गौतम अडानी 127 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ बिल गेट्स को पीछे छोड़ते हुए विश्व के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं।

अडानी की यह सफलता केवल उनके लिए ही नहीं बल्कि भारत के लिए भी बहुत मायने रखती है। जैसे-जैसे वे भारत में अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं वैसे-वैसे वे भारत के युवाओं के लिए न केवल रोजगार के अवसर दे रहे हैं बल्कि उनके लिए एक मिसाल भी पेश कर रहे हैं। प्रसिद्ध भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी के विपरीत गौतम अडानी पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं। उन्हें उनकी संपत्ति विरासत में नहीं मिली बल्कि व्यापार की सूझ-बूझ और अपनी कुशल बुद्धि का उपयोग करते हुए अडानी ने अपनी फर्श से अर्श की कहानी लिखी है। कैसे मेहनत, जोखिम लेने की हिम्मत, सूझ-बूझ और दूरदर्शिता के बल पर अपने हर सपने को पूरा किया जा सकता है गौतम अडानी इसका एक जीवंत उदहारण हैं।

अडानी का फर्श से अर्श तक सफर

जैन बनिया परिवार में जन्मे गौतम अडानी 1978 में अपनी किशोरावस्था में मुंबई पहुंचे जहाँ उन्होंने दो साल महेंद्र ब्रदर्स के लिए डायमंड सॉर्टर के रूप में काम किया। जिसके बाद उन्होंने मुंबई के जावेरी बाजार में अपनी खुद की डायमंड ब्रोकरेज फर्म स्थापित की। इस संपत्ति को हासिल करने के बाद, उन्होंने अडानी एंटरप्राइजेज की स्थापना की, जो जल्द ही एक बहुत बड़े समूह में बदल गया। आज अडानी इंटरप्राइजेज ऊर्जा, परिवहन, खनन, बुनियादी ढांचे, रसद, सीमेंट जैसे क्षेत्रों में कई व्यवसायों की देखरेख करता है। इतना ही नहीं, भारत के प्रमुख बंदरगाहों के मालिक अडानी को “पोर्ट किंग” के नाम से भी जाना जाता है।

अडानी समूह के ये 13 रणनीतिक रूप से स्थित बंदरगाह और टर्मिनल देश की बंदरगाह क्षमता का 24% प्रतिनिधित्व करते हैं। 2008 में पहली बार फोर्ब्स की ‘सबसे अमीर व्यक्ति’ की सूची में शामिल होने वाले यह भारतीय उद्योगपति बीते समय में एक के बाद एक कई अधिग्रहणों में लग गए जिसके चलते पिछले एक साल में उनकी कुल संपत्ति में $40 बिलियन से अधिक की वृद्धि हुई है। जिससे वह भारत में अमीरों की सूची में मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष पर पहुंच गए।

आज तक भारत में एक सोच जो व्यापक थी वह थी कि “जब अमीर व्यक्ति और अमीर होता है तो गरीब और गरीबी में धंसता चला जाता है।” हममें से अधिकांश लोगों की आदत है कि वे हर अच्छा प्रदर्शन करने वाले उद्यमी को भ्रष्ट और जोड़-तोड़ करने वाले के रूप में दोष देते हैं। उस उद्यमी ने कितने रोजगार सृजन और धन सृजन के अवसर पैदा किये हैं, इसे भी नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है।

हालाँकि गौतम अडानी इस बात को पूर्ण रूप से गलत ठहराने में सफल रहे हैं। अप्रैल माह में मुंबई में हुए एक समारोह के दौरान भारत के अरबपति गौतम अडानी ने कहा कि “वर्ष 2050 तक देश अपनी अर्थव्यवस्था में करीब 25 ट्रिलियन डॉलर और शेयर बाजार पूंजीकरण में करीब 2 करोड़ डॉलर का इजाफा करेगा। उस सीमाकाल में देश से हर तरह की गरीबी का अंत हो जायेगा और हममें इस सपने को सच करने की ताकत है।”

अडानी की इस घोषणा से साफ़ है कि जब अडानी जैसा एक उद्योगपति सपना देखता है तो उस सपने को दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज साकार करने में उसका अकेले का ही स्वार्थ सिद्ध नहीं होता बल्कि यह समाज के लिए भी कल्याणकारी होता है। देश को ऊंचाइयों पर पहुंचाने की ताकत वही रखता है जिसकी स्वयं की पहुँच हो और अडानी जैसे उद्योगपति भारत की अर्थव्यवस्था की गाडी का वह पहिया है जो इस देश को अर्थव्यवस्था और विकास की इस दौड़ में जिताने की ताकत रखता है। हमें अडानी जैसे ही और दूरदर्शी व्यापारिक व्यक्ति की आवश्यकता है।

