निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है?
University Grants Commission (Minimum Standards and Procedures for Award of Ph.D. Degree) Regulations, 2022 notified. As, per the new regulations, candidates with a 4 years Undergraduate degree with a minimum CGPA of 7.5 can enroll for PhD admissions. The UGC NET Final Result for merged cycles of December 2021 and June 2022 was released on 5th November 2022. Along with the results UGC has also released the UGC NET Cut-Off. With tis, the exam for the merged cycles of Dec 2021 and June 2022 have conclude. The notification for December 2022 is expected to be out soon. The UGC NET CBT exam consists of two papers - Paper I and Paper II. Paper I consists of 50 questions and Paper II consists of 100 questions. By qualifying this exam, candidates will be deemed eligible for JRF and Assistant Professor posts in Universities and Institutes across the country.
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हेज फंड का क्या मतलब है?
हेज फंड का क्या मतलब है?: एक हेज फंड (एचएफ) एक प्रकार का वैकल्पिक निवेश है जो अंतर्निहित प्रतिभूतियों के पूल में निवेश करके उच्च रिटर्न उत्पन्न करना चाहता है। दूसरे शब्दों में, यह निवेशकों के धन का एक समूह है जो निवेश खरीदने के लिए एक साथ जमा होता है।
हेज फंड का क्या मतलब है?
हेज फंड की परिभाषा क्या है? हेज फंड विभिन्न रणनीतियों की एक श्रृंखला को लागू करते हैं, जिसमें निवेश जोखिम का लाभ उठाने (हेज) करने और निवेश के अवसरों को भुनाने के लिए लंबी और छोटी स्थिति शामिल है। लॉन्ग पोजीशन खोलकर, एचएफ स्टॉक खरीद रहा है, जबकि शॉर्ट पोजीशन खोलकर, एचएफ अंतर्निहित परिसंपत्ति को उधार ले रहा है, और यह स्टॉक को बाद में कम कीमत पर खरीदने के लिए बेचता है।
हेज फंड रणनीतियों को इस आधार पर वर्गीकृत किया जाता है कि वे क्या हासिल करना चाहते हैं और निवेशक के निवेश प्रोफाइल पर। हालांकि वर्तमान में यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) द्वारा विनियमित नहीं है, वे प्रतिभूतियों, बांडों, डेरिवेटिव्स और रियल एस्टेट परिसंपत्तियों में निवेश कर सकते हैं, जो भौगोलिक विविधीकरण के साथ-साथ घरेलू बाजारों में निवेश की पेशकश करते हैं।
आइए एक उदाहरण देखें।
उदाहरण
माइकल बार्कलेज में हेज फंड मैनेजर हैं। वह विभिन्न संस्थागत ग्राहकों के लिए संपत्ति के एक पोर्टफोलियो का प्रबंधन करता है, और वह अपने निवेश प्रोफ़ाइल के आधार पर प्रत्येक ग्राहक के लिए अलग-अलग रणनीतियों को लागू करता है। एक एचएफ प्रबंधक के रूप में, माइकल अपने ग्राहकों के लिए चुने गए निवेशों की देखरेख के साथ-साथ निवेश पर उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए उचित निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है। कभी-कभी, उसे एक ग्राहक के विरोध का सामना करना पड़ता है, विशेष रूप से ऐसे मामलों में जहां एक पोर्टफोलियो को नुकसान हुआ है, इसलिए माइकल प्रत्येक पोर्टफोलियो के लिए चुनी गई एचएफ रणनीतियों में बेहद सावधान है।
2010 से लागू एचएफ रणनीतियों की स्पष्ट तस्वीर रखने के लिए, माइकल ने एक एक्सेल स्प्रेडशीट का निर्माण इस प्रकार किया है:
