डीमैट अकाउंट क्या होता है? क्या हैं इसके फायदे, जानें इसे खुलवाने की प्रक्रिया
News18 हिंदी 4 घंटे पहले News18 Hindi
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नई दिल्ली. मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार अगर आप शेयर मार्केट से स्टॉक खरीदना या बेचना हो तो आपके पास डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है. आजकल हम हर समय डीमैट अकाउंट का नाम सुनते रहते हैं पर कई लोगों को ये पता नहीं होता है कि आखिर ये होता क्या है. आज हम यहां डीमैट अकाउंट के बारे में और एक डीमैट खाता क्या है? इसे खोलने के बारे में विस्तार से बात करेंगे.
बता दें कि डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर और अन्य सूचनाओं को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रख सकते हैं. डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटरियलाइजेशन अकाउंट है. इसमें शेयर, बांड, सरकार की शर्ते, म्यूचुअल फंड, बीमा और ईटीएफ जैसे निवेश को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है. इस लेखा-जोखा के माध्यम से स्टॉक और संबंधित दस्तावेजों के रखरखाव का लेखा-जोखा से बचा जाता है.
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए अनिवार्य है डीमैट अकाउंट
आज के डिजिटल युग में हर काम डिजिटल होने लगा है. ऐसे में अब कोई कागजी कार्य नहीं होता है और न ही कोई भौतिक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है. ऐसे में जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो आपको जो भी मिलता है, वह आपके डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में दर्ज हो जाता है. ऐसे में अगर आप शेयर मार्केट में या किसी अन्य जोखिम जगह में निवेश करना चाहते हैं, तो आपका डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है.
कैसे खोलें डीमैट अकाउंट?
भारत में 2 प्रमुख डिपॉजिटरी हैं – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL). जब आप अपनी ओर से एक डीमैट अकाउंट खोलने के लिए डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) से संपर्क करते हैं, तो वे आमतौर पर CDSL या NSDL के साथ अकाउंट खोलते हैं. आप पसंदीदा डीपी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं.
आपके निवेश को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखता है डीमैट अकाउंट
गौरतलब है कि जिस तरह से एक बैंक अकाउंट में पैसा होता है, उसी प्रकार से एक डीमैट अकाउंट आपके निवेश को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखता है. यह आपके लैपटॉप या एक डीमैट खाता क्या है? स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के साथ आसानी से एक्सेस हो सकता है.
PPF Interest Rate: वर्तमान में पीपीएफ ब्याज दरें क्या हैं और एक साल में पीपीएफ खाते में कितनी रकम की जा सकती है जमा?
PPF Interest Rate: पीपीएफ की ब्याज दर अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए 7.1 फीसदी है. पीपीएफ के लिए ब्याज दर पिछली बार अप्रैल-जून 2020 तिमाही में संशोधित की गई थी.
Updated Date: December 22, 2022 9:18 AM IST
PPF Interest Rate: जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के लिए अन्य छोटी बचत जमाओं के साथ पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. ब्याज दरों को इस महीने के अंत में संशोधित किया जाएगा, जैसा कि हर तीन महीने में संशोधित करने का चलन है.
पीपीएफ की ब्याज दर अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए 7.1 फीसदी है. पीपीएफ के लिए ब्याज दर पिछली बार अप्रैल-जून 2020 तिमाही में संशोधित की गई थी.
पीपीएफ से जुड़ी खास बातें
- न्यूनतम जमा 500 रुपये और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम जमा 1.50 लाख रुपये
- अगर किसी नाबालिग के नाम पर खाता खोला जाता है तो अधिकतम जमा सीमा 1.50 लाख की राशि उसके स्वयं के खाते में जमा राशियों में शामिल होगी.
- एक वित्तीय वर्ष में 50 रुपये के गुणक में रकम जमा की जा सकती है. लेकिन इसकी अधिकतम सीमा 1.50 लाख रुपये है.
- खाता नकद / चेक द्वारा खोला जा सकता है और चेक के मामले में सरकार में खाता खाता खोलने की तारीख/खाते में बाद में जमा करने की तारीख होगी.
- जमा राशि आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कटौती के लिए योग्य है.
खाते का बंद होना
- अगर एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 रुपये नहीं जमा किए गए तो पीपीएफ खाता बंद हो जाएगा. बंद खाते ऋण या निकासी सुविधाओं के लिए पात्र नहीं होते हैं.
