क्रिप्टोकरेंसी क्या होती है? Cryptocurrency की विशेषताएँ, फायदे और नुकसान |
इन दिनों Cryptocurrency की चर्चाएँ इंडिया में भी जोरों शोरों से चल रही हैं इस विषय को चर्चाओं में प्रमुखता मिलने का कारण शायद इसमें निहित विशेषताएं हैं | आपने विभिन्न देशों की मुद्रा जैसे भारत, पाकिस्तान का रुपया, बांग्लादेश का टका, चीन का युआन, जापान का येन, अमेरिका का डॉलर, ब्रिटेन का पोंड एवं यूरोप का यूरो, कुबैत का दीनार इत्यादि के बारे में सुना होगा क्योंकि ये ऐसी करेंसिज हैं जो विभिन्न देशों की हैं |
लेकिन जब बात वर्तमान में प्रचलित शब्द Cryptocurrency की आती है तो मनुष्य शंशय में पड़ जाता है की आखिर क्रिप्टो करेंसी है क्या? अगर यह कोई मुद्रा है तो यह किस देश की मुद्रा है और अगर यह किसी एक देश की मुद्रा है तो इसकी चर्चाएँ लगभग सभी देशों में क्यों हैं ?
तो क्या यह कोई ऐसी मुद्रा है जिसे फिजिकली महसूस किया जा सकता है अर्थात क्या हम इसे छू सकते हैं? इत्यादि इत्यादि प्रश्न मनुष्य को संशय में डाल ही देते हैं | आज हम अपने इस लेख के माध्यम से CryptoCurrency से सम्बंधित उपर्युक्त सभी प्रश्नों के जवाब देने की कोशिश करेंगे |
क्रिप्टो करेंसी क्या है :
Kya hoti hai Cryptocurrency : इसे डिजिटल करेंसी भी कह सकते हैं अर्थात यह एक ऐसी करेंसी या सम्पति है जिसे व्यक्ति छू नहीं सकता इसकी उत्पति के लिए Cryptography जो की कंप्यूटर एवं इन्टनेट की दुनिया से जुड़ी हुई एक तकनीक है का उपयोग हुआ होता है | इस करेंसी का उपयोग भी अन्य मुद्राओं की तरह विभिन्न तरह का सामान एवं सेवाएँ खरीदने के लिए किया जा सकता है लेकिन अभी इस तरह की यह करेंसी सभी देशों में वैध नहीं है इसलिए जिन देशों में यह वैध नहीं है वहां इनका उपयोग वर्जित है |
लेकिन फिर भी वर्तमान में बहुत सारे देशों में यह वैध मुद्रा की तरह क्रियाशील है इसलिए लोग इस डिजिटल मुद्रा का प्रयोग विदेशी यात्राओं के दौरान भी करते हैं | Cryptocurrency Decentralized अर्थात विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा होती है क्योंकि इसके उपयोग में लाये जाने की कोई क्षेत्रीय सीमा तय नहीं होती कहने का आशय यह है जैसे विभिन्न देशों की मुद्राएँ सिर्फ उसी देश तक सीमित रहती हैं, और उसको वह देश विशेष विनियमित करते रहता है |
जबकि Cryptocurrency digital Currency होने के कारण इस बाध्यता से मुक्त है | कहने का आशय यह है की Cryptography के आधार पर जारी की जाने वाली करेंसी को Cryptocurrency कहा जाता है |
क्रिप्टो करेंसी की विशेषताएं (Characteristics of Cryptocurrency ):
क्रिप्टो करेंसी की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं |
- यह कोई प्रिंट की गई करेंसी नहीं होती है |
- इसे cryptography नामक तकनीक से जारी किया जाता है इसलिए इसका नाम भी इसी पर आधारित है |
- ये बेहद जटिल अल्गोरिथम के माध्यम से माइन किये जाते हैं और जब इन्हें हल कर लिया जाता है तो एक CryptoCurrency बन जाती है |
- इस प्रणाली में प्रत्येक क्रिप्टो करेंसी के लिए अलग अलग एक निश्चित परिणाम निर्धारित किये जाते हैं इसलिए इन्हें डुप्लीकेट या जाली तैयार नहीं किया जा सकता है |
- इस प्रणाली में क्रिप्टो करेंसी कंप्यूटर पर संग्रहित अर्थात भंडारित किये जाते हैं इसलिए इन्हें दुबारा न तो भेजा जा सकता है और न ही लेन देन को बदला या रद्द किया जा सकता है |
- इस प्रकार की करेंसी को माइनिंग एवं ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है |
- इस प्रणाली के अंतर्गत प्रत्येक लेन देन को गोपनीय रखा जाता है किसी तीसरे पक्ष को इसकी कोई जानकारी नहीं होती है |