गौतम अडानी की व्यापारिक सूझ-बूझ और उनके व्यवसाय कौशल का अंदाज़ा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष जहाँ एलन मस्क और जेफ बेजोस समेत विश्वभर के कई अमीर व्यक्तियों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। वही भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी अकेले ऐसे व्यापारी हैं, जिन्होंने उस स्थिति में भी अपनी कंपनियों से ढेर सारा मुनाफा कमाया है। अडानी की इस व्यवसाय की कौशलता और उनकी संपत्ति में बढ़ोतरी को देखते हुए इस बात दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज से कोई इंकार नहीं कर सकता कि वे जल्द ही विश्व के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति अमेज़न कंपनी के मालिक जेफ बेजोस को पीछे कर उनका स्थान हासिल करते हुए तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन जायेंगे।

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जैक मा से भी ज्‍यादा दौलतमंद हैं चीन के उद्योगपति जॉन्‍ग शानशैन! बनाते हैं बोतलबंद पानी, दवाई और कोविड-19 टेस्टिंग किट

चीन के अरबपति उद्यमी जॉन्‍ग शानशैन दौलत के मामले में जैक मा को 2020 में ही पीछे छोड़ चुके हैं.

चीन के अरबपति उद्यमी जॉन्‍ग शानशैन दौलत के मामले में जैक मा को 2020 में ही पीछे छोड़ चुके हैं.

दुनिया के अमीर लोगों की दिसंबर 2020 में जारी ब्‍लूमबर्ग बिलेनियर लिस्‍ट में 182 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ जेफ बेजोस (J . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 21, 2021, 06:44 IST

नई दिल्‍ली. चीन (China) के अरबपति उद्यमी और अलीबाबा के संस्‍थापक जैक मा (Jack Ma) पहले दो महीने से ज्‍यादा समय तक लापता रहने और अब नाटकीय अंदाज में दुनिया के सामने आने के कारण सुर्खियों में हैं. उन्‍हें चीन का सबसे दौलतमंद उद्यमी (Richest Chinese Industrialist) माना जाता है. हालांकि, इस समय चीन में उनसे ज्‍यादा अमीर उद्योगपति जॉन्‍ग शानशैन (Zhong Shanshan) हैं. दरअसल, ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की ओर से सिंतबर 2020 में जारी की गई दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की सूची में जॉन्‍ग ने जैक मा को पीछे छोड़ दिया था. यही नहीं, वह दुनिया के 17वें और एशिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बन गए थे.

ब्‍लूमबर्ग की सितंबर 2020 में जारी सूची के मुताबिक, तब जॉन्‍ग की कुल संपत्ति 58.7 अरब डॉलर (करीब 4.34 लाख करोड़ रुपये) थी. वहीं, उस समय जैक मा की नेटवर्थ 56.7 अरब डॉलर (करीब 4.19 लाख करोड़ रुपये) थी. अक्‍टूबर 2020 में चीन की कम्‍युनिस्‍ट सरकारी की नीतियों और सरकारी बैंकिंग सिस्‍टम के खिलाफ बोलने के बाद जैक मा अचानक लापता हो गए थे. इसके बाद उनकी नेटवर्थ घटती चली गई. दुनिया के अमीर लोगों की दिसंबर 2020 में जारी सूची में 182 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ पहले नंबर पर जेफ बेजोस थे. फोर्ब्‍स के मुताबिक, शानशैन की इस समय कुल संपत्ति 91.8 अरब डॉलर है. वहीं, जैक मा की नेटवर्थ इस समय 52.9 अरब डॉलर है.

लोन वुल्‍फ के नाम से मशहूर जॉन्‍ग ने कई कामों में आजमाया हाथ
चीन में 'लोन वुल्‍फ' के दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज नाम से मशहूर जॉन्‍ग ने कंस्ट्रक्शन, पत्रकारिता, दवाई उत्पादन और बोतलबंद पानी के क्षेत्र में काम किया है. इनमें बोतलबंद पानी और दवाई उत्‍पादन की बदौलत वह चीन के सबसे अमीर उद्यमी बन गए हैं. बोतलबंद पानी की 1996 में शुरू की गई कंपनी नंगफू स्प्रिंग (Nongfu Spring) में उनकी हिस्‍सेदारी 84 फीसदी है. कंपनी का मुख्‍यालय क्विंडनाओ (Qiandao) झील के प्रांत झेजियांग (Zhejiang) में है. चीन के इस इलाके में सबसे साफ पानी मिलता है. कंपनी पैकेजिंग के लिए इसी झील का पानी इस्तेमाल करती है. उन्‍होंने कंपनी की टैग लाइन 'टेस्ट अ बिट स्वीट' रखी है. कंपनी बोतलबंद पानी के साथ फ्लेवर्ड वॉटर, चाय, कॉफी और जूस भी बनाती है.

