Algo trading

Algorithmic trading : क्या आप जानते हैं कि एल्गो ट्रेडिंग क्या है?

Algo trading क्या है? – आप यदि share market के बारे में सीखना चाहते हैं या trading करना चाहते हैं तो आपको इसके हर पहलु से अवगत होना चाहिए. मैंने अपने अध्ययन में जो बातें सीखी है उससे स्पष्ट है कि trading करना कोई बच्चों का खेल नहीं है, इसके लिए कुछ गुणों का आपके अन्दर होना जरुरी है जैसे – ( Algorithmic trading)

ट्रेडिंग करने के लिए आपमें धैर्य होना चाहिए, लालच नहीं करना चाहिए, सही जानकारी का होना, ट्रेडिंग की एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? तकनिकी बारीकियां आना, बाज़ार की जानकारियों से नियमित update रहना, व्यापक दृष्टिकोण अपनाना, एकाग्रता, नयी चीजों को सीखने की जिज्ञाषा, आदि गुण आपमें होना चाहिए.

कई बार ऐसा देखा गया है की कुछ लोग भय और लालच जैसी भावना से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं तो एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? मैं उनके लिए कहना चाहूँगा कि trading उनके लिए सही विकल्प नहीं है.

आज के लेख में मैं बात करनेवाला हूँ कि Algorithmic trading के बारे में तो चलिए विस्तारपूर्वक समझते हैं कि – Algo trading क्या है? Algorithm trading की विशेषता, भारत में एल्गो ट्रेडिंग की शुरुआत कब हुई?

Table of Contents

Algorithm trading क्या है?

Algorithm trading जिसे Algo trading भी कहा जाता है जो मूल रूप से system पर आधारित trading है. यह व्यापार की एक ऐसी प्रणाली है जो उन्नत गणितीय उपकरणों (advanced mathematical tools) का उपयोग करके वित्तीय बाजारों में लेनदेन के निर्णय लेने की सुविधा देती है.

वास्तव में यहाँ पर आपकी ओर से मशीनें shares खरीदने – बेंचने का कार्य करती है. यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें system में फार्मूले फिट कर दिए जाते हैं और इसी के आधार पर मशीनें लेन-देन का काम करती है. इसमें computer programming का इस्तेमाल किया जाता है.

इसतरह की प्रणाली में जो मुख्यतः बड़े देशों में ज्यादा उपयोग में लाया जाता है, मानव व्यापारी का हस्तक्षेप कम से कम होता है. यह तकनीक इतना उन्नत होता है जिसके कारण निर्णय लेने की प्रक्रिया बहुत तेज होती है.

कोई आम आदमी जब ट्रेडिंग करता है तो कभी – कभी उसके सामने मानवीय भावनाएँ (emotions) आड़े आ जाते हैं जिसके कारण वह उचित और तेज फैसला कर पाने में असमर्थ होता है. एल्गो ट्रेडिंग के जैसा त्वरित खरीद – बिक्री सम्बंधित निर्णय लेने की क्षमता कोई आम आदमी में नहीं हो सकता है.

तय guidelines का पालन इसमें computer programming का इस्तेमाल करते हुए किया जाता है. इसमें तकनिकी आधार पर profit के साथ Buy-Sell की पूरी प्रक्रिया को सेट किया जाता है.

Algorithm trading की विशेषता

  • इसमें ख़ास तरह का software का इस्तेमाल trading के लिए किया जाता है
  • इसतरह के ट्रेडिंग में इंसानों की हस्तक्षेप को न्यूनतम रखा गया है
  • इसके अन्य नाम ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग और एल्गो ट्रेडिंग भी है
  • यहाँ trading पूरी तरह से electronic प्लेटफार्म पर होता है
  • इसे आप system पर आधारित trading कह सकते हैं
  • यह तेज़ गति और सटीकता के साथ काम करता है
  • यह trading भी परम्परागत व्यापारिक रणनीतियों से अलग नहीं है
  • इसमें computer software को प्रोग्राम और algorithm के साथ load किया जाता है

भारत में एल्गो ट्रेडिंग की शुरुआत

प्रारंभ में Securities & Exchange Board of India (SEBI) ने संस्थागत ग्राहकों को डायरेक्ट मार्केट एक्सेस की सुविधा प्रदान कर एल्गो ट्रेडिंग की शुरुआत किया. भारत में इसकी शुरुआत वर्ष 2008 में हुई. बहुत सारे लोगों के मन में एक सवाल रहता है कि क्या एल्गो ट्रेडिंग भारत में वैधानिक है?