- यदि किसी के द्वारा कोई परिवर्तन किये जाते हैं तो उन्हें पहचानने के लिए क्रिप्टोग्राफी की अखंडता, क्षमता की सुरक्षा विद्यमान है |
- चूँकि यह दो लोगों के बीच जो एक दुसरे को जानते तक नहीं है के बीच लेन दें से जुड़ा हुआ है इसलिए इस लेन देन को प्रमाणिक बनाने के लिए सिस्टम द्वारा दोनों को सन्देश भेजा जाता है |
क्रिप्टो करेंसी के फायदे(Advantage of CryptoCurrency in Hindi):
Cryptocurrency ke fayde : चूँकि क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल मुद्रा होती है जिसे माइनिंग करके कंप्यूटर पर संग्रहित किया जाता है इसलिए इसके कुछ फायदे भी हैं जिनका वर्णन हम निम्नवत करेंगे |
- जैसा की अब तक हम सबको विदित हो चूका है की CryptoCurrency Digital होती है इसलिए भेजने वाले व्यक्ति के द्वारा जालसाजी या उलट नहीं किये जा सकते हैं |
- यदि व्यक्ति कुछ वास्तविक सम्पति खरीद रहा होता है तो उसमे तीसरे पक्ष इत्यादि या फीस का भुगतान न कर पाने के कारण देरी होती है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी में तत्काल Settlement होता है |
- CryptoCurrency Exchanges द्वारा साधारणतया इनका लेन देन करने पर कोई लेन देन शुल्क नहीं लिया जाता है, क्योंकि माइन करने वालों को नेटवर्क द्वारा मुआवजा दिया जाता है |
- इस प्रणाली को इस आधार पर संरचित किया गया है की किसी तीसरे पक्ष को इसकी कोई भनक नहीं होती है की वह व्यक्ति कौन है अर्थात पहचान की चोरी का खतरा इस प्रणाली में बिलकुल नहीं है | क्रिप्टो करेंसी प्रणाली में ऐसे तंत्र का उपयोग हो रहा होता है जो क्रिप्टो धारक को इस बात की आज़ादी देता है की वह उतनी ही इनफार्मेशन व्यापारी को भेजे जितनी वह चाहता है |
- क्रिप्टो करेंसी की यह विकेंद्रीकृत प्रणाली होती है जिसमे कंप्यूटरों का एक वैश्विक नेटवर्क ब्लाक चेन तकनिकी का उपयोग करके संयुक्त रूप से डेटाबेस को प्रबंधित करता है | इसमें विकेंद्रीकरण से अभिप्राय है कि नेटवर्क उपयोगकर्ता से उपयोगकर्ता (या सहकर्मी से सहकर्मी) आधार पर चल रहा होता है ।
- सार्वभौमिक स्तर पर मान्यता प्राप्त |
क्रिप्टो करेंसी की त्रुटियाँ (Disadvantage of Cryptocurrency):
Cryptocurrency ke nuksan : हालांकि जिस प्रकार से क्रिप्टो करेंसी के लाभ होते हैं उसी प्रकार इसके कुछ नुकसान भी हैं जिनका विवरण कुछ इस प्रकार से है |
- सबसे पहली त्रुटी इसकी यह है की इसे हर जगह स्वीकार नहीं किया जाता अर्थात यदि आप कहीं पर एक कप क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे चाय या कॉफ़ी पीना चाहते हैं तो इस करेंसी को वहां पर स्वीकार नहीं किया जायेगा |
- दूसरी त्रुटी क्रिप्टो करेंसी की यही है की लोगों को इसे समझने में काफी मश्क्क्कत करनी पड़ती है अर्थात इस तरह की करेंसी को समझने में लोगों को दिक्कत होती है | क्योंकि उन्हें Key Management की मशीनीकरण की पद्यति भ्रमित करती है जिसके कारण वे क्रिप्टो करेंसी खरीदकर दुसरे लोगों की हिरासत में छोड़ देते हैं जिसे अंदरूनी चोरी और हेकर्स का खतरा होता है |
- चूँकि अभी तक इनका विनियमतीकरण नहीं हुआ है इसलिए लोग इनके भ्रम में विभिन्न पोंजी योजनाओं के शिकार हो जाते हैं |
- Crypto Currency की सप्लाई मांग के मुताबिक नहीं बल्कि एक निर्धारित अर्थात सीमित मात्रा में होती है इसलिए इसकी अनुकूलन क्षमता की रफ़्तार बेहद धीमी है |
- इस करेंसी की उच्च अस्थिरता निवेशको को डराती है |