शेयर मार्केट में एंट्री के बाद बहुत तेजी से बढ़ी शानशैन की नेटवर्थ
नंगफू स्प्रिंग चीन के चाय और जूस बाजार में शीर्ष तीन कंपनियों में से एक है. शानशैन की कोविड-19 टेस्‍ट किट बनाने वाली कंपनी 'बीजिंग वंटाई बायोलॉजिकल फार्मेसी इंटरप्राइजेज' में 75 फीसदी हिस्‍सेदारी है. वंटाई ने अप्रैल 2020 में स्टॉक मार्केट में अपने शेयर्स लिस्ट किए. इस दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज लिस्टिंग की वजह से जॉन्‍ग की नेटवर्थ अगस्त 2020 में ही 20 अरब डॉलर तक पहुंच गई थी. वहीं, नंगफू स्प्रिंग सितंबर 2020 में हॉन्ग-कॉन्ग स्टॉक मार्केट में लिस्‍ट हुई. पहले ही दिन शेयर्स ने 85 फीसदी की लंबी छलांग लगाई. जॉन्‍ग की नेटवर्थ साल 2020 में ही 51.9 अरब डॉलर बढ़ गई.

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मुकेश अंबानी फिर बने भारत के शीर्ष धनकुबेर

देश के सबसे अमीर उद्योगपति हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, फोर्ब्स की लिस्ट में 21 अरब डॉलर की मिल्कियत के साथ भारत में नंबर वन पर हैं मुकेश।

देश के सबसे अमीर उद्योगपति हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, फोर्ब्स की लिस्ट में 21 अरब डॉलर की मिल्कियत . अधिक पढ़ें

  • आईएएनएस
  • Last Updated : March 03, 2015, 04:57 IST

नई दिल्ली। देश के सबसे अमीर उद्योगपति हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, फोर्ब्स की लिस्ट में 21 अरब डॉलर की मिल्कियत के साथ भारत में नंबर वन पर हैं मुकेश। वहीं दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी पद पर कायम हैं बिल गेट्स। फोर्ब्स की 2015 के भारत में इस वर्ष अरबपतियों की संख्या 90 पहुंच गई, जिसमें मुंकेश अंबानी एक बार फिर शीर्ष पर पहुंच गए। फोर्ब्स द्वारा जारी वार्षिक सूची में भारतीय अरबपतियों में इस बार 28 नए अरबपति शामिल हुए हैं।

फोर्ब्स द्वारा सोमवार को जारी अरबपतियों की सूची के अनुसार, पिछले 21 वर्षों में अमेरिकी अरबपति बिल गेट्स 16वीं बार दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनकर उभरे। बिल गेट्स की पिछले वर्ष की 76 अरब डॉलर की संपत्ति इस वर्ष बढ़कर 79.2 अरब डॉलर हो गई और वह लगातार दूसरे वर्ष दूरसंचार दिग्गज कार्लोस स्लिम हेलू को पछाड़ने में सफल रहे।

हेलू की संपत्ति पिछले वर्ष 72 अरब डॉलर से बढ़कर इस वर्ष 77.1 अरब डॉलर हो गई। दुनिया के सबसे अमीर आदमी रह चुके वारेन बफेट इस वर्ष एक स्थान ऊपर उठकर तीसरे पायदान पर पहुंच गए हैं। बफेट की मौजूदा संपत्ति 72.7 अरब डॉलर की है। स्पेन के कपड़ा व्यवसायी एमानसियो ओरटेगा 64.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति रहे।

इस सूची में पांचवें स्थान पर ओरेकल के मालिक लैरी एलिसन हैं। एलिसन की संपत्ति 54.3 अरब डॉलर की है। दुनिया के सर्वाधिक रईसों की इस सूची में अमेरिका 536 अरबपतियों के साथ शीर्ष पर है, दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज जबकि 213 अरबपतियों के साथ चीन दूसरे जबकि 103 अरबपतियों के साथ जर्मनी और 90 अरबपतियों के साथ भारत चौथे स्थान पर है।

अमेरिका के कैलिफोर्निया में अकेले 131 अरबपति हैं जो अमेरिका और चीन के बाद दुनिया के किसी भी देश से अधिक दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज है। पूरी दुनिया में इस वर्ष रईसों की सूची में 290 अरबपतियों का इजाफा हुआ, जो अब तक का सर्वाधिक है।

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