एचएफ प्रबंधक के रूप में, माइकल फंड के परिचालन व्यय और प्रदर्शन शुल्क को कवर करने के लिए प्रबंधन शुल्क का हकदार है, जिससे हेज फंड के मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त होता है। इस संदर्भ में, माइकल, किसी भी अन्य एचएफ प्रबंधक की तरह, अपने ग्राहकों के लिए किए गए निवेश विकल्पों से लाभ प्राप्त करने में व्यक्तिगत रुचि रखता है।
सारांश परिभाषा
हेज फंड को परिभाषित करें: हेज फंड का मतलब एक निवेश घर है जो जमीन, इमारतों, प्रतिभूतियों या मुद्राओं में निवेश करने के लिए धन जमा करता है।
ऋण का विस्फोट और संकट
इस प्रकार, अंतर्राष्ट्रीय अर्थतंत्र में वित्तीय परिक्षेत्र का आपेक्षिक वजन इस पूरे दौर में लगातार बढ़ता ही गया, लेकिन 1980 के दशक के बाद यह वृद्धि अनुपात से बहुत ज्यादा हो गई, जिसे नवउदारवादी विनियमन और संचार क्रांति ने आसान बनाया. इस परिक्षेत्र का सबसे बड़ा और सबसे तेज गति से वृद्धि करने वाला घटक सट्टेबाजी एवं अन्य अविवेकी ढंग से की गई गतिविधियां थीं -- डेरिवेटिव्स का व्यापार, हेज फंड की गतिविधियां, सब-प्राइम (अधिक जोखिम वाला) कर्ज, इत्यादि. फिनांशियल टाइम्स के मार्टिन वुल्फ ने सही ढंग से कहा था कि “खुद अमरीका ही एक विशाल हेज फंड के रूप में प्रतीत होता है. वित्तीय कम्पनियों का मुनाफा, वर्ष 1982 में टैक्स काटने के बाद बचे कुल कारपोरेट मुनाफे के 5 प्रतिशत से भी कम हिस्से से छलांग लगाकर वर्ष 2007 में 41 प्रतिशत पर जा पहुंचा है.” बैंक आॅफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के अनुसार दिसम्बर 2007 में डेरिवेटिव्स के व्यापार का कुल मूल्य 5,16,000 अरब डाॅलर तक जा पहुंचा था, जो वर्ष 2002 में केवल 1,00,000 अरब डाॅलर था. दूसरे शब्दों में, यह छाया अर्थतंत्र वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (ग्लोबल जीडीपी) यानी 50,000 अरब डाॅलर की तुलना में दस गुणा अधिक था, और दुनिया के शेयर बाजारों में वास्तविक शेयर व्यापार के कुल मूल्य (1,00,000 अरब डाॅलर) के पांच गुणे से ज्यादा अधिक था.
डेरिवेटिव्स के व्यापार में, और आम तौर पर शेयरों एवं मुद्राओं के व्यापार में मौद्रिक पूंजी का आत्म-विस्तार होता है. जैसा कि मार्कस ने बताया है, उत्पादन की कष्टदायक प्रक्रिया में लगे बिना सीधे मुद्रा से मुद्रा कमाना बहुत पहले से पूंजीपति वर्ग का आकांक्षित आदर्श रहा है. हाल के दशकों में उस आदर्श को “प्रतिभाशाली ढंग से” अमल में लाया गया है.
वर्तमान संदर्भ में, सट्टेबाजी का मतलब है फटाफट पैसा कमाने के लक्ष्य से वित्तीय उपकरणों का व्यापार, यानी ज्यादा सटीक ढंग से कहा जाय तो जोखिमों की खरीद-बिक्री. वाणिज्यिक बैंक, निवेश बैंक और बीमा कम्पनियां उद्योगों को वित्तपोषण और सट्टेबाजी, दोनों कारोबार करते हैं. इस प्रकार वास्तविक जीवन में इन दोनों कोटियों का परस्पर सम्मिश्रण कर दिया जाता है. लेकिन उनके द्वारा निभाई जाने वाली विशिष्ट आर्थिक भूमिका के संदर्भ में दोनों भिन्न हैं. परम्परागत ऋण और उत्पादन-मुखी वित्तीय पूंजी वास्तविक अर्थतंत्र -- कृषि, उद्योग, सेवा क्षेत्र, जहां सम्पत्ति का उत्पादन होता है और लोगों को रोजगार मिलता है, के काम आती है, जबकि सट्टेबाज पूंजी कोई वास्तविक सम्पदा का सृजन नहीं करती.