जी हाँ, यह पूरी तरह से भारत में वैधानिक है. SEBI द्वारा वर्ष 2008 में एल्गो ट्रेडिंग करने की अनुमति प्रदान किया गया था. भारत में एल्गो ट्रेडिंग के कुछ अच्छे platforms हैं जैसे :

  • Zerodha Streak
  • ODIN – Algorithmic trading
  • AlgoNomics
  • 5paisa algo Trading

अंतिम बात

यह मुख्य रूप से पैसा कमाने के लिए तैयार किया गया रणनीति है. एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेर से ट्रेडिंग करने का फ़ायदा यह हैं कि आप share market की बारीकियां जाने बगैर भी trading कर सकते हैं. इसमें त्रुटियाँ होने की संभावना कम होती है.

यह उनलोगों के लिए फायदेमंद है जो ट्रेडिंग तो करना चाहते हैं किन्तु उनके पास समय का आभाव है. अभी के दौर में आप advanced एल्गो टूल्स का इस्तेमाल करके ऑटोमेटेड ट्रेडिंग निर्णय लेने की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं.

तो दोस्तों, आपको यह लेख “ Algo trading क्या है?” कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर सूचित करें, और यदि पोस्ट पसंद आयी हो तो इस पोस्ट को like और share करना न भूलें.

मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.

Algo trading meaning in hindi ?Algo trading क्या है?


Algo trading kya hoti hai ?

Algo trading kya hoti hai ? एल्गोरिथम ट्रेडिंग / Algo trading के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं । एल्गोरिथम ट्रेडिंग(Algo trading) का उपयोग ऑर्डर खरीदने और बेचने दोनों में किया जाता है। एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग भविष्य की कीमतों, ट्रैंड और मुवमेंट की भविष्यवाणी करने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं।

एक एल्गोरिथम एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम में लिखा जाएगा जो एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रेडों को क्रियान्वयन करता है। कार्यक्रम में उच्च संभावना वाले ट्रेडों की पहचान करने के साथ-साथ लाभ लक्ष्य निर्धारित करने और ट्रेडिंग जोखिम प्रबंधन प्रदान करने के लिए नियम निर्धारित होंगे।

Algo trading क्या है?

Algo trading kya hoti hai ? -यानी एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग है वहां पर वह कंप्यूटर आपके इस फार्मूले को आपका आदेश मानता है और उसके हिसाब से ट्रेड करता है जब आप उसे कहते हैं।

इस लेवल के नीचे कितनी क्वांटिटी सेल कर दीजिए वह सेल कर देता है आप उसे किस लेवल के ऊपर कितनी क्वांटिटी ले लीजिए एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? वह ले लेता है आप उसको कहते हैं यह मेरा तो आपके स्टाफ का पालन करता है यानी कि आप जोड़ सकते हैं अपने ट्रेड से आप मुझको एक फार्मूले के रूप में लिख देते हैं और उसको कंप्यूटर में डाल देते हैं

कंप्यूटर आप की जगह ट्रेड एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? करता है और आप एकदम से फ्री हो जाते हैं तो दोस्तों सुनने में तो यह बहुत आसान लगता है कि यह तो बहुत ही अच्छी चीज है कि हम 1 फार्मूला लिखकर कंप्यूटर में डाल दें तो हमारी जगह कंप्यूटर काम करेगा और हम ट्रेडिंग से फ्री हो सकते हैं

लेकिन यह इतना आसान नहीं है क्योंकि इसके अंदर एक तो आपको काफी हाई एंड प्रोग्राम लिखने होते हैं इसके अलावा आपको उस ब्रोकर के साथ काम करना होता है जिसके पास में nse की परमिशन है कि वह एल्गोरिदम ट्रेडिंग कर सकते हैं।

Algo trading फायदे क्या क्या है | Benefits of algo trading .

Algo trading kya hoti hai

Algo trading

इसके फायदे क्या क्या है तो इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें इमोशनलेस ट्रेडिंग होती है यानी कंप्यूटर को नहीं पता कि मार्केट कहां जा रही है स्टॉक कैसे जाएगा उसमें ग्रीड और फियर नहीं है हम लोग लालच के कारण ले लेते हैं और फिर के कारण बेच देते हैं ।

लेकिन कंप्यूटर के अंदर तो ना लालच होता है ना डर होता है उसका जब तक सर्टन लेवल नहीं कटेगा उसका जब तक सेंटर लेवल ऊपर तक नहीं कटेगा ना तो वह बेचेगा और ना वो खरीदेगा उसमें इमोशंस नहीं होते उसको नहीं पता कौन सी सरकार बन रही है उसको नहीं पता यूएस एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? में क्या हो रहा है उसको नहीं बताया क्या हो रहा है।