- बंद खाते को जमाकर्ता द्वारा खाते की परिपक्वता से पहले रुपये की एक डीमैट खाता क्या है? न्यूनतम सदस्यता जमा करके पुनर्जीवित किया जा सकता है.किसी बंद खाते को 500 रुपये प्लस 50 रुपये पेनाल्टी के तौर पर जमा करके खाते को फिर से पुनर्जीवित किया जा सकता है. यह पेनाल्टी 50 रुपये प्रति वर्ष के लिए होगी.
पीपीएफ परिपक्वता
15 वित्तीय वर्षों के बाद, खाता खोलने के वित्तीय वर्ष को छोड़ कर, खाता परिपक्व हो जाएगा.
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परिपक्वता पर जमाकर्ता के पास निम्न विकल्प होते हैं
- जिस पोस्ट ऑफिस में खाता खोला गया है, वहां पर खाता बंद करने का फॉर्म और पासबुक जमा करके, आप अपना परिपक्वता भुगतान प्राप्त कर सकते हैं.
- जमा किए बिना अपने खाते में परिपक्वता मूल्य को जारी रख सकता है; पीपीएफ ब्याज दर लागू होगी, और भुगतान किसी भी समय या प्रति वित्तीय वर्ष में एक बार किया जा सकता है.
- जिस डाकघर खाता खोला गया है उसमें आवश्यक एक्सटेंशन फॉर्म जमा करके, खाताधारक इसे 5 साल के अतिरिक्त ब्लॉक के लिए बढ़ा सकता है और इसी तरह (परिपक्वता के बाद एक वर्ष के भीतर). ध्यान दें कि किसी बंद खाते को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है.
- 5 साल के ब्लॉक की समाप्ति के समय जमा राशि के अधिकतम 60% तक जमा के साथ एक विस्तारित खाते से एक निकासी प्रत्येक वित्तीय वर्ष में की जा सकती है.
पीपीएफ खाताधारक की मृत्यु
- यदि खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो खाता बंद कर दिया जाना चाहिए और न तो नामांकित व्यक्ति और न ही कानूनी उत्तराधिकारी अतिरिक्त योगदान कर सकते हैं.
- जब किसी की मृत्यु हो जाती है और खाता बंद हो जाता है, तो खाता रद्द होने से पहले महीने के अंत तक पीपीएफ ब्याज दर का भुगतान किया जाता है.
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कोरोना काल में बचत पर जोर! निवेश के लिए लोगों ने उठाएं ये कदम
बीएसई ने पिछले 15 महीनों में सभी सदस्यों के लिए कुल मिलाकर लगभग 40 प्रतिशत अधिक निवेशक खाते जोड़े हैं।
शेयर बाजार में डील के लिए जरूरी है डीमैट (Photo-Indian Express )
कोरोना की वजह से करीब 14 महीने से आर्थिक गतिविधियां सुचारू रूप से नहीं चल पा रही हैं। ऐसे में देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बार लॉकडाउन लगाया जा चुका है। इसका नतीजा ये हुआ कि लोगों को नौकरियां गंवानी एक डीमैट खाता क्या है? पड़ी तो वहीं कई नौकरीपेशा की सैलरी में भी कटौती की गई। हालांकि, इस हालात के बावजूद लोग बचत पर जोर दे रहे हैं। ये संकेत डीमैट अकाउंट के आंकड़ों से मिल रहे हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े: आंकड़े बताते हैं कि ब्रोकरेज कंपनियों ने पिछले साल अप्रैल से 31 मई 2021 तक हर महीने औसतन 13 लाख नए डीमैट खाते खोले हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के आंकड़ों के अनुसार 31 मई 2021 तक बाजार में खुदरा निवेशकों की कुल संख्या 6.97 करोड़ हो गई है। बीएसई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने बताया कि ब्रोकरेज कंपनियों और शेयर बाजारों ने पिछले 14 महीनों के दौरान हर महीने 12 से 15 लाख नए डीमैट खाते खोले हैं। इनमे से चालीस प्रतिशत डिमैट खाते बीएसई से जुड़ी ब्रोकरेज कंपनियों द्वारा खोले गए।
