यूट्रस में कमजोरी का कारण
महिला में गर्भधारण से लेकर प्रसव तक गर्भ को सही रखने के लिए कमजोर मुद्रा से कौन आहत होता है बच्चेदानी यानि गर्भाशय का स्वस्थ होना बहुत जरूरी होता है. यह महिला प्रजनन प्रणाली का आधार बनाता है लेकिन गलत खान-पान व लाइफस्टाइल के चलते यूट्रस कमजोर हो जाती है. वहीं महिलाओं में शारीरिक कमजोरी के कारण बच्चेदानी में कमजोरी आ जाती है. कई बार प्रसव के बाद भी गर्भाश कमजोर हो जाता है. मानसिक कमजोरी के चलते भी ऐसा होता है. बाहरी या अंदरूनी चोट के कारण भी गर्भाशय कमजोर हो सकता है.
Yoga Tips : हार्ट ब्लॉकेज खोलने में मदद करता है है ये आसन, जीवन भर रहेंगे फिट
Yoga Tips for Heart Blockage हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण अनियमित रुटीन है। लेकिन अगर आप नियमित तौर पर यह आसन करते हैं तो इससे दूर रह सकते हैं। फिर देर मत कीजिए आज से ही शुरू कर दीजिए.
जमशेदपुर : अगर आप फेफड़ों को मजबूत रखना चाहते हैं तो भुजंगासन जरूर करें। इससे हार्ट ब्लॉकेज कभी नहीं होगा। भुजंगासन, सूर्य नमस्कार के 12 आसनों में से आठवां है। भुजंगासन को सर्पासन, कोबरा आसन या सर्प मुद्रा भी कहा जाता है। इस मुद्रा में शरीर सांप की आकृति बनाता है। यह आसन जमीन पर लेटकर और पीठ को मोड़कर किया जाता है। जबकि सिर सांप के उठे हुए फन की मुद्रा में होता है। भुजंगासन करने की विधि, इससे होने वाले अनेक फायदे के बारे में जानकारी दे रही हैं जमशेदपुर की योग एक्सपर्ट रूमा शर्मा।
संधि मुद्रा से मिल सकता है जोड़ों के दर्द और आर्थराइटिस से छुटकारा, जानिए कैसे करते हैं अभ्यास
प्रतीकात्मक चित्र
जोड़ों के दर्द और आर्थराइटिस होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार मोटापे तो इसकी वजह कमजोर मुद्रा से कौन आहत होता है माना जाता है। किसी तरह की चोट लगने से, जोड़ों पर दबाव ज्यादा पड़ने से या फिर ज्यादा प्रोटीनयुक्त पदार्थों का सेवन करने से भी आर्थराइटिस या जोड़ों का दर्द हो सकता है। इसके लिए बाजार में तमाम तरह की दवाइयां मौजूद हैं। लेकिन अगर आप प्राकृतिक रूप से इस बीमारी से निजात पाना चाहते हैं तो योगा आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। संधि मुद्रा आर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द के लिए बेहद प्रभावी आसन है। आइए, जानते हैं कि संधि मुद्रा क्या है और इसे करते कैसे हैं।
महिलाओं का Uterus क्यों कमजोर मुद्रा से कौन आहत होता है कमजोर मुद्रा से कौन आहत होता है हो जाता है कमजोर? गर्भाशय को कैसे बनाएं मजबूत
- News18Hindi
- Last Updated : January 07, 2020, 16:54 IST
गलत लाइफस्टाइल के कारण आजकल 10 में से करीब 7 महिलाएं किसी न किसी शारीरिक बीमारी की शिकार हैं. महिलाओं की इन समस्याओं में से एक बड़ी परेशानी है Uterus (बच्चेदानी) में कमजोरी. www.betterhealth.vic.gov.au की खबर के अनुसार बहुत सी महिलाएं इस समस्या से अंजान होने के कारण समय पर इसका इलाज नहीं करवा पाती हैं जिसके कारण प्रेग्नेंसी के दौरान मिसकैरेज का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है. आइए आपको बताते हैं यूट्रस (बच्चेदानी) में कमजोरी के कारणों के बारे में. साथ ही इस बात की भी जानकारी जरूरी है कैसे इसे ठीक किया जा सके.
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