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इनका नाम महेंद्र रावत है। इनकी रूचि बिजनेस, फाइनेंस, करियर जैसे विषयों पर लेख लिखना रही है। इन विषयों पर अब तक ये विभिन्न वेबसाइटो एवं पत्रिकाओं के लिए, पिछले 7 वर्षों में 1000 से ज्यादा लेख लिख चुके हैं। इनके द्वारा लिखे हुए कंटेंट को सपोर्ट करने के लिए इनके सोशल मीडिया हैंडल से अवश्य जुड़ें।
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
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gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 14 नवंबर 2021,
- (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.
RBI ने लॉन्च किया ‘डिजिटल रुपया’ (e₹), समझिए क्या होंगे इसके फायदे
RBI Digital Rupee: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज 1 नवंबर को अपनी डिजिटल करेंसी ‘डिजिटल रुपया’ को लॉन्च कर दिया है। केंद्रीय बैंक (RBI) ने अभी होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल रुपया (E-Rupee) जारी किया है। यह फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। शुरुआती दौर में डिजिटल रुपया सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेन-देन निपटाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
Key Points
– भारत सरकार ने 01 फरवरी, 2022 को वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में डिजिटल रुपया लाने की घोषणा की
– 30 मार्च, 2022 को सीबीडीसी जारी करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 में संशोधनों को सरकार ने राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से अधिसूचित की
– 01 नवंबर, 2022 को होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल रुपया (e₹) लांच
पायलट प्रोजेक्ट
इस टेस्टिंग के तहत सरकारी सिक्योरिटीज में सेकेंडरी मार्केट लेनदेन का निपटान किया जाएगा। आरबीआई ने ‘केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा’ लाने की अपनी योजना की दिशा में कदम बढ़ाते हुए डिजिटल रुपये का पायलट टेस्टिंग शुरू करने का फैसला किया है।
आरबीआई ने केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा के बारे में पेश अपनी संकल्पना रिपोर्ट में कहा था कि यह डिजिटल मुद्रा लाने का मकसद मुद्रा के मौजूदा स्वरूपों का पूरक तैयार करना है। इससे यूजर्स को मौजूदा भुगतान प्रणालियों के साथ अतिरिक्त भुगतान विकल्प मिल पाएंगे।
डिजिटल करेंसी में 9 बैंक शामिल
थोक खंड (Wholesale Transactions) के लिए होने वाले डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट में नौ बैंक होंगे। इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी बैंक शामिल हैं। ये बैंक गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में लेनदेन के लिए इस डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करेंगे. इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC का नाम दिया गया है और भारत की ये पहली डिजिटल करेंसी आपके लिए बहुत कुछ बदलने वाली है।
क्या है CBDC
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) किसी केंद्रीय बैंक की तरफ से उनकी मौद्रिक नीति के अनुरूप नोटों का डिजिटल स्वरूप है। इसमें केंद्रीय बैंक पैसे छापने के बजाय सरकार के पूर्ण विश्वास और क्रेडिट द्वारा समर्थित इलेक्ट्रॉनिक टोकन या खाते जारी करता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी डिजिटल एक करेंसी कानूनी टेंडर है। यह फिएट मुद्रा के समान है और फिएट करेंसी के साथ इसे वन-ऑन-वन एक्सचेंज किया जा सकता है। सीबीडीसी, दुनिया भर में, वैचारिक, विकास या प्रायोगिक चरणों में है।
दो तरह की होगी CBDC
