रुपये के साथ-साथ देश का फॉरेक्स रिजर्व भी हो रहा मजबूत, लगातार चौथे हफ्ते बढ़ा

नई दिल्ली. देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.162 अरब डॉलर पर पहुंच गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे सप्ताह तेजी आई है. पिछले सप्ताह देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. वहीं, 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी.

गौरतलब है कि अक्टूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था. वैश्विक घटनाक्रमों के बीच केंद्रीय बैंक द्वारा रुपये के एक्सचेंज रेट में तेज गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने की वजह से इसमें गिरावट आई थी. बता दें कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को 10 पैसे मजबूत होकर 82.28 के स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान ये 82.08 तक पहुंच गया था. यह शुक्रवार को इसका उच्चतम स्तर था.

अन्य रिजर्व भी बढ़े

केंद्रीय बैंक ने कहा कि कुल मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा माने जाने वाली फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 9.694 अरब डॉलर बढ़कर 496.984 अरब डॉलर हो गईं. एफसीए में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर- अमेरिकी मुद्राओं में आई गिरावट व बढ़त के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है. इसके अलावा स्वर्ण भंडार का मूल्य समीक्षाधीन सप्ताह में 1.086 अरब डॉलर बढ़कर 41.025 अरब डॉलर हो गया.

यहां आई गिरावट

आंकड़ों के अनुसार, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (एसडीआर) 16.4 करोड़ डॉलर घटकर 18.04 अरब डॉलर रह गया. समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 7.5 करोड़ डॉलर घटकर 5.108 अरब डॉलर रह गया.

पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में बड़ी गिरावट

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक (एसबीपी) का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 78.4 करोड़ डॉलर घटकर चार साल के निचले स्तर 6.72 अरब डॉलर पर आ गया. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. इससे पहले 18 जनवरी, 2019 को केंद्रीय बैंक के पास मुद्रा भंडार 6.64 अरब डॉलर था. आंकड़ों के अनुसार, वाणिज्यिक बैंकों के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार 5.86 अरब डॉलर रहा. इसको लेकर देश में कुल विदेशी मुद्रा भंडार 12.58 अरब डॉलर है.

विपरीत स्थितियों के बावजूद रुपए में है मजबूती : सीतारमण

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नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है और स्थिति विपरीत है इसके बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ खड़ी है और तेज गति से आगे बढ़ रही है।
श्रीमती सीतारमण ने लोकसभा में सोमवार को एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि रुपए कहीं भी आईसीयू में नहीं है। उनका कहना था कि जो लोग रुपए कोआईसीयू में बताते हैं उन्हें मालूम होना चाहिए की डॉलर और अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपए बेहतर स्थिति में है। जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था आईसीयू में थी उस डावांडोल स्थिति में भी रुपए में मजबूती थी।
उन्होंने कहा कि रुपए किस स्तर तक मजबूत है इसका अनुमान भारतीय अर्थव्यवस्था से लगाया जा सकता है जो महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भी तेजी से आगे बढ़ रही है। उनका कहना था कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था गिर रही है लेकिन रुपए इसका सीधा मुकाबला कर रहा है और विपरीत स्थितियों के बावजूद पूरी ताकत के साथ खड़ा है।
वित्त मंत्री ने कहा कि कई कारणों से रुपए में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं लेकिन प्रवाह बहुत अच्छा है इसलिए विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है। जो आरोप लगा रहे हैं कि निर्यात घटा है, अर्थव्यवस्था गिर रही है, ये सब आरोप तथ्यहीं है और इसका कोई प्रमाण नहीं देने को तैयार नहीं है।

विनिमय दर में बदलाव का विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट में 67 प्रतिशत योगदान: आरबीआई

मुंबई, 30 सितंबर (भाषा) चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से विदेशी मुद्रा भंडार में हुई कमी में विनिमय दर में हुए बदलाव का 67 प्रतिशत योगदान है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने तथा अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल के बढ़ने से विनिमय दर में बदलाव देखने को मिला। गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष में अमेरिकी डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में अन्य जानकारी के मुकाबले रुपये के मूल्य में तेज गिरावट हुई है। विदेशी मुद्रा भंडार दो अप्रैल को 606.475 अरब अमेरिकी डॉलर था, जबकि 23 सितंबर को यह घटकर 537.5 अरब

उन्होंने कहा कि अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने तथा अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल के बढ़ने से विनिमय दर में बदलाव देखने को मिला। विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में अन्य जानकारी गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में तेज गिरावट हुई है।

विदेशी मुद्रा भंडार दो अप्रैल को 606.475 अरब अमेरिकी डॉलर था, जबकि 23 सितंबर को यह घटकर 537.5 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। यह लगातार आठवां सप्ताह था, जब विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट हुई।

चालू वित्त वर्ष में 28 सितंबर तक छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में 14.5 प्रतिशत की तेजी आई है। ऐसे में वैश्विक स्तर पर मुद्रा बाजारों में भारी उथल-पुथल मची हुई है।

दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में अन्य जानकारी समीक्षा जारी करते हुए कहा कि ज्यादातर दूसरे देशों की तुलना में भारतीय रुपये की गति व्यवस्थित रही है।

उन्होंने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में 7.4 प्रतिशत की गिरावट आई, जो कई आरक्षित मुद्राओं के साथ ही अन्य मुद्राओं के मुकाबले काफी बेहतर है।

दास ने यह भी कहा कि एक स्थिर विनिमय दर वित्तीय और व्यापक आर्थिक स्थिरता तथा बाजार के विश्वास का प्रतीक है।

उन्होंने कहा विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में अन्य जानकारी कि रुपया एक स्वतंत्र रूप से छोड़ी गई मुद्रा है और इसकी विनिमय दर बाजार द्वारा निर्धारित होती है।

उन्होंने कहा, ''आरबीआई ने (रुपये के लिए) कोई निश्चित विनिमय दर तय नहीं की है। वह अत्यधिक अस्थिरता को रोकने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करता है।''

दास ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार की पर्याप्तता के पहलू को हमेशा ध्यान में रखा जाता है और यह मजबूत बना हुआ है।

उनके अनुसार 23 सितंबर, 2022 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 537.5 अरब डॉलर था।

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