आप बहुत ही high-frequency ट्रेड कर सकते हैं यानी कि आप हर 2 मिनट में 3 मिनट में 5 मिनट में 1 घंटे में आप किसी भी टाइम फ्रेम में चाहे ट्रेड डाल सकते हैं और उसको काट सकते हैं जबकि ह्यूमन अगर चाहता है कि वह इतने छोटे टाइम फ्रेम में इतने ज्यादा सौदों को ले और इतने ज्यादा सौदों को बेचे तो उसके लिए बहुत बड़ी प्रॉब्लम है तो जो भी लोग बहुत बड़ी क्वांटिटी में काम करते हैं।

या बहुत ज्यादा सौदों करते हैं उन लोगों के लिए एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग बहुत ही अच्छी रहती है और हमारे इंडिया में भी और बाहर भी आजकल इसकी बहुत ज्यादा शुरुआत हो चुकी।

Algo trading नुकसान क्या क्या है | Disadvantages of algorithmic trading.

इसके नुकसान क्या क्या है इसके नुकसान यह है कि इसमें कोई मार्केट को ऊपर की तरफ जा रही हो या नीचे की तरफ जा रहे हो तभी आपको ज्यादा पैसा कमा कर दे सकता है वरना साइड भेज मार्केट मैं हमेशा दिक्कत आएगी

जब मार्केट साइड वेज में होती है एक रेंज में बनी होती है तब उसके बार-बार स्टॉप लोस्स हिट होते हैं आपने अगर एक ऐसा फार्मूला लिखा हुआ है कि इस के नीचे बाय कर लीजिए एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? उसके ऊपर सेल कर दीजिए तो वह उस रेंज में बार-बार ऊपर नीचे जाएगा और बार-बार आपके स्टॉपलॉस हिट होंगे एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग साइड वेज मार्केट में बिल्कुल यूज़ लेस है और इसका कोई भी इस्तेमाल नहीं है

इसीलिए जो लोग एल्गो ट्रेडिंग करते हैं वह जब जाकर नेट में देखते हैं तो उनको भी बहुत ज्यादा प्रॉफिट नहीं आया होता क्योंकि ट्रेड के अंदर जो प्रॉफिट आता है उस साइड वेज मार्केट में सारा चला जाता है और आप उसको यह भी नहीं कह सकते क्या साइड वेज मार्केट में ट्रैड मत कीजिए क्योंकि वह कोई इंसान नहीं है

इसीलिए देखने में आता है कि एल्गो ट्रेडिंग ज्यादा तर HNI कैटेगरी के लोग या बहुत बड़े-बड़े इस्टीट्यूशन्स या FII करते हैं क्योंकि इसके लिए बहुत बड़े सिस्टम चाहिए और उसके लिए आपको जो फार्मूला लिखना होगा वह भी काफी हद तक एक्यूरेट होना चाहिए क्योंकि अगर आपने हल्का-फुल्का भी कुछ छोड़ दिया उसमें आप को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है

इस फार्मूले को आपको पिछले कई सालों में जाकर चेक करना पड़ता है कि अगर यह पिछले 8 साल में 5 साल में मैंने इससे काम किया होता तो मेरे एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? हाथ में क्या आता ।बहुत सारे प्रॉब्लम है जिनके कारण एल्गो ट्रेडिंग हर आदमी नहीं कर सकता और रिटेल इन्वेस्टर के लिए तो सबसे बड़ी दिक्कत की बात यह है कि उसका

उसका ट्रेड बहुत ही छोटे छोटे साइज का होता है और उसकी टोटल इन्वेस्टमेंट भी बहुत एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? ज्यादा नहीं होती है।

एल्गो ट्रेडिंग सर्विस देने वाले ब्रोकर्स पर चला SEBI का चाबुक, नहीं दे सकेंगे अब पिछले और भविष्य के रिटर्न का हवाला

algo trading: सेबी ने ऐसे शेयर ब्रोकरों के लिये कुछ जिम्मेदारी तय की है. एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों Brokers) को पूर्व एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है? के या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है.