– Retail (CBDC-R): Retail CBDC संभवतः सभी को इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी
– Wholesale (CBDC-W) : इसे सिर्फ चुनिंदा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए डिजाइन किया गया है
पिछले दिनों RBI ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) का उद्देश्य मुद्रा के मौजूदा रूपों को बदलने के बजाय डिजिटल मुद्रा को उनका पूरक बनाना और उपयोगकर्ताओं को भुगतान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है। इसका मकसद किसी भी तरह से मौजूदा भुगतान प्रणालियों को बदलना नहीं है.। यानी आपके लेन-देन पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है।
RBI को सीबीडीसी की शुरूआत से कई तरह के लाभ मिलने की उम्मीद है, जैसे कि नकदी पर निर्भरता कम होना, मुद्रा प्रबंधन की कम लागत और निपटान जोखिम में कमी। यह आम जनता और व्यवसायों को सुरक्षा और तरलता के साथ केंद्रीय बैंक के पैसे का एक सुविधाजनक, इलेक्ट्रॉनिक रूप प्रदान कर सकता है और उद्यमियों को नए उत्पाद और सेवाएं बनाने के लिए एक मंच प्रदान कर सकता है।
डिजिटल करेंसी के फायदे
देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (E-Rupee) आने के बाद आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत नहीं होगी। डिजिटल करेंसी आने से सरकार के साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। ये फायदे भी होंगे
बिजनेस में पैसों के लेनदेन का काम हो जाएगा आसान।
CBDC द्वारा मोबाइल वॉलेट की तरह सेकंडों में बिना इंटरनेट के ट्रांजैक्शन होगा
चेक, बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का झंझट नहीं रहेगा।
नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
पेपर नोट की प्रिंटिंग का खर्च बचेगा
एक डिजिटल मुद्रा की जीवन रेखा भौतिक नोटों की तुलना में अनिश्चित होगी
CBDC मुद्रा को फिजिकल तौर पर नष्ट करना, जलाया या फाड़ा नहीं जा सकता है
अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में डिजिटल रुपये का एक अन्य प्रमुख लाभ यह है कि इसे एक इकाई द्वारा विनियमित किया जाएगा, जिससे बिटकॉइन जैसी अन्य आभासी मुद्राओं से जुड़े अस्थिरता जोखिम को कम किया जा सकेगा।
क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल रुपी में अंतर
क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट है। इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और इस पर किसी सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता। ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं। लेकिन, RBI की डिजिटल करेंसी पूरी तरह से रेगुलेटेड है, जिसके सरकार की मंजूरी होगी। डिजिटल रुपी में क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी। फिजिकल नोट वाले सारे फीचर डिजिटल रुपी में भी होंगे। लोगों को डिजिटल रुपी को फिजिकल में बदलने की सुविधा होगी। क्रिप्टोकरेंसी का भाव घटता-बढ़ता रहता है, लेकिन डिजिटल रुपी में ऐसा कुछ नहीं क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे होगा।
अर्थव्यवस्था को होगा फायदा
भारत में मुद्रा का डिजिटलीकरण मौद्रिक इतिहास में अगला मील का पत्थर है। ट्रांजेक्शन कॉस्ट घटने के अलावा CBDC की सबसे खास बात है कि RBI का रेगुलेशन होने क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की आशंका नहीं होगी। इस डिजिटल करेंसी से सरकार की सभी अधिकृत नेटवर्क के भीतर होने वाले ट्रांजेक्शंस तक पहुंच हो जाएगी। सरकार का बेहतर नियंत्रण होगा कि पैसा कैसे देश में प्रवेश करता है और प्रवेश करता है, जो उन्हें भविष्य के लिए बेहतर बजट और आर्थिक योजनाओं के लिए जगह बनाने और कुल मिलाकर अधिक सुरक्षित वातावरण बनाने की अनुमति देगा।