जैसा कि हम देख चुके हैं, उन्नीसवीं सदी के मध्य के शीर्षस्थ बैंकरों ने “अतिविस्तारित कल्पित साख” के बारे में सावधान किया था और मार्कस ने “अति-सट्टेबाजी” की बात कही थी. 1930 के दशक के मध्य में जाॅन मेनार्ड कीन्स ने चेतावनी दी थी, “हो सकता है कि उद्यम हेज फंड गतिविधि के निरंतर प्रवाह की सतह पर पैदा हुए बुलबुले के रूप में सट्टेबाज कोई हानि न पहुंचायें. लेकिन जब उद्यम ही सट्टेबाजी की भंवर में फंसा बुलबुला हो जाय तो स्थिति गंभीर हो जाती है. जब किसी देश में पूंजी का विकास किसी कासीनो की गतिविधियों का उप फल बन जाये, तो संभावना यही होती है कि काम बिगड़ेगा.” (द जनरल थ्योरी आॅफ इंप्लायमेंट, इन्कम एंड मनी)
इन चेतावनियों के बावजूद, और उसका चाहे जो भी सामाजिक मूल्य चुकाना पड़े इसके बावजूद, राज्य एवं पूंजीपति वर्ग की अन्य संस्थाएं सट्टेबाजी को ऊंचा पुरस्कार देती रही हैं. लेकिन क्यों? कारण यह कि क्षयमान पूंजीवाद अथवा साम्राज्यवाद को इसमें 1970 के दशक के बाद से पुनः उभरे अति-उत्पादन/अति-संचय के संकट से बचने का अगर सर्वोत्तम नहीं तो एक सबसे लाभदायक उपाय जरूर नजर आया. वर्ष 1997 में आर्थिक विज्ञान में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार अमरीका के राॅबर्ट मर्टन और मायरन स्कोल्स को दिया गया था, जिन्होंने हाल ही में स्टाॅक आॅप्शन जैसे “डेरिवेटिव्स” की कीमत तय करने का एक माॅडल विकसित किया था. ऐसी उम्मीद की जाती थी कि यह माॅडल अथवा टेक्नीक “वैज्ञानिक ढंग से” सट्टेबाजी करने और सुरक्षित ढंग से भारी मुनाफा बटोरने में मददगार साबित होगी. मगर व्यवहार में इसके परिणाम उत्साहवर्धक नहीं रहे. लांग टर्म कैपिटल मैनेजमेंट -- एक हेज फंड जिसमें मर्टन और स्कोल्स साझीदार थे, और जिसने इस पुरस्कृत टेक्नीक के अनुसार काम किया -- उस फंड ने पुरस्कार हासिल करने के एक साल के अंदर ही खुद को पतन की कगार पर खड़ा पाया, और उसको न्यूयार्क फेडरल रिजर्व ने मदद देकर उबारा.