आशीष कुमार चौहान ने कहा, ‘‘बीएसई ने पिछले 15 महीनों में सभी सदस्यों के लिए कुल मिलाकर लगभग 40 प्रतिशत अधिक निवेशक खाते जोड़े हैं। निवेशकों के खातों में बढोत्तरी दर्शाता है कि ऑटोमेशन और मोबाइल ट्रेडिंग से स्टॉक और म्यूचुअल फंड में निवेश देश के हर हिस्से में पंहुच गया है।’’ (ये पढ़ें-जानिए PF अकाउंट में बैलेंस चेक करने का तरीका)
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किस राज्य का क्या हाल: बीएसई के अनुसार 31 मई तक देश में कुल 6.9 करोड़ डीमैट खाते थे। जिसमें से 25 प्रतिशत खाते महाराष्ट्र से जबकि 85.9 खाते गुजरात से हैं। गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश से 52.3 लाख , तमिलनाडु 42.3 लाख और कर्नाटक से 42.2 लाख का नंबर है। इसके अलावा बंगाल से 39.5 लाख, दिल्ली से 37.3 लाख, आंध्र प्रदेश से 36 लाख, राजस्थान से 34.6 लाख, मध्य प्रदेश से 25.7 लाख, हरियाणा से 21.2 लाख, तेलंगना से 20.7 लाख, केरल से 19.4 लाख, पंजाब से 15.2 लाख और बिहार से 16.5 लाख डीमैट खाते हैं।
डीमैट क्या है: आपको बता दें कि एक खाता जहां कोई अपने शेयर रख सकता है और उसकी सुरक्षा इलैक्ट्रॉनिक तरीके से होती है उसे डीमैट खाता कहते हैं। अगर आपको भारत में शेयर बाजार से शेयर खरीदना या बेचना है तो डीमैट का विकल्प चुनना पड़ता है। सेबी के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक साल से अधिक समय के लिए उपयोग नहीं किये जाने वाले डीमेट खातों को असक्रिय माना जाता है।
PNB ने बंद की अपनी एक FD स्कीम, जानिए मौजूदा डिपॉजिटर्स का क्या होगा?
पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने अपनी एक एफडी स्कीम को बंद कर दिया है. यह एफडी स्कीम 'पीएनबी वार्षिक आय योजना' (PNB Varshik Aay Yojna) है. इस बारे में बैंक ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध कराई है. दरअसल पीएनबी वार्षिक आय योजना का विलय, पीएनबी स्पेशल डिपॉजिट स्कीम में कर दिया गया है. पीएनबी की वेबसाइट के अनुसार, “हमारे सम्मानित ग्राहकों, विशेष रूप से हमारे फिक्स्ड डिपजिट 'पीएनबी वार्षिक आय योजना' के खाताधारकों को इस स्कीम को बंद करने और पीएनबी स्पेशल डिपॉजिट स्कीम के साथ पीएनबी वार्षिक आय योजना के विलय के बारे में सूचित किया जाता है. पीएनबी वार्षिक आय योजना के तहत खाता रखने वाले मौजूदा खाताधारकों के खातों एक डीमैट खाता क्या है? में योजना के तहत उपलब्ध/प्राप्त लाभ जारी रहेंगे.”
यानी जिन लोगों का पहले से पीएनबी वार्षिक आय योजना के तहत खाता चल रहा है, उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा. लेकिन इस स्कीम में अब कोई नया खाता नहीं खुलेगा. आइए जानते हैं क्या थी पीएनबी वार्षिक एक डीमैट खाता क्या है? आय योजना और इसके लाभ.
पात्रता
- व्यक्ति द्वारा अकेले या संयुक्त रूप से खाता खुलवाया जा सकना
- 10 वर्ष या उससे अधिक वर्ष का अवयस्क अपनी आयु का प्रमाण देकर अपने नाम पर खाता खुलवा सकता था.