Algorithm Trading: पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने बीते शुक्रवार को निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से संबंधित सेवाएं (algo trading services) देने वाले ब्रोकरों Brokers) के लिए दिशानिर्देश जारी किए. इस पहल का मकसद हाई रिटर्न का दावा कर शेयर बिक्री पर रोक लगाना है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पाया कि कुछ शेयर ब्रोकर नियमन के दायरे से बाहर मंचों के जरिये एल्गोरिदम (एल्गो) आधारित कारोबार की सुविधा निवेशकों को दे रहे हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक, सेबी ने एक सर्कुलर में कहा कि ये प्लेटफॉर्म निवेशकों को कारोबार के स्वचालित निष्पादन के लिये एल्गोरिदम ट्रेडिंग (algo trading) सेवाएं या रणनीति उपलब्ध करा रहे हैं. नया नियम तत्काल प्रभाव से अमल में आ गया है(

शेयर ब्रोकरों के लिये जिम्मेदारी तय

खबर के मुताबिक, ऐसी सेवाओं और रणनीतियों को निवेश पर उच्च रिटर्न के ‘दावों’ के साथ मर्केटिंग किया जा रहा है. इसको देखते हुए सेबी ने ऐसे शेयर ब्रोकरों के लिये कुछ जिम्मेदारी तय की है. एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों Brokers) को पूर्व के या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है. साथ ही ऐसे किसी भी मंच से संबद्ध होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जो एल्गोरिदम (algo trading) के पहले के या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है.

इसमें कहा गया है कि जो शेयर ब्रोकर (stock broker) प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से एल्गोरिदम के पिछले या भविष्य के रिटर्न या प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हैं या इस प्रकार की जानकारी देने वाले प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं, वे सात दिन के भीतर उसे वेबसाइट से हटा देंगे और इस तरह के संदर्भ प्रदान करने वाले मंच से खुद को अलग कर लेंगे.

तब सेबी ने लगाई थी ब्रोकर्स पर पेनाल्टी

ब्रोकर्स के संगठन ANMI ने पिछले महीने शॉर्ट एलोकेशन पेनाल्टी के नियमों में रियायत की मांग की थी. ब्रोकर्स (Brokers) ने इसे लेकर कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI), BSE, NSE और दोनों एक्सचेंजेज के क्लीयरिंग कॉरपोरेशंस को चिट्ठी लिखी थी. इसमें मांग की गई कि शॉर्ट एलोकेशन के मामलों में पेनाल्टी से रियायत दी जाए. जो पेनाल्टी लगाई गई है उसे ब्रोकर्स को रीफंड किया जाए. साथ ही फाइनल फाइल एलोकेशन का समय रात 8 बजे से बढ़ाकर अगले दिन 12 बजे तक किया जाए.

Algo Trading क्या होती है, इसके फायदे व नुकसान

What is Algo Trading in Hindi

What is Algo Trading in Hindi

What is Algo Trading: अल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) भी एक प्रकार की ट्रेडिंग है। इसमें शेयर बाजार में ट्रेडिंग की जाती है। हालांकि यह अन्य सामान्य ट्रेडिंग (Trading) की तुलना में काफी अलग है। एल्गो ट्रेडिंग प्रमुख रूप से कंप्यूटर प्रोग्राम (Computer Program) के जरिए होती है और बाजार के हालात के अनुसार कंप्यूटर खुद निर्णय लेता है और ट्रेडिंग करता है।

एल्गो ट्रेडिंग में कंप्यूटर प्रोग्राम की जरूरत होती है जिसमें मार्केट के डाटा (Deta) अपलोड किए जाते हैं। डाटा के आधार पर कंप्यूटर अपने आप ट्रेडिंग के लिए शेयर को चुनता है और शेयर को बेचने और खरीदने की सलाह देता है। इस तरह से ट्रेडिंग में हानि (Loss) होने की संभावना बेहद कम हो जाती है।

हालांकि अभी यह बहुत ज्यादा लोकप्रिय नही है। अभी एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) बड़े पैमाने पर ट्रेड करने वाले निवेशक (Investor) है और इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।

Meaning of Algo Trading –

एल्गो ट्रेडिंग का अर्थ होता है एल्गोरिदम तकनीक पर आधारित है। इसमें कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जाता है और शेयर बाजार की तकनीकी डाटा को विश्लेषण (Analysis) करके उसमें set कर दिया जाता है। इसमें deta fix करने के बाद कंप्यूटर प्रोग्राम मार्केट के रुख के अनुसार शेर का विश्लेषण करता है और संभावित प्रॉफिट और लास्ट की जानकारी कैलकुलेशन के जरिए बताता है, जो कि एक आम इंसान के लिए तेजी से करना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में इससे समय की बचत होती है। इसमें एल्गो ट्रेडिंग में code के जरिए कुछ नियम बनाए जाते हैं। जिससे तुरंत design लेने में मदद मिलती है।

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