डिजिटल रुपया (e ₹) प्रणाली भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को और मजबूत करेगी, जिसका बड़ा सकारात्मक असर पूरी अर्थव्यवस्था पर देखने को मिलेगा।
Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से बड़ी खबर, जानें क्या है Cryptocurrency फायदे नुकसान की बात
Cryptocurrency : दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बाजार का नाम काफी सुर्खियों में है। वर्तमान में लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को अमीर बनने का सबसे सरल मार्ग समझ लिया है। लोग क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के माध्यम से काफी पैसा कमा रहे हैं। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से अमीर बनने का रास्ता समझने वाले लोगों के सपने उस वक्त टूट गए जब दुनिया भर की सरकारों ने इस मार्केट पर सख्ती बरतना शुरू किया। सरकारों की सख्तियों के कारण ये मार्केट अचानक से लुढ़कने लग गया। लेकिन बावजूद इसके कई क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) लोगों को कई गुना ज्यादा मुनाफा उपलब्ध करा रही थीं। लेकिन फिलहाल शेयर मार्केट में कुछ क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) अभी भी गिर रही हैं,। जानिए कौनसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) जा रही नीचे.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट में आज लगभग हर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) घाटे में चल रही हैं। इसका असर आज कार्डानो क्रिप्टोकरेंसी (Cardano Cryptocurrency) के निवेशकों (Investets) पर भी देखने को मिला है। अगर कार्डानो क्रिप्टोकरेंसी (Cardano Cryptocurrency) के ताजा रेट्स की बात करें तो अभी तक (खबर लिखे जाने तक) कार्डानो क्रिप्टोकरेंसी (Cardano Cryptocurrency) के रेट 3.47 फीसदी घाटे के साथ यूएस डॉलर में 0.55 है। वहीं भारतीय मुद्रा में इसके रेट 43.79 रूपये हैं। वहीं इस दौरान इसकी ऑलटाइम हाई कीमत 3.10 डॉलर रही है।
बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी (Bitcoin Cryptocurrency) के ताजा रेट (Latest Rate of Bitcoin Cryptocurrency) -
बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी (Bitcoin Cryptocurrency) के रेट्स भी आज काफी गिरते हुए नजर आ रहे हैं। अगर बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी (Bitcoin Cryptocurrency) के ताजा रेट्स की बात करें तो इसके ताजा रेट (खबर लिखे जाने तक) 1.27 फीसदी के घाटे के साथ यूएस डॉलर में 24,034.20 हैं। साथ ही इसकी भारतीय मुद्रा में कीमत 19,12,735.37 रूपये है। वहीं इसकी ऑल टाइम हाई कीमत 68,990.90 यूएस डॉलर रही है।
एथेरियम क्रिप्टोकरेंसी (ETH Cryptocurrency) के ताजा रेट की बात करें तो अभी तक (खबर लिखे जाने तक) इसकी कीमत 1.80 फीसदी के घाटे के साथ यूएस डॉलर में
1901.15 है। वहीं भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत 1,51,301.88 रूपये है। इस दौरान एथेरियम क्रिप्टोकरेंसी (ETH Cryptocurrency) की ऑलटाइम हाई कीमत 4,865.57 डॉलर रही है।
अगर एक्सआरपी क्रिप्टोकरेंसी (XRP Cryptocurrency) के ताजा रेट्स की बात करें तो अभी तक (खबर लिखे जाने तक) इसके रेट 1.97 फीसदी लुढ़कते हुए अभी यूएस डॉलर में 0.37 है। वहीं भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत 29.33 रूपये है। साथ ही इस दौरान इसकी ऑलटाइम हाई कीमत 3.40 डॉलर रही है।
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