ऐसा नहीं कि किसी ने इस मामले में विवेकपूर्ण सलाह न दी हो. 2000 के दशक की शुरूआत में अरबपति निवेशक वारेन ई. बफेट ने डेरिवेटिव्स को “बड़े पैमाने पर विनाश के वित्तीय हथियार” बताया था और मार्च 2007 में बेन बर्नान्के ने अलान ग्रीनस्पान का उद्धरण देकर चेतावनी दी थी हेज फंड गतिविधि कि सरकार द्वारा प्रायोजित उद्यम (जीएसई) फैनी मे और फ्रेंडी मैक “प्रणालीगत खतरे” का स्रोत हैं और उन्होंने संभावित संकट को रोकने के लिये एक कानून बनाने का सुझाव पेश किया था. इसके बाद वर्ष 2008 के अंतिम भाग में जाॅर्ज सोरोस ने लिखा:
“मौजूदा संकट इससे पहले आये विभिन्न किस्मों के वित्तीय संकटों से भिन्न है . अमरीका के आवास बुलबुले ने एक अपेक्षाकृत बड़े “महा बुलबुले” के विस्फोट में पलीता लगाने का काम किया, जो 1980 के दशक से ही विकसित हो रहा था. इस महा बुलबुले में साख और लीवरेज के सर्वदा बढ़ते जा रहे इस्तेमाल की प्रवृत्ति निहित थी. साख चाहे वह उपभोक्ताओं को दिया गया कर्ज हो या फिर सट्टेबाजों अथवा बैंकों को, द्वितीय विश्वयुद्ध के समाप्त होने के बाद से अब तक जीडीपी की तुलना में बहुत तेज दर से बढ़ता रहा है. लेकिन यह वृद्धि की दर तेज हुई और जब 1980 के दशक में, जब अमरीका में रोनाल्ड रीगन राष्ट्रपति बने और ब्रिटेन में मार्गरेट थैचर प्रधानमंत्री बनीं, तो उस समय एक गलत धारणा को प्रधानता मिली जिसकी वजह से इस तेजी को बल मिला और उसने बुलबुले का चरित्र ग्रहण कर लिया.
“परिधीय क्षेत्रों के देशों की तुलना में संयुक्त राज्य अमरीका की आपेक्षिक सुरक्षा और स्थिरता ने अमरीका को बाकी दुनिया की बचत को चूस लेने दिया है और चालू खाते का इतना बड़ा घाटा बरकरार रखने की अनुमति दी है जो वर्ष 2006 की पहली तिमाही में अपने शिखर पर -- सकल राष्ट्रीय उत्पाद (जीएनपी) के लगभग 7 प्रतिशत पर -- पहुंच गया था . ” जार्ज सोरोस ने बताया था कि यह अनिवार्य रूप से विध्वंस की ओर ले जायेगा. (द क्राइसिस एंड ह्नाट टु डू अबाउट इट, द न्यूयार्क रिव्यू आॅफ बुक्स, 4 दिसम्बर, 2008)
इस प्रकार खुद सबसे बड़े सट्टेबाज ने अत्यधिक मात्रा में विनियमन और ऋण एवं घाटे पर निर्भरता को दोषी ठहराया है.
उन्होंने सतह पर पैदा झाग का तो सही वर्णन किया है, मगर वे तले में परस्पर टकराती लहरों के साथ उसका सम्बंध दिखलाने में नाकाम रहे हैं, जिनकी वजह से यह झाग पैदा हुआ. अगर हमें ऐसा करना हो तो हमें पूंजी के रचयिता का सहारा लेना होगा.
'अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड्स' के लिए SEBI की नई गाइडलाइंस, स्टार्टअप फंडिंग पर होगा असर?
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने विदेशी निवेशकों (foreign investors) से पूंजी जुटाने के संदर्भ में वैकल्पिक निवेश कोषों (Alternate Investment Funds - AIF) के लिए एक नियामकीय प्रारूप जारी किया. सेबी ने अपने एक परिपत्र में नए दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जा रहा हेज फंड गतिविधि है. इसके तहत एआईएफ भारतीय, विदेशी या अनिवासी भारतीयों से यूनिट जारी कर कोष जुटा सकते हैं.
सेबी ने कहा कि एआईएफ के प्रबंधक को निवेशकों को स्वीकृति देते समय यह सुनिश्चित करना होगा कि वह विदेशी निवेशक उस देश का निवासी है जिसने प्रतिभूति बाजार नियामक ने सेबी के साथ द्विपक्षीय समझौता या अंतरराष्ट्रीय प्रतिभूति आयोग संगठन (International Organization of Securities Commissions - IOSCO) के साथ बहुपक्षीय समझौता किया हुआ हो.
इसके साथ ही सेबी ने कहा, "एआईएफ इस शर्त को पूरा न करने वाले निवेशक के सरकार या सरकार से संबद्ध होने पर उससे प्रतिबद्धता ले सकता है. भारत सरकार इसकी पुष्टि कर सकती है कि वह निवेशक देश का निवासी है."