- प्रोपराइटरशिप/पार्टनरशिप फर्म, कमर्शियल ऑर्गेनाइजेशन, कंपनी/कॉरपोरेट बॉडी
- हिन्दू अनडिवाइडेड फैमिली
- एसोसिएशन, क्लब, सोसायटी, ट्रस्ट या धार्मिक/धर्मार्थ या शैक्षिक संस्था
- नगर पालिका या पंचायत, सरकारी या अर्ध सरकारी निकाय
- अशिक्षित और नेत्रहीन व्यक्ति भी खाता खोल सकते हैं
डिपॉजिट अमाउंट: कम-से-कम 10,000 रुपये और उसके बाद एक हजार रुपये (1000 रु.) के मल्टीप्लाई में अधिकतम राशि 1,99,99,000 रुपये
जमा की अवधि: जमा केवल ग्राहक के अनुरोध पर 24, 36, 48, 60, 72, 84, 96, 108 और 120 महीने के लिए केवल स्वीकृत
ब्याज की डिटेल
- प्रधान कार्यालय: आईआरएमडी, एएलएम सेल द्वारा समय-समय पर जारी दिशानिर्देशों के अनुसार कार्ड दर
- ब्याज का भुगतान साधारण दर पर या तो मैच्योरिटी के समय या तिमाही की अंतराल पर किया जाएगा, जैसा भी लागू हो
ऋण/ओवरड्राफ्ट (ओडी) सुविधा
लिखित अनुरोध पर 10,000 रुपये या इससे अधिक जमा राशि के जमाकर्ता, मांग ऋण/ओवरड्राफ्ट (ओडी) की सुविधा के लिए पात्र होंगे. जिन जमाकर्ताओं को मांग ऋण/ओवरड्राफ्ट (ओडी) सुविधा की जरूरत है, उन्हें ओवरड्राफ्ट(ओडी) खाते से पैसे निकालने की अनुमति दी जाएगी और जमाकर्ता को उसी दिन चेक बुक जारी की जाएगी. यदि ओडी सुविधा की मांग की तारीख पर टर्म डिपॉजिट को जारी किया गया है तो ओडी खाते से वास्तविक विदड्रॉअल की अनुमति अगले दिन दी जाएगी. अशिक्षित या नेत्रहीन ग्राहकों के नाम पर जो खाते खोले गए एक डीमैट खाता क्या है? हैं, उन पर ऋण/ओवरड्राफ्ट सुविधा उपलब्ध नहीं है.
PNB स्पेशल टर्म डिपॉजिट स्कीम क्या है?
पात्रता
- व्यक्ति द्वारा अकेले या संयुक्त रूप से खाता खुलवाया जा सकना
- 10 वर्ष या उससे अधिक वर्ष का अवयस्क अपनी आयु का प्रमाण देकर अपने नाम पर खाता खुलवा सकता है
- प्रोपराइटरशिप/पार्टनरशिप फर्म, कमर्शियल ऑर्गेनाइजेशन, कंपनी/कॉरपोरेट बॉडी
- हिन्दू अनडिवाइडेड फैमिली
- एसोसिएशन, क्लब, सोसायटी, ट्रस्ट या धार्मिक/धर्मार्थ या शैक्षिक संस्था
- नगर पालिका या पंचायत, सरकारी या अर्ध सरकारी निकाय
- अशिक्षित और नेत्रहीन व्यक्ति भी खाता खोल सकते हैं
जमा राशि: न्यूनतम 100 रुपये और उसके बाद एक रुपये (1 रु.) के मल्टीप्लाई में अधिकतम राशि 1,99,99,999 रुपये
जमा की अवधि: 1 साल से 10 साल, अधूरी तिमाही के लिए भी
ब्याज की डिटेल
- प्रधान कार्यालय: आईआरएमडी,एएलएम सेल द्वारा समय समय पर जारी दिशानिर्देशों के अनुसार कार्ड दर
- जमाकर्ता के विकल्प पर ब्याज साधारण दर पर तिमाही या ब्याज रियायती दर पर मासिक रूप से देय
- ग्राहक के अन्य शाखाओं के जमा खाते में या ऋण खाते में ब्याज राशि के ट्रांसफर पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा. जिस ग्राहक के अनेक स्पेशल टर्म डिपॉजिट खाते हैं, जो भिन्न-भिन्न तारीखों पर जारी किए गए हैं, अलग-अलग अवधि के हैं, ग्राहक के अनुरोध पर बैंक इन सभी जमाओं पर तिमाही की एक विशेष तारीख को ब्याज जमा कर सकता है.
ऋण/ओवरड्राफ्ट सुविधा
लिखित अनुरोध पर 10,000 रुपये या इससे अधिक के डिपॉजिट्स, मांग ऋण/ओवरड्राफ्ट की सुविधा के लिए पात्र होंगे. अशिक्षित या नेत्रहीन ग्राहकों के नाम पर जो खाते खोले गए हैं, उन पर ऋण/ओवरड्राफ्ट सुविधा उपलब्ध नहीं है.
बैंक खाता एवं डीमैट खाता में अंतर स्पष्ट कीजिए (कोई छः)।
डीमैट और एक ट्रेडिंग अकाउंट के बीच मुख्य अंतर यह होता है कि एक डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल आपकी प्रतिभूतियों जैसे कि आपके शेयर प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेजों को इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में रखने के लिए किया जाता है जबकि अकाउंट का इस्तेमाल स्टॉक बाजार में इन प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है।
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