सेबी के मुताबिक, निवेश हेज फंड गतिविधि कोष में 25 प्रतिशत या अधिक का अंशदान करने वाले निवेशक को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंधित सूची में शामिल नहीं होना चाहिए. इसके अलावा उसे वित्तीय कार्यवाही कार्यबल (Financial Action Task Force - FATF) की निषेध सूची में शामिल देश का निवासी भी नहीं होना चाहिए.
इसके साथ ही बाजार नियामक ने कहा है कि अगर एआईएफ में निवेशक के तौर पर जुड़ा शख्स अगर निर्धारित शर्तों का पालन नहीं करता है तो कोष प्रबंधक उस निवेशक से तब तक कोई अंशदान नहीं स्वीकार करेगा, जब तक कि वह अनुपालन सुनिश्चित न करे.हेज फंड गतिविधि हेज फंड गतिविधि
नए प्रावधान वैकल्पिक निवेश कोषों की पहले से जारी योजनाओं से जुड़े निवेशकों पर भी लागू होंगे.
आपको बता दें कि AIF एक ऐसा फंड है जिसे भारत में बनाया गया है, जो निजी निवेश को साथ लेकर आगे बढ़ता है. AIF की ट्रेडिंग खुले बाजार में नहीं होती. AIF के जरिए स्टार्टअप हेज फंड, PIPE फंड में निवेश संभव है. AIF की निगरानी मार्केट रेगुलेटर SEBI करता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, AIF में छोटे निवेशकों को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए.
वैकल्पिक निवेश कोष को सेबी (वैकल्पिक निवेश कोष) विनियम, 2012 के नियम 2(1)(B) के तहत एक सीमित देयता भागीदारी (Limited Liability Partnership: LLP) या कंपनी या ट्रस्ट या कॉरपोरेट बॉडी के रूप में भारत में स्थापित या निगमित फंड के रूप में परिभाषित किया गया है.
इसमें सेबी (सामूहिक निवेश योजना) विनियम, 1999, सेबी (म्यूचुअल फंड) विनियम, 1996 या फंड प्रबंधन गतिविधियों को विनियमित करने वाले सेबी के किसी अन्य विनियम के तहत शामिल फण्ड शामिल नहीं है.
अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फण्ड में शामिल हैं: वेंचर कैपिटल फंड (VCF), इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (IF), एंजेल फंड, सोशल वेंचर फंड, प्राइवेट इक्विटी (पीई) फंड.
हालांकि, म्यूचुअल फंड, सामूहिक निवेश योजनाएं, कर्मचारी स्टॉक ऑप्शंस, ट्रस्ट, कर्मचारी कल्याण ट्रस्ट या ग्रेच्युटी ट्रस्ट, परिवार लाभ ट्रस्ट, होल्डिंग कंपनियों को अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फण्ड के रूप में स्वीकार नहीं किया जाता है .
AIF की कैटेगरी
AIF की 3 कैटेगरी होती है:
कैटेगरी-1 : ये AIF, स्टार्टअप या शुरुआती चरण के उद्यमों में निवेश करते हैं जैसे- वेंचर कैपिटल फंड (Venture Capital Fund), इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (Infrastructure Fund).
कैटेगरी-2 : ये AIF, श्रेणी I और III में नहीं आते हैं. ये कोष दिन-प्रतिदिन की अपनी परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के अलावा लाभ या ऋण लेने का कार्य नहीं करते हैं. इन कोष को सेबी (वैकल्पिक निवेश कोष) विनियम [SEBI (Alternative Investment Funds) Regulations], 2012 के तहत अनुमति दी जाती है जैसे- रियल एस्टेट फंड (Real Estate Fund), निजी इक्विटी फंड (Private Equity Fund).
कैटेगरी-3 : ये AIF, विविध एवं जटिल व्यापारिक रणनीतियों का प्रयोग करते हैं तथा सूचीबद्ध या गैर-सूचीबद्ध डेरिवेटिव में निवेश कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं. जैसे- सार्वजनिक इक्विटी कोष में निजी निवेश (Private Investment In Public Equity Fund), हेज कोष (Hedge